बदलते Gujarat election results के साथ EVM की चोरी पकड़ी गई !
ईवीएम को लेकर चुनाव के पहले जो बात चल रही थी अब वो गुजरात चुनाव नतीजों के बाद थोड़ी बदल गई है. लोगों को भाजपा की साजिश यहां भी नजर आ रही है और कांग्रेस का रोना फिर से जारी है.. पर क्या है ईवीएम पर जनता की राय? ये ट्विटर रिएक्शन बता रहे हैं.
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लो जी एक बार फिर चुनाव के नतीजे आ गए हैं और हमेशा की तरह एक बार फिर आरोप और प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. पिछले कुछ समय के सभी इलेक्शन की तरह इस बार भी भाजपा ही सरकार बनाती दिख रही है. हालांकि, यूपी चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में एक बात अलग है. वो है EVM का चर्चा कम हो गया है. बेचारी EVM इस बार खुद को शायद कहीं दबा हुआ सा महसूस कर रही होगी. जहां पिछली बार यूपी इलेक्शन से लेकर दिल्ली एमसीडी चुनाव तक हर जगह ईवीएम के चर्चे थे वहीं आज सुबह नतीजे जैसे ही आना शुरू हुए EVM की बात फेल हो गई और लोग नतीजों पर बात करने लगे. हालांकि, जब पूरी तरह से रुझान भाजपा की तरफ चले गए तो फिर EVM पर बात होने लगी.
पर सवाल अभी भी वहीं का वहीं है .. कांग्रेस फिर से उठाएगी EVM पर सवाल?
योगेंद्र यादव का कहना है कि किसी भी विपक्षी पार्टी को EVM पर सवाल नहीं उठाना चाहिए.
1. एक्जिट पोल EVM से नहीं होते, एक्जिट पोल के नतीजों की तरह ही चुनाव के रिजल्ट आए हैं. 2. बैलट पेपर की काउंटिंग से काउंटिंग एरर यानि काउंटिंग में गलतियों की गुंजाइश बहुत ज्यादा होती थी. ये सिर्फ मॉर्डन और पुराने तरीकों की बात नहीं है.3. ऐसा नहीं है कि कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैक न हो सके, लेकिन सवाल ये है कि जिस तरह के प्रोटोकॉल हमारे यहां फॉलो किए जाते हैं उनको देखने पर लगता है कि ईवीएम की हैकिंग की गुंजाइश कम से कम है.
आखिर काम कैसे करती है ईवीएम-
ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में एक कंट्रोल यूनिट होता है. एक बैलट यूनिट और 5 मीटर की केबल. ये मशीन 6 वोल्ट की बैटरी से भी चलाई जा सकती है. होता कुछ यूं है कि मतदाता को अपनी पसंद के कैंडिडेट के आगे दिया बटन दबाना होता है और एक वोट लेते ही मशीन लॉक हो जाती है. इसके बाद सिर्फ नए बैलट नंबर से ही खुलती है. एक मिनट में ईवीएम में सिर्फ 5 वोट दिए जा सकते हैं.
ईवीएम मशीनें बैलट बॉक्स से ज्यादा आसान थीं, उनकी स्टोरेज, गणना आदि सब कुछ ज्यादा बेहतर था इसलिए इनका इस्तेमाल शुरू हुआ. लगभग 15 सालों से ये भारतीय इलेक्शन का हिस्सा बनी हुई है. हालांकि, इसके पूरी तरह से सही साबित होने को लेकर अभी भी बहस चल रही है और कई देशों ने ईवीएम का इस्तेमाल इलेक्शन में बंद कर दिया है, लेकिन फिर भी अगर देखा जाए तो ईवीएम को दोषी ठहराना एकदम सही नहीं है. सुप्रीम कोर्ट में ईवीएम टैंपरिंग से संबंधित जितने भी मामले पहले आये उनमें से किसी भी मामले में ईवीएम में टैंपरिंग सिद्ध नहीं हो पाई है. स्वयं चुनाव आयोग आम लोगों को आंमत्रित करता है कि वे लोग आयोग जाकर ईवीएम की तकनीक को गलत सिद्ध करने हेतु अपने दावे प्रस्तुत करें. लेकिन आज तक कोई भी दावा सही सिद्ध नहीं हुआ है.
इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा मजेदार ट्विटर के रिएक्शन रहे हैं. नतीजों से पहले और नतीजों के बाद जिस तरह ट्विटर पर रिएक्शन बदले हैं उससे समझ आ रहा है कि अब ईवीएम की पूछ परख कम होने वाली है...
रिजल्ट के पहले EVM पर रिएक्शन...
हां तो दोस्तों आज #EVM का रोना कितने बजे से शुरू होने वाला है?#justasking ????
— प्रिया गिरी (@PriyaGiri01) December 18, 2017
खुद हार्दिक पटेल का ट्विट ... पता नहीं चुनाव परिणामों के पहले चरण में वो कंपनी कहां गई थी...
अहमदाबाद की एक कंपनी के द्वारा १४० सोफ्टवेर एंजिनियर के हाथों से ५००० EVM मशीन के सोर्स कोर्ड से हेकिंग करने की तैयारी हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) December 16, 2017
इतिहास मे दो बार ही #EVM से छेड़छाड़ हुई है
1 :- जब जवाहरलाल नेहरू प्रधानमन्त्री बने थे .2 :- राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने ????????????
— करारा जवाब ???????????????? (@karara_jawaab) December 12, 2017
As we r getting ground reports from Gujarat, Congress party is winning comfortably.If #ExitPoll results r proven true,then its #EVM #EVM & #EVM#GujaratAssemblyElection2017
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) December 16, 2017
#evmkiaag ATM is online connected but evm is not online
— radhe s KHANDELWAL (@radhe_biotech) December 17, 2017
#EVMKiAag Feel sorry for News Channels who just find issues in everything said or done by other political parties.
Few News Channel don't seems to have eyes to see anything in BJP#GujaratElection2017
— Faraz (@farazaamri) December 17, 2017
हर बार EVM का बटन काँग्रेस के चुनाव चिन्ह पंजे की अंगुलियों से दबाया जाता है फिर भी हर वोट BJP को चला जाता है????
ये कैसी बिडम्बना है प्रभु??????????????#EVMKiAag
— चौधरी साब (@dcchoudhary197) December 17, 2017
Today's weather forecast is;#GujaratElection20178am - public gathering around vote counting areasAfternoon- Allegations on #BJP #EVMTamperingEvening- Public gathered around party officesNight-time - more #EVMKiAag #GujaratVerdict
— Akul RV (@moody_arv) December 18, 2017
मोदी जी ने EVM को JIO 4G से जोड़ रखा है,अम्बानी ने jio इसलिए शुरू किया ताकि मोदी जी EVM हैक कर सकें,मोदी जी और अम्बानी दोनों मिले हुए है....????????..........बहन पैसावती#EVMKiAag
— चौधरी साब (@dcchoudhary197) December 17, 2017
9 EVM में 50% वोटों की गड़बड़ी करके 5400 वोटों की हेराफेरी की जा सकेगी.
ये ध्यान देने की बात है की एक बढ़ा वोट किसी अन्य प्रत्याशी से घट भी रहा है.
तो 5 EVM को 50% वोटों के लिए गड़बड़ी करके चुनाव परिणाम में उलटफेर किया जा सकता है.#EVMKiAag
23/n
— Ankit Lal (@AnkitLal) December 17, 2017
प्रश्न : ई .वी .एम की पारदर्शिता बताये ?
उत्तर : 2014 मोदीजी के प्रधानमंत्री बनने के बाद1. दिल्ली में बीजेपी की बुरी हार2. बिहार3.पंजाब4. गोवा5.अरुणाचल.....गोवा में बीजेपी ने, अरुणाचल में 40 कांग्रेसी नेता बीजेपी में आ गए तोह इसमें बीजपी की क्या गलती ?????#EVMKiAag
— ManojNigam(इलाका तुमारा धमाका हमारा ) (@IntolerantMano2) December 17, 2017
#Congress is banking on people,#BJP is relying on hacked #EVMs.
Who should prevail in a democracy?
— Friends of Congress (@friendscongress) December 9, 2017
EVM पर कांग्रेस और हार्दिक पटेल पहले से ही सवाल उठा रहे थे, ट्विटर भी उनके साथ था, लेकिन जैसे-जैसे नतीजे आने लगे वैसे-वैसे ईवीएम ही नहीं.. ट्विटर के सिपाही भी बदल गए. जरा देखिए EVM पर रिजल्ट के बाद की ट्वीट्स...
रिजल्ट के बाद EVM पर रिएक्शन...
कोई बताएगा EVM सही है या नही।।।हैक हुई है क्या@HardikPatel_ मतलब भाजपा जीते तो मशीन गड़बड़ और लड़ जाए तो सही।।।इतनी चरस लाते कहा से हो ।। #ABPResults #GujaratVerdict #GujaratElection2017 #HimachalPradeshElections #HimachalPradesh #SabseBadaDangal
— Shivang Mishra (@shivangmishrac2) December 18, 2017
हम अभी भी भाजपा को दोष ठहराएंगे...
ट्विटर के सिपाहियों ने तो ये भी नतीजे निकाल लिए कि आखिर कैसे शुरुआत में कांग्रेस जीत रही थी और अब भाजपा जीत गई. इसके पीछे भी किसी मास्टर माइंड का हाथ है.
Master Stroke By Amit Shah To Make Congress Believe That EVMs Can't Be Hacked, A Compromise To Win 2019 Lok Sabha Election. See, Nobody's Doubting EVMs Anymore. ????????????????????????#GujaratVerdict #ElectionResults2017 #GujaratElection2017 #HimachalPradeshElections
— Raman Yadav (@Hraman_yd) December 18, 2017
.@HardikPatel_ accused of #EVM Tampering and it is proving true. Sad! RIP Democracy!#GujaratVerdict
— Akhilesh Choudhary (@aapakhi) December 18, 2017
पहले काँग्रेस आगे करके #EVM का भरोसा बनाए रखने का असफल प्रयास...????????
— Anjaliupadhyay(सपा ) (@AnjaliupadhyayS) December 18, 2017
More or less how the counting was going on two things were made sure.1) BJP wins the election 2) put Congress a little bit in fight so #EVM could be justified
Don't make a fool of yourself, start a movement to count thos VVPATs#GujaratVerdict
— Devashish Jarariya (@jarariya91) December 18, 2017
हम भाजपा के साथ हैं...
Not EVMs, BJP Won The Election#GujaratVerdict #HimachalPradeshElections
— Arti Sharma ???? (@imArtiSharma) December 18, 2017
#GujratResults #GujaratVerdict #HimachalVerdict #GujaratElection2017 #HimachalPradeshElections E - एक ही V - विकल्प M - मोदी
— Naveen changal???????? (@Naveenchangal) December 18, 2017
,#EVM की झेंप मिटाने के लिए अब VVPT एक बहाना मिल गया विपक्ष को????????????
— गोपाल भोजक (@gopalbhojak) December 18, 2017
वाकई शायद ये राहुल गांधी के मन की बात है...
