Tarun Tejpal को कोर्ट ने रेप के आरोप से बरी कर दिया, लेकिन ट्विटर...!
2013 में, गोवा के एक 5 स्टार होटल की लिफ्ट के अंदर महिला साथी के साथ यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद तरुण तेजपाल गोवा सेशन कोर्ट द्वारा बरी हुए हैं. ऐसे में ट्विटर पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. जैसा लोगों का रिएक्शन है ट्विटर यूजर्स को एक नयी बहस में पड़ने का मौका मिल गया है.
-
Total Shares
गोवा की अदालत से आए एक फैसले ने एक बार फिर लोगों के बीच एक नए संवाद को जन्म दे दिया है. मामला 2013 में एक महिला से यौन शोषण का था और आरोपों की जद में मशहूर पत्रकार तरुण आए थे. यौन शोषण जैसे गम्भीर अपराध से जुड़े इस मामले में तरुण तेजपाल को बड़ी राहत मिली है. तकरीबन 8 साल बाद गोवा की सेशन कोर्ट ने तरुण तेजपाल को बरी कर दिया है. वहीं सेशन कोर्ट के इस फैसले से गोवा सरकार संतुष्ट नहीं है और कहा है कि हम इस फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती देंगे. ध्यान रहे पूरा देश उस वक़्त सकते में आ गया था जब तरुण तेजपाल पर 2013 में गोवा के एक 5 स्टार होटल की लिफ्ट के अंदर महिला साथी के साथ यौन शोषण का आरोप लगा था देश हैरत में था कि क्या समाज को दिशा दिखाने वाला व्यक्ति भी ऐसे कुकर्म कर सकता है?
करीब 8 साल बाद तरुण तेजपाल यौन शोषण के मामले में बरी हुए हैं ऐसे में लोग तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं
बताते चलें कि तहलका के फाउंडिंग मेंबर और जॉर्नलिस्ट तरुण तेजपाल पर उन्हीं की एक साथी ने रेप का आरोप लगाया था. गोवा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तत्परता दिखाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की और तरुण तेजपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.मई 2014 से जमानत पर चल रहे तरुण तेजपाल के खिलाफ गोवा पुलिस ने 2846 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी जिसके तहत उनपर गंभीर धाराएं लगाई गयीं और मुकदमा भी इन्हीं के मद्देनजर चला.
बात उस महिला साथी के आरोपों की हो तो बताया यही जाता है कि गोवा में तहलका का एक इवेंट था, मामले पर अपना पक्ष रखते हुए महिला ने कहा था किनउस रात जब वह एक गेस्ट को उसके कमरे तक छोड़ कर वापस लौट रही थी, तो इसी होटल के ब्लॉक 7 के एक लिफ्ट के सामने उसे उसके बॉस तरुण तेजपाल मिल गए. तेजपाल ने गेस्ट को दोबारा जगाने की बात कह अचानक उसे वापस उसी लिफ्ट के अंदर खींच लिया और उसके साथ जोर ज़बरदस्ती की.
जैसा कि हम बता चुके हैं मामले ने सोशल मीडिया को एक नई बहस में पड़ने का मौका दे दिया है. मामले के मद्देनजर सोशल मीडिया यूजर्स ने ख़ुद ब ख़ुद अपने को दो वर्गों में विभाजित कर लिया है. एक वर्ग तरुण के साथ है और बार बार यही बात कह रहा है कि महिला ने तरुण पर झूठे आरोप सिर्फ इसलिए लगाए ताकि वो नाम, पैसा और शोहरत हासिल कर सके. जबकि दूसरे वर्ग के तर्क दूसरे हैं. ये वर्ग महिला के साथ खड़ा है और सेशन कोर्ट के फैसले से खासा नाराज है.
मामले के तहत वो तमाम लोग जो महिला के साथ हैं जमकर भारतीय न्याय व्यवस्था की खिल्ली उड़ा रहे हैं. ऐसे लोगों का यही कहना है कि तरुण तेजपाल के बरी किये जाने ने उन लोगों का मनोबल बढ़ाया है जो रेप या ये कहें कि यौन शोषण जैसे अपराधों को बाएं हाथ का खेल समझते हैं.
आइये नजर डालें ट्विटर पर और समर्थन से लेकर विरोध तक हर उस चीज पर नजर डालें जो फ़िलहाल इस मामले के तहत तरुण तेजपाल को मिल रहा है.
So much against #TarunTejpal was written and covered in the media that now when he's acquitted, the same people will call out on the judiciary, the system, everybody will be labelled as corrupt & India a country with no Gender Justice.This, when there r most stringent laws.
— Amit Lakhani (@TheAmitLakhani) May 21, 2021
तरुण तेजपाल के बरी होने के बाद ट्विटर पर हैश टैग मेन टू की शुरुआत ही गयी है. समर्थक सवाल कर रहे हैं कि जो इज्जत, शोहरत,नाम रुतबा तरुण तेजपाल ने कमाया था वो कब का चला गया. आखिर अब उसकी भरपाई कौन करेगा?
Another high profile #FalseRape case.#TarunTejpal acquitted by court; Tejpal "request my family privacy be respected as we try & reclaim our broken lives".Who will return his dignity, honour, money & respect?Why a man has to suffer every time??#MenToo https://t.co/b748T9n4el
— SIF Chandigarh (@sifchandigarh) May 21, 2021
फैसले के बाद लोग ट्विटर पर यही कह रहे हैं कि जो आदमी निर्दोष था उसके साथ अच्छा नहीं हुआ.
One innocent man is released after 8 years of battle.#TarunTejpal #RememberingRajivGandhi https://t.co/0b5d3qK7vS
— Road Runner (@iwinfairly) May 21, 2021
जैसा कि हम बता चुके हैं तरुण के बरी होने से लोग बहुत नाराज भी हैं इसलिए ऐसे भी तमाम यूजर्स हैं जो इस बात को कह रहे हैं कि स्थिति जब ऐसी हो तो यदि किसी महिला का बलात्कार हो जाए या फिर वो यौन शोषण का शिकार हो, वो किसके पास जाए और शिकायत करे?
Give me one good reason why women should ever come forward to complain about sexual assault? #TarunTejpal
— Namita Bhandare (@namitabhandare) May 21, 2021
साफ़ है कि गोवा की सेशन ने एक साथ कई लोगों को आहत किया है और अब वो शायद ही न्याय या देश के कानून पर अपना विश्वास दिखा पाएं.
Should girls/women even bother filing formal complaints, fighting cases for decades? Genuine question.What is even the point?#TarunTejpal https://t.co/zTlswnNd4u
— Akancha Srivastava (@AkanchaS) May 21, 2021
मामले पर यूजर्स किस हद तक नाराज हैं गर जो समझना ही तो उन प्रतिक्रियाओं का भी रुख किया जा सकता है जिनमें लोग कह रहे हैं कि अपने रसूख का प्रयोग करके अपराधियों का इस तरह बरी होना ही वो कारण है जिसके चलते महिलाएं अपने साथ हुए मामलों पर एफआईआर दर्ज कराने थाने नहीं जाती हैं.
THREAD-The acquittal of #TarunTejpal shows why so many women in this country are reluctant to file FIRs in cases of sexual assault. It’s because each case slowly turns into one woman’s unending fight against a chain of hostile legal, social and judicial systems.
— Priyanka Dubey (@writetopd) May 21, 2021
मामले में कुछ चीजें ऐसी भी सामने आई हैं जिन्होंने पूरी न्याय प्रक्रिया को सवालों के घेरे में डाल दिया है.
Is it merely the confidence of having amazing lawyers or something else that Tarun Tejpal had a statement ready on 19th May 2021 (the last date of hearing) without even the judgment being pronounced? This is little troubling. #TarunTejpal pic.twitter.com/BFxgEAnqqa
— Abhishek Dwivedi (@Rezang_La) May 21, 2021
खैर, तरुण तेजपाल के बरी होने पर गोवा सरकार शीर्ष अदालत जाती है नहीं? वहां पीड़िता को इंसाफ मिलता है या नहीं सवाल कई हैं जिनके जवाब वक़्त देगा लेकिन जो वर्तमान है उसमें देश का आम आदमी तरुण तेजपाल को देखकर ठगा हुआ महसूस कर रहा है. ऐसा शायद इसलिए न्याय गरीबों को नहीं मिलता. समय समय पर रसूख रुतबा और नाम उसे बेबस और लाचार कर ही देता है.
ये भी पढ़ें -
केजरीवाल जी! आरोप लगाने से अच्छा है कि पहले अपनी जानकारी बढ़ा लें
'सिंगापुर स्ट्रेन' पर बड़ी भूल केजरीवाल से हुई - या विदेश मंत्री जयशंकर ने की?
Israel Palestine Conflict में कश्मीर की आड़ लेकर पाकिस्तान ने आपदा में अवसर निकाल ही लिया!
आपकी राय