New

होम -> सोशल मीडिया

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 12 जनवरी, 2019 05:45 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
  • Total Shares

अपनी मातृभाषा को छोड़कर बाकी सभी भाषाएं सीखना और समझना काफी मुश्किल होता है. और बात अंग्रेजी की हो तो अच्छे अच्छों की हालत खराब रहती है. सिखाने वाले फिरभी अंग्रेजी सिखाने में कसर नहीं छोड़ते और सिखाने के नए-नए तरीके इजाद करते हैं.

हाल ही में बिहार के एक शिक्षक का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वो बच्चों को अंग्रेजी सिखा रहे हैं. बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने का ये तरीका आपने आज तक नहीं देखा होगा. लेकिन इतना भी तय है कि जो ये सिखा रहे हैं, वो बच्चे कभी भूल नहीं पाएंगे.

इस वीडियो को कवि कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया. जिसके बाद हर तरह इसी शिक्षक और उसके सिखाने के तरीके की चर्चा हो रही है. कुछ ही समय में ये वीडियो वायरल हो गया. और अमिताभ बच्चन तक इस शिक्षक के फैन बन गए.

viral videoअंग्रेजी सिखाने का ये भोजपुरी तरीका बहुत दिलचस्प है

वीडियो में शिक्षक सिखा तो अंग्रेजी रहे हैं लेकिन उसे अपनी क्षेत्रीय भाषा में गाकर. यानी भोजपुरी लोक गीत की तर्ज पर शिक्षक बच्चों को अंग्रेजी के vowel और consonants समझा रहे हैं. '5 वॉवेल a e i o u और बाकी सब कन्सोनेंट होवे रे... वॉवेल के पहले an लागे और कन्सोनेंट के पहले a लागे रे.'

इस वीडियो को शेयर करते हुए कुमार विश्वास के दिल का दर्द भी बाहर आया और उन्होंने लिखा कि- काश हमें ‘Vowels” और “Consonants” ऐसे किसी म्यूज़िकल गुरु जी ने पढ़ाए होते तो हम भी आज शशि थरूर बाबू की तरह फ़र्राटे मार के अंग्रेज़ी बोल रहे होते.

जाहिर सी बात है, हमारे जमाने में कहां शिक्षक इतने क्रिएटिव होते थे. काफी लंबे समय से शिक्षा विभाग में रटे-रटाए तरीकों से काम हो रहा थालेकिन आजकल के बच्चे बहुत खुशकिस्मत हैं कि उन्हें क्रिएटिव और प्रयोगिक शिक्षक मिल रहे हैं. हर शिक्षक अपने पढ़ाने और सिखाने के तरीकों को दिलचस्प बनाने का प्रयास कर रहा है.

लेकिन इस शिक्षक के सिखाने के तरीके को देखकर लोग इसपर हंसेंगे, इसे फनी कहेंगे. ये कहेंगे कि अंग्रेजी का शिक्षक गाना क्यों सिखा रहा है. लेकिन इस शिक्षक के तरीके को बेहद रचनात्मक कहा जाएगा. और इसके लिए ये इंटरनेट पर लोगों की तालियां और तारीफें भी बटोर रहे हैं.

ये मजाक नहीं साइंस है-

जो लोग ये समझते हैं कि संगीत और पढ़ाई का कोई साथ नहीं उन्हें अपना बचपन जरूर याद कर लेना चाहिए जब उन्हें स्कूल में पोयम या कविताएं याद करवाई जाती थीं. उन कविताओं में रिदम और संगीत होता था. पढ़ाई के साथ संगीत को जोड़ना जरूरी है क्योंकि- संगीत हमारा ध्यान कौशल बढ़ाता है. संगीत सीखने की शक्ति बढ़ाता है. संगीत हमारी यादों में लंबे समय तक रहता है. संगीत की संरचना इस तरह बुनी होती है कि ये हमारे मस्तिष्क को अच्छा लगता है. कुल मिलाकर ये हमारी याददाश्त और सीखने की क्षमता को बढ़ाता है.  

इसलिए अगर संगीत को कठिन भाषाओं के साथ मिला दिया जाता है तो वो भाषा सीखने में आसानी होती है, क्योंकि संगीत उसकी कठोरता को सौम्य कर देता है. सिर्फ यही नहीं, ऐसे रचनात्मक शिक्षकों की कमी नहीं है जो संगीत का सहारा लेकर बच्चों को सिखा रहे हैं.

इंग्लिश ग्रामर में टेन्स सिखा रहे इस शिक्षक का ये वीडियो भी बहुत चर्चित हुआ था. हालांकि ये रैप गा रहे थे और साथ में डांस भी कर रहे थे.

कुछ ऐसा ही हाल इन अध्यापक जी का भी है, जो बच्चों को 'क ख ग' सिखा रहे हैं. और इन्होंने वर्णमाला पर ठुमके लगा कर इसे बच्चों के लिए और भी दिलचस्प बना दिया.

ये गणित के शिक्षक हैं जो छोट-छोटो बच्चों को संगीत के माध्यम से गिनती सिखा रहे हैं. और बच्चे भी पूरे जोश में गा रहे हैं.

उर्दू के मास्टर जी भी बच्चों को उर्दू सिखा रहे हैं लेकिन संगीत का सहारा लेकर. जिससे बच्चों को ये हमेशा याद रह सके.

अगर इन तरीकों को अपनाकर ये शिक्षक किसी दूसरी भाषा या विषय में बच्चों की दिलचस्पी बढ़ा रहे हैं तो ये अपने प्रयासों में सफल हैं. डर के मारे बच्चे विषय में दिलचस्पी ही नहीं लेते, और डरकर भागते हैं. लेकिन तरीके अगर इतने दिलचस्प होंगे और कानों को सुकून देने वाले होंगे तो बच्चों को कभी डर नहीं लगेगा. हमारे देश के बच्चों को ऐसे ही शिक्षकों की आवश्यकता है.

ये भी पढ़ें-

मिलिए भारत के 9 सबसे अनोखे Teachers से

ऐसे 10 गुरु जिन्होंने बनाया ब्लैक एंड वाइट जिंदगी को कलरफुल

ये टीचर्स सिर्फ फिल्मों में नहीं, असल में भी होते हैं

लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय