परफॉर्मेंस न दे पाने की ऐसी सजा शायद ही कर्मचारी को मिली हो
चीन के एक बैंक में कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए वर्कशॉप आयोजित की गई, जिसमें खराब प्रदर्शन देने वाले कर्मचारियों को सबके सामने सजा दी गई. वीडियो देखकर हैरान रह जाएंगे.
-
Total Shares
किसी कंपनी में काम करने वाले लोग अगर अच्छा परफॉर्मेंस नहीं दे पाते, तो मालिक की डांट सुननी पड़ती है, या बहुत ज्यादा हुआ तो नौकरी छिन जाती है. लेकिन चीन में बैंक कर्मचारियों को खराब परफॉर्मेंस के लिए जो सजा दी गई, वो शायद ही किसी कर्मचारी को मिली हो.
चीन के Changzhi Rural Commercial Bank ने अपने कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए एक कॉर्पोरेट ट्रेनर Jiang Yang को नियुक्त किया गया. लेकिन ट्रेनिंग के बाद 'टीम बिल्डिंग वर्कशॉप' में खराब परफॉर्मेंस देने वाले बैंक कर्मियों को ट्रेनर ने सजा देने के लिए हिंसा का सहारा लिया. उन्होंने बैंक के 8 कर्मचारियों को स्टेज पर बुलाकर उन्हें स्टिक से पीटा. इन कर्मचारियों में 4 पुरुष और 4 महिलाएं थे. इन्हें न सिर्फ पीटा गया बल्कि पुरुषों के सर के बाल उतार लिए गए और महिलाओं के बाल काट दिए गए. इन आठों कर्मचारियों को बैंक के सभी कर्मचारियों के सामने अपमानित किया गया.
लकड़ी की स्टिक से कर्मचारियों को पीटता ट्रेनर |
इस सजा को किसी कर्मचारी ने अपने मोबाइल से शूट कर लिया, और सबसे पहले ये वीडियो People's Daily, China के फेसबुक पेज पर डाला गया. जिसे अब तक 3 लाख से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
देखिए वायरल वीडियो-
इस वीडियो में दिखाया गया है कि ट्रेनर लाइन में खड़े आठों कर्मचारियों के पीछे की तरफ लकड़ी की स्टिक से मार रहा है. एक लड़की स्टिक की मार से संतुलन भी खोती हुई दिखाई दे रही है, लेकिन ट्रेनर पर उसका कोई फर्क नही पड़ता और वो मारना जारी रखता है.
ये भी पढ़ें- यहां 'हिट एंड रन' नहीं 'हिट टू किल' होता है, जानिए कैसे..
इस वीडियो के सामने आने के बाद बैंक को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, और नतीजतन कर्मचारियों को इस तरह की सजा देने के लिए ट्रेनर को सस्पेंड कर दिया गया, और ट्रेनर को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए कहा गया. बाद में ट्रेनर ने अपने इस बर्ताव के लिए माफी मांग ली. हालांकि ट्रेनर का कहना है कि पीटना उनके ट्रेनिंग मॉडल का हिस्सा है, जिसपर वो कई सालों से काम कर रहे हैं. लेकिन इस घटना से वो बेहद शर्मिंदा हैं, मुझे अपने ट्रेनिंग के तरीकों में बदलाव लाने का जरूरत है.
ट्रेनर जियांग यांग ने सार्वजनिक माफी मांगी |
ट्रेनिंग के ऐसे तरीकों में ट्रेनर की सोच भी बसी होती है, जिसे वो गलत नहीं मानते. वो अपने तरीके से लोगों को ट्रेन करते हैं और अपने हिसाब से ही उनके लिए सजा निर्धारित करते हैं. इनका मानना होता है कि अगर कर्मचारी को सबके सामने अपमानित किया जाएगा तो आगे चलकर उसका परफॉर्मेंस बेहतर होगा. लेकिन नैतिकता के तौर पर देखा जाए तो इस तरह किसी भी कर्मचारी को सबके सामने नीचा दिखाना किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है.
ये भी पढ़ें- चीन के एक विज्ञापन पर क्यों मच गया दुनिया भर में बवाल!
आपकी राय