जानें किस आधार पर दुनिया में सबसे ज्यादा 'फेक फॉलोअर्स' वाले नेता बने पीएम मोदी!
फेक फॉलोअर्स सम्बंधित ख़बरें कोई नई बात नहीं हैं मगर जो ट्विटर ऑडिट की ताजा रिपोर्ट आई है उसको देखकर यही कहा जा सकता है कि साइबर सिक्योरिटी के लिहाज से ये एक गंभीर खबर है जिसके चलते हमें वक़्त रहते सचेत हो जाना चाहिए.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुमार, विश्व के उन नेताओं में है जो आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है. बात भारत की हो तो, ये कहना गलत नहीं है कि, ये मोदी मैजिक ही है जिसकी बदौलत ऐसे लोग भी उनके नाम के चलते विजय पताका फहरा देते हैं जिनको शायद ही कोई जानता हो. इन सब चीजों के अलावा एक और चीज है जो पीएम मोदी को खास बनाती है वो है उनका ट्विटर हैंडल और उनके फॉलोवर्स की संख्या. दुनिया के लोगों के सामने ये पीएम मोदी की लोकप्रियता ही है जिसके चलते आज माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर उन्हें 41M लोग फॉलो करते हैं जबकि पीएम मोदी 1933 लोगों को ट्विटर पर फॉलो करते हैं.
बात ट्विटर, पीएम मोदी और उनके फॉलोवर्स की चल रही है तो हम आपको एक खबर से अवगत कराना चाहेंगे. खबर ऐसी है जो निश्चित तौर पर आपको हैरत में डाल देगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया में सबसे ज्यादा फेक फॉलोअर्स वाले नेता बन गए हैं. जी हां बिल्कुल सही सुना आपने.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आप में अनोखा इतिहास कायम किया है
ट्विटर के हालिया ऑडिट के अनुसार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वो व्यक्ति हैं जिनके दुनिया में सबसे ज्यादा फेक फॉलोअर्स हैं. उनको फॉलो करने वाले अकाउंट्स में 60 प्रतिशत फर्जी हैं. प्रधानमंत्री के कुल 4 करोड़ फॉलोअर हैं. इस लिस्ट में पीएम मोदी के बाद दूसरे नंबर पर पोप फ्रांसिस हैं. पोप के 59 प्रतिशत फॉलोअर नकली हैं. मैक्सिको के राष्ट्रपति पेना निएटो लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं. बात अगर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हो तो राष्ट्रपति ट्रंप लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं. ट्रंप के 37 प्रतिशत फॉलोअर नकली हैं. 6.78 मिलियन फॉलोवर्स वाले साउदी के किंग सलमान के सिर्फ 8 फीसदी फॉलोअर फेक हैं.
World Leaders and their Fake followers
Some of the most followed world leaders and their share of bot followers as determined by https://t.co/TdNIomSdNt. Graphics prepared by @Saosasha @gzeromedia#DigitalDiplomacy pic.twitter.com/viid9ZTReV
— Twiplomacy ???? (@Twiplomacy) February 21, 2018
ये तो बात हो गयी ग्लोबल स्तर पर. जब हमने इसी टेस्ट में भारत के कुछ नेताओं के अलावा चुनिन्दा शख्सियतों को रखा तो जो परिणाम आए वो चौंकाने वाले थे. इस टेस्ट में हमने सुषमा स्वराज से लेकर योगी आदित्यनाथ और राहुल गांधी तक सबको जोड़ा और सभी में ये निकल कर आया कि ऐसे लोगों की संख्या काफी है जो इनके फेक फॉलोवर्स हैं.
ऑफिस ऑफ आर जी भी नहीं है पीछे इस टेस्ट के अंतर्गत जब हमने ऑफिस ऑफ आरजी का परीक्षण किया तो यहां भी नतीजे विचलित करने वाले थे.