9:00 AMCongress: 45 BJP: 34 Congess: EVM working fine
9:30 AMCongress : 56 BJP : 40 Congress: EVM working Fine
10:10 AM Congess 70 BJP :98 Congress : EVM hack !????????#GujaratVerdict #EVM
— aashu... (@AashishSpeaks) December 18, 2017
कांग्रेसियों के अनुसार
08:00 AM ???? EVM बिल्कुल सही है08:30 AM ???? EVM सही है09:00 AM ???? EVM कुछ सही है09:30 AM ???? EVM शायद सही है10:00 AM ???? EVM थोड़ी हैक है10:30 AM ???? EVM 100% हैक है
कुछ देर पहले जो जश्न मना रहे थे अब #EVM पर रोयेंगे.! ????#GujaratVerdict
— Ajit Singh⏺ (@ajitsingh8696) December 18, 2017
Early morning today there was no issue with #EVM as per Cong. because the trends were neck to https://t.co/yEa3gqPCdZ when the climax moves towards @BJP4India,the #EVM issue begins. Haar Maan Jao Yaar. #BJPWinsGujarat
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) December 18, 2017
I am disappointed today to know #Modi #Shah can't tamper #EVM in real. ????#GujaratVerdict #HimachalPradeshElections#GujaratElection2017
— प्रसन्ना (@MBittu712) December 18, 2017
तो क्या अभी भी बाकी है EVM का रोना?
अभी हैकिंग वाली #EVM की गिनती तो बची हुई है। भाजपा 150+ ही लाएगी।
— हेमन्त अत्री (@hsr315) December 18, 2017
Where are those people who were blaming #EVM till Yesterday ???????? ??
— Loose_Bull (@loosebool) December 18, 2017
#EVMs were fine in the morning. They're tampered now! #GujaratElection2017 #GujaratVerdict #Dec18WithArnab #GujaratElections
— prateek (@ooortcloud) December 18, 2017
इलेक्शन कमिशन का क्या कहना है..
1. आयोग का कहना है कि ईवीएम इंटरनेट से जुड़ा नहीं होता. इसलिए इसे किसी भी दशा में ऑनलाइन हैक नहीं किया जा सकता.
2. किस बूथ पर कौन सा ईवीएम जायेगा, इसके लिए रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया होती है. यानी सभी ईवीएम को पहले लोकसभा वार फिर विधानसभा वार और सबसे अंत में बूथवार निर्धारित किया जाता है और पोलिंग पार्टी को एक दिन पहले डिस्पैचिंग के समय ही पता चल पाता है कि उसके पास किस सीरिज का ईवीएम आया है. ऐसे में अंतिम समय तक पोलिंग पार्टी को पता नहीं रहता कि उनके हाथ में कौन सा ईवीएम आने वाला है.
3. बेसिक तौर पर ईवीएम में दो मशीन होती है, बैलट यूनिट और कंट्रोल यूनिट. वर्तमान में इसमें एक तीसरी यूनिट वीवीपीएटी भी जोड़ दिया गया है, जो सात सेकंड के लिए मतदाता को एक पर्ची दिखाता है, जिसमें ये उल्लेखित रहता है कि मतदाता ने अपना वोट किस अभ्यर्थी को दिया है. ऐसे में अभ्यर्थी बूथ पर ही आश्वस्त हो सकता है कि उसका वोट सही पड़ा है कि नहीं.
4. वोटिंग के पहले सभी ईवीएम की गोपनीय जांच की जाती है और सभी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही ईवीएम को वोटिंग हेतु प्रयुक्त किया जाता है.
5. सबसे बड़ी बात, वोटिंग के दिन सुबह मतदान शुरू करने से पहले मतदान केन्द्र की पोलिंग पार्टी द्वारा सभी उम्मीदवारों के मतदान केन्द्र प्रभारी या पोलिंग एंजेट के सामने मतदान शुरू करने से पहले मॉक पोलिंग की जाती है और सभी पोलिंग एंजेट से मशीन में वोट डालने को कहा जाता है ताकि ये जांचा जा सके कि सभी उम्मीदवारों के पक्ष में वोट गिर रहा है कि नहीं. ऐसे में यदि किसी मशीन में टेंपरिंग या तकनीकि गड़बड़ी होगी तो मतदान के शुरू होने के पहले ही पकड़ ली जायेगी.
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