New

होम -> सोशल मीडिया

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 29 जुलाई, 2018 10:42 AM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

आज के जमाने में छोटी बच्चियां, लड़कियां, महिलाएं और बुजुर्ग को भी सुरक्षित नहीं हैं. जरा सोचिए कोई छोटी सी बच्ची पड़ोस में खेलने जाती है तो उसे उठा लिया जाता है, वो अपने घर के आंगन में भी सुरक्षित नहीं है. बुजुर्ग महिला, शादिशुदा महिला, दो बच्चों की मां, पढ़ने जाने वाले लड़की, स्कूल जाने वाली लड़की यहां तक की पालने में पड़ी छोटी बच्ची तक सुरक्षित नहीं है. 

8 साल की गैंगरेप पीड़िता के साथ जो हुआ उसके कारण पूरा देश न्याय की मांग कर रहा है, लेकिन उस बच्ची को कब्रिस्तान में जगह देने तक पर विवाद हो रहा है. आखिर इतना सब होने के बाद भी बच्ची को क्या न्याय मिलेगा?

शायद यही कारण है कि अब कुछ जाग्रुक मां-बाप अपनी बच्चियों की सुरक्षा के लिए किसी भी कसर तक जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक मां मौलवी की पिटाई कर रही है. मौलवी को पीटते वक्त वो ये भी कह रही है कि क्या तुझे हया नहीं आई? दरअसल, जहां से ये वीडियो वायरल हुआ है उसके अनुसार मौलवी उस महिला की 8 साल की बच्ची का शोषण कर रहा था.

बच्ची ने घर जाकर बताया कि 'कारी साहब' (मस्जिद के इमाम) उसे गलत तरीके से छू रहे हैं. ये उसके लिए अच्छा था कि उसने अपने मां-बाप को इसके बारे में बता दिया. मां ने अपने हाथों में छड़ी उठाई और पहुंच गई मस्जिद अपनी बच्ची के दोषी को सबक सिखाने. वीडियो में महिला अपने बच्ची को भी आगे ला रही है ताकि वो भी मौलवी को मार सके.

इस मामले में कई लोगों ने महिला की तारीफ की. ट्विटर पर इस वीडियो को कई बार शेयर किया गया और लोगों ने यहां तक कहा कि उस मौलवी को ठीक से पीटा नहीं गया है. पुलिस को भी बुलाना चाहिए था. महिला के साथ खड़े होने वालों की संख्या काफी ज्यादा थी.

 

 

कुछ लोगों ने इसपर भी सवाल उठाए..

 

 

 

यहां मामला इस बात का नहीं है कि मौलवी कहां का है और शायद उसने ये जुर्म न किया हो उसे बेनेफिट ऑफ डाउट दे दिया जाए, पर बात तो ये है कि वाकई कुछ मामलों में शायद दोषी को मौके पर ही पकड़ लेना सही है. अपनी बच्ची के लिए कोई भी महिला ऐसे ही गुस्सा करेगी. इस बच्ची के बारे में ये सबसे अच्छी बात थी कि उसने अपनी मां से आकर सारी बात कह दी थी. यकीनन ये ज़रूरी होता है कि बच्चे अपने घरवालों को अपने साथ हुई घटना के बारे में बताएं.

कठुआ रेप केस जैसे जघन्य मामले इसलिए हो पाते हैं कि हमारे देश में बना कानून न अपनी बहू-बेटियों की रक्षा करने में समर्थ नहीं है. ऐसे में किसी न किसी मोड़ पर शायद दोषियों को थोड़ा सबक सिखाना जरूरी होता है. और जो लोग ये कह रहे हैं कि मौलवी को भी एक मौका मिलना चाहिए सच बोलने का उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि क्या 8 साल की बच्ची ऐसी कहानी खुद से बोल पाएगी?

ये भी पढ़ें-

रोज रात को मैं यही प्रार्थना करती हूं कि मेरा रेप न हो!

तुम किससे इंसाफ़ मांग रही हो परी...

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय