प्यार की ये कौन सी दुनिया है, जहां लड़की के घर के सामने प्रेमी की चिता जले!
ये इश्क नहीं आसां इतना समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूब के जाना है…आग का दरिया तो फिर भी प्रेमी पार कर सकते हैं लेकिन तब क्या जब किसी प्रेमी को पहले जान से मार दिया जाए और फिर प्रेमिका के घर के सामने उसकी चिता को जलाकर अंतिम संस्कार कर दिया जाए.
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ये इश्क नहीं आसां इतना समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूब के जाना है…आग का दरिया तो फिर भी प्रेमी पार कर सकते हैं लेकिन तब क्या जब किसी प्रेमी को पहले जान से मार दिया जाए और फिर प्रेमिका के घर के सामने उसकी चिता को जलाकर अंतिम संस्कार कर दिया जाए. प्यार करने की इतनी क्रूर सजा तो नर्क में भी नहीं मिलती. प्यार पर पहरा देना तो समझ आता है लेकिन अपने पागलपन में किसी की जान लेना कौन सी समझदारी है.
मामला बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के गांव रामपुर का है. जहां 22 साल का सौरभ पड़ोसी गांव की एक लड़की से प्यार करता था. जब वह अपनी प्रेमिका से मिलने सोनबरसा गया था तभी लड़की के घरवालों ने दोनों को साथ में देख लिया. आरोप है कि लड़की के घरवालों ने पहले सौरभ की लोहे की रॉड से खूब पिटाई की और फिर उसका गुप्तांग भी काट दिया.
लड़की के घर के सामने ही लड़के का अंतिम संस्कार कर दिया
सौरभ की हालात जब नाजुक हो गई तब आरोपियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और परिजनों को इस बारे में जानकारी दी. वहीं घायल सौरभ की अस्पताल में मौत हो गई. इसके बाद लड़की के घरवाले फरार हो गए. इस घटना से गुस्साए परिजनों ने लड़की के घर के सामने ही सौरभ का अंतिम संस्कार कर दिया. सौरभ की चिता को उसके प्रेमिका के घर के सामने जला दिया गया.
उसकी चिता भले शांत हो गई हो लेकिन जो आग सीने में धधक रही होगी वह कैसे बुझेगी. इस जाहिलितय की हद आखिर क्या है. प्रेमियों के साथ समाज के लोग कब तक ऐसी हरकत करते रहेंगे. उस लड़की किस बोझ के तले अपनी जिंदगी गुजारेगी. अब सोचिए समाज के लोग उस लड़की के साथ अब किस तरह का व्यवहार करेंगे...
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