5 कारण, क्यों अरुणा के अपराधी को गांव से निकाल दिया जाए?
अरुणा की मौत के बाद सोहनलाल की खोज शुरू हुई. ये खोज खत्म हुई यूुपी के परपा गांव पहुंचकर. फिर लोग सोहनलाल की असलियत से वाकिफ हुए.
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कौन है सोहनलाल? पूरा नाम सोहनलाल वाल्मीकि है.
अचानक सोहनलाल के चर्चा में होने की वजह क्या है? इसकी एकमात्र वजह है हाल में मुंबई की नर्स अरुणा शॉनबाग की मौत. अरुणा का 18 मई को मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया. वो 42 साल से अस्पताल के बेड पर कोमा में रहीं.
अरुणा की मौत के बाद सोहनलाल की खोज शुरू हुई. ये खोज खत्म हुई उत्तर प्रदेश के परपा गांव पहुंचकर. इसके साथ ही गांव के लोग सोहनलाल की असलियत से वाकिफ हुए.
सोहनलाल वाