वोटरों की चिंता में तो ये हादसा नहीं हुआ प्रभु जी?
रेलवे ने पुखरायां हादसे के पीड़ितों की मुआवजा राशी तो दुगनी कर दी, सवाल ये उठ रहा है कि उस ट्रेन ट्रेक पर कितना ध्यान दिया गया था.
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इसे इत्तेफाक कहें या फिर नियति कि कानपुर से आज फिर एक बुरी खबर आई. कानपुर से 43 किलोमीटर दूर रूरा इलाके में अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे सुबह करीब 5.30 बजे पटरी से उतर गए. इस हादसे में अभी तक 48 लोगों के घायल और दो लोगों की मौत होने की खबर है.
दो की मौत, 48 घायल |
जरा याद कीजिए अभी पिछले महीने 20 नवंबर को ही कानपुर के पुखरायां में जबरदस्त ट्रेन हादसा हुआ था. इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गये थे, जिसमें 150 यात्रियों की जान गई थी. और आज फिर वैसी ही दुर्घटना सामने आई.
Visuals of #SaeldahAjmer Express train which derailed between Rura-Metha near Kanpur. 2 dead, 28 injured. Rescue and relief ops underway pic.twitter.com/T4O3je12xI
— ANI UP (@ANINewsUP) December 28, 2016
पुखरायां कानपुर से 63 किलोमीटर दूर है, रूरा 56 कलोमीटर. रूरा और पुखरायां के बीच की दूरी केवल 37 किलोमीटर है. यानि ये हादसा पिछले हादसे से ज्यादा दूर नहीं था. लेकिन लगता है कि भारतीय रेल अभी तक पिछले हादसे के शोक से उबर नहीं पाई, वो सिर्फ मृतकों को दिए जाने वाले मुआवजे पर ही अपना पूरा ध्यान लगा रही है. जबकि रेलवे को अपनी सारी इंद्रियां चौकन्नी रखनी चाहिए थीं. जिसमें न सिर्फ पीड़ितों की फिक्र होती बल्कि रेलवे दुर्घटनाओं के कारण और निवारण पर भी ध्यान दिया जाता, रेलवे ट्रैक्स दुरुस्त किए जाते. लेकिन नहीं...
उस भयावह दुर्घटना से भी सुरेश प्रभु कुछ नहीं सीख पाए. उन्होंने सीखा तो सिर्फ ये कि कैसे पीड़ितों को मुआवजा देकर अपनी नाकामियों पर पर्दा डाला जाए. कल ही खबर आई थी कि रेलवे ने दुर्घटनाग्रस्त पीड़ितों की मुआवजा राशी दुगनी कर दी है, जो 01 जनवरी 2017 से लागू की जाएगी. पहले 4 लाख मिलते थे , अब 8 लाख मिलेंगे. इलेक्शन सिर पर हैं, कहना गलत नहीं होगा कि सुरेश प्रभु को उन पीड़ितों में पीड़ित नहीं बल्कि वोटर्स नजर आ रहे थे.
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इसे उनकी नाकामी ही कहेंगे कि पिछले दुर्घटना स्थल से केवल 37 किलोमीटर दूर फिर से ट्रेन के 15 डब्बे पटरी से उतर जाते हैं. लेकिन इस बार भी सुरेश प्रभू केवल लोगों को मेडिकल हेल्प, और मुआवजा देने पर ही जोर देते दिख रहे हैं.
Ex gratia will be paid to injured . All passengers are being provided with necessary assistance to ensure least inconvenience.Doing our best
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) December 28, 2016
मेरा बेटा जब अपनी टॉय ट्रेन से खेलता है तो वो पटरियां ठीक से जोड़ नहीं पाता, और बार बार उसकी ट्रेन ट्रेक से उतर जाती है. पर लगता है कि सुरेश प्रभु ने भी भारतीय रेल को टॉय ट्रेन समझ रखा है. पर असल ट्रेन जब ट्रेक से उतरती है तो बहुतों की चीखें निकलती हैं, बहुतों की जानें जाती हैं, जिनकी कीमत मुआवजे से नहीं तोली जातीं.
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ट्रेन और ट्रेन ट्रेक की मरम्मत का काम भले ही आपको नहीं है लेकिन जिम्मेदारी तो आपकी ही है, इसलिए सुरेश प्रभु पर लोगों का गुस्सा बिल्कुल जायज है.
@sureshpprabhu sir retweetin ur achievmnts nt gona help if rail accidents occur.pl tak action asap Ajmer-Sealdah express #trainaccident
— ARUN SIDD (@adyararun01) December 28, 2016
#sureshprabhu रेल मंत्री जी कृपया ट्रेनों की सुरक्षा एवम संरक्षा पे ज्यादा ध्यान दें ! बुलेट ट्रैन बाद में चलाने की सोचे !!
— ankit pandey (@AnkitkrPandey) December 28, 2016
Wi-Fi और बुलेट ट्रेन जैसे शब्द तब ही अच्छे लगते हैं जब हम इन ट्रेन में निडर होकर सफ़र कर सकेंगे। #Kanpur #SureshPrabhu
— Sakshi Joshi (@sakshijoshi85) December 28, 2016
Most busiest minister this year with ad hoc works award wud go to #sureshprabhu sad and unfortunate too many rail mishaps this year
— Saimeenakshi (@saimeenakshisa1) December 28, 2016
Railminister #SureshPrabhu should blame this fresh mishap on rails being laid down during UPA regime ! It's so easy nowadays fr BJP govt!
— Ashwin (@Ashwin_Gour) December 28, 2016
@sureshpprabhu Please stop these daily #TrainAccident and think of #RailwayUpgradePlan rather than day dreaming about bullet trains.
— Rohin Arora (@arorarohin) December 28, 2016
#trainaccident again? Why dont heads roll of errant officials? Is no one responsible? How many more? @Sureshprabhu minister sir
— Mohini Daljeet Singh (@mohinids) December 28, 2016
हे प्रभु हमें बुलेट ट्रेन बाद में दे देना अभी ट्रेन समय पे और सुरक्षा व्यवस्था तो ठीक कर दो #TrainAccident
— Toney G Yadav (@ToneyYadav) December 28, 2016
प्रभु कि रेलवे "प्रभु" के भरोसे! कैसे चलाएंगे बुलेट ट्रेन ? किसकी जबावदारी? #SealdahAjmerExpress train derailed in #Kanpur once again. #RIP????
— Aaditya Kumar (@aay_kay_Aaditya) December 28, 2016
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