वीडियो लाख क्यूट हो मगर एक कुत्ता- बिल्ली कभी दोस्त नहीं हो सकते...
ट्विटर पर कुत्ते और बिल्ली की अनूठी दोस्ती का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो के इतर हकीकत यही है कि अपने-अपने स्वाभाव के कारण एक कुत्ता और बिल्ली कभी एक दूसरे के दोस्त नहीं हो सकते.
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो कहीं विदेश का है और उसमें कुत्ते और बिल्ली की दोस्ती को दिखाया गया है. वीडियो की खास बात ये है कि उसे जिस अंदाज में शूट किया गया है, कोई भी उसे देखेगा तो कुछ विचार अपने आप ही दिमाग में आ जाएंगे जैसे - वाह कितना प्यारा वीडियो है. अव्व कितने क्यूट लग रहे हैं दोनों. भई वाह! दोस्ती हो तो ऐसी. बहुत खूब दोनों का प्यार तो देखते ही बनता है. और ऐसे बहुत कुछ.
कुत्ते और बिल्ली का स्वाभाव ऐसा है कि ये कभी दोस्त नहीं हो सकते
वीडियो क्यूट और अनूठी दोस्ती की एक जीती जागती मिसाल हो सकता है. मगर इस वीडियो का एक दूसरा पक्ष भी है जिसे वैसे ही नकारा नहीं जा सकता जैसे इस वीडियो को. बात शुरु करने से पहले हम एक कहावत का जिक्र करेंगे. कहावत है कि, क्या कुत्ते-बिल्ली की तरह लड़ रहे हो? बात साफ है कुत्ते और बिल्ली की आदतें अलग हैं. जहां कुत्ते और बिल्ली होंगे वहां तनाव भी होगा और टकरार भी होगी. फिर ये साथ कैसे?
Did my dog just pet my cat?? And did my cat just hug my dog?? pic.twitter.com/PuNWB1Ggzw
— Jordan Ireland (@jor_nicole4) December 28, 2018
चूंकि दोनों ही पशुओं का स्वाभाव, उनका खाने पीने का तौर तरीका और बर्ताव एक दूसरे से पूरी तरह अलग है. इसलिए इन दोनों नस्लों में बिल्कुल नहीं पटेगी. अगर ये दोनों खुले में, या फिर ये कहें कि जंगल के परिवेश में रहें तो दोनों ही एक दूसरे के खून के प्यासे रहेंगे. ये दोनों क्यों साथ है कारण अपने आप में दिलचस्प है. वजह बस इतनी है कि मालिक द्वारा पाले जाने के कारण साथ रहना दोनों ही जीवों की मजबूरी है.
वीडियो बता रहा है कि दोनों एक घर में हैं और साथ हैं. साथ हैं, इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि ये दोनों खुश ही होंगे . हम इनके साथ रहने को इन दो बिल्कुल विपरीत स्वाभाव के जीवों की खुशी बिल्कुल नहीं मान सकते. कहा जा सकता है कि छत एक है तो बस ये दोनों ही जानवर एक दूसरे के साथ गुजर बसर कर रहे हैं.
मजबूरी ने इंसान को नहीं बक्शा वो उससे बहुत कुछ करवा देती है. यहां इस वीडियो में कुत्ता और बिल्ली फिर भी जानवर हैं और अपनी सूझ बूझ का परिचय देते हुए हमें इस मजबूरी को समझना या फिर उसे समझने का प्रयास करना चाहिए. जरूरी नहीं कि वीडियो में हमें जैसा दिख रहा हो असल में वैसा हो ही. हो सकता है कि हम मनुष्यों की तरह यहां जानवर का भी कुछ पलों के लिए मूड स्विंग हुआ हो और उसने एक ऐसे इमोशन का प्रदर्शन कर दिया जो उनकी वाहवाही का कारण बन सुर्खियां बन गया.
वीडियो कई बातों को खुद ब खुद साफ कर देता है और इस बात की अनुभूति कराता है कि यहां जिस आधार पर दो विपरीत स्वभावों के जानवरों को साथ रखा गया है वो और कुछ नहीं बस 'रूल ऑफ लॉ' है. वो 'रूल ऑफ लॉ जिसको लेकर हम मनुष्यों की अपनी-अपनी थ्योरी हैं. नियम भी हम मनुष्यों को वही भाते हैं जो हमारे मुताबिक होते हैं. जहां नियम हमारी सोच के विपरीत हुए हम तत्काल प्रभाव में उन्हें खारिज करते चले जाते हैं. ये जानवर उसी 'रूल ऑफ लॉ' के चलते एक हैं और हम इनकी तारीफ कर रहे हैं.
हो सकता है कि इस बात को पढ़कर व्यक्ति प्रश्न उठा दे कि आखिर इन दोनों के साथ रहने के लिए 'रूल ऑफ लॉ' कैसे जिम्मेदार हैं तो यहां हमारे लिए भी ये बताना बेहद जरूरी है कि जिस वक़्त इनके मालिक ने इन्हें पालने का फैसला किया होगा जाहिर तौर पर उसने कुछ नियम बनाए होंगे. यानी इन्हें नियमों के अंतर्गत ही साथ रहना होगा. साथ खाना होगा. रहने की जगह को आपस में बांटना होगा.
इनके लिए ऐसे नियम बनाए गए हैं जिसमे कोई भी बाहरी व्यक्ति घर के भीतर घुसकर इनके रिश्ते को खराब नहीं कर सकता. अब अगर केवल हम इन बातों का अवलोकन करें तो मिल रहा है कि पालने वाले को भी इनके स्वाभाव का पूरी तरह अंदाजा है और कहीं न कहीं उसके दिल में भी ये डर है कि यदि इन्हें नियमों के अंतर्गत नहीं रखा गया और खुला छोड़ दिया गया तो शायद हमें वो दृश्य न दिखें जहां ये एक दूसरे को गले लगाते नजर आ रहे हैं.
अंत में हम बस ये कहकर अपनी बात को विराम देंगे कि भले ही ऐसे वीडियो हमारे सामने आएं और हम इनकी तारीफ करें मगर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता कि इनका स्वाभाव इस योग्य है ही नहीं कि इन्हें एक साथ एक मंच पर रखा जा सके. अब जबकि ये एक मंच पर आ चुके हैं बस देखना ये है कि दोनों कितनी देर एक दूसरे से इतनी ही गर्मजोशी से मिलते हैं.
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