अमित शाह भी फेक लोगों से घिरे हैं
पीएम मोदी के बाद अगर कोई देश में चर्चा का विषय बना है तो वो हैं भाजपा के पार्टी अध्यक्ष अमित शाह. अमित शाह का ट्विटर देखें तो मिलता है कि वो भी ऐसे लोगों से घिरे हैं जो असल में फेक हैं.
अखिलेश यादव की भी परेशानी का सबब हैं फेक प्रोफाइल्स
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव जीतने से भले ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव फूले न समा रहे हों मगर जब बात ट्विटर पर फेक लोगों की आती है तो ऐसे लोगों और उनकी प्रोफाइल ने उनकी भी नाक में दम कर रखा है.
फेक लोगों से स्मृति ईरानी भी घिरी हुई हैं
अपने व्यंग्य बाणों से सामने वाले का मुंह बंद कराने वाली स्मृति भी फेक प्रोफाइल्स के दर्द से अछूती नहीं हैं. उनके इर्द-गिर्द भी ऐसे बहुत से फेक लोग हैं जो इन्हें ट्विटर पर फॉलो करते हैं.
सुषमा स्वराज यदि इस लिस्ट में न आती तो बात अधूरी होती
ट्विटर पर, सुषमा स्वराज उन नेताओं में हैं जो अपने त्वरित रिप्लाई के लिए जानी जाती हैं. जब हमने सुषमा की प्रोफाइल का टेस्ट किया तो पाया वो भी उन लोगों से परेशान हैं जो उन्हें ट्विटर पर फॉलो तो कर रहे हैं मगर असल में जिनका अस्तित्व कुछ नहीं है.
ये टेस्ट काम कैसे करता है?
इस टेस्ट के परिणाम किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं और वो सोचने पर विवश हो जाएगा कि आखिर ये टेस्ट इतने सटीक परिणाम देता कैसे है. तो आपको बता दें कि, इस टेस्ट के अंतर्गत ट्विटरऑडिट किसी भी व्यक्ति के 5,000 ट्विटर फॉलोवर्स के रैंडम सेम्पल लेता है और ये देखता है कि इन लोगों ने अपनी प्रोफाइल से कितने ट्वीट्स किये हैं, इनका आखिरी ट्वीट किस दिन है, इन्होंने किस समय अपना आखिरी ट्वीट किया है.
इस पूरी कैलकुलेशन के बाद ट्विटर ऑडिट एक औसत निकालता है और इसी औसत के आधार पर असली या नकली फॉलोवर्स की कुल संख्या का निर्धारण किया जाता है. हालांकि इस ऑडिट के आंकड़े बिल्कुल सही नहीं मानें गए हैं मगर कहा जाता है कि इससे फॉलोवर्स की संख्या के मद्देनजर किसी भी व्यक्ति को एक दिशा मिल जाती है.
आपकी प्रोफाइल में कौन है फेक कौन है रियल ?
अगर आप भी अपने ट्विटर अकाउंट को देखें और साथ ही जिन लोगों ने आपको फॉलो किया है उनकी गतिविधि पर नजर डालें तो खुद ब खुद स्पष्ट हो जाएगा कि आपको फॉलो करने वाला कौन सा व्यक्ति असली है या नकली है. ऐसा इसलिए क्योंकि इनके ट्वीट्स में इनकी अपनी कोई राय नहीं होती. ऐसे लोग अपनी प्रोफाइल को स्पैम्स और विज्ञापनों से भरे रहते हैं.
अंत में हम अपनी बात खत्म करते हुए बस इतना ही कहेंगे कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारी आपकी तरह कोई आम आदमी नहीं हैं. आज उन्हें तकरीबन 41 मिलियन लोगों द्वारा फॉलो किया जाता है. ऐसे में उनकी प्रोफाइल से बेतरतीब ढंग से 5000 फॉलोवर्स निकालना और उसपर गुणा गणित कर आंकड़ा जारी करना बेहद आसान है. रही बात फॉलोवर्स की तो चाहे असली हों या नकली उनके फॉलोवर्स उनके ही रहेंगे और उनकी कही बात पर अपनी सहमती या असहमति दर्ज कराते रहेंगे.
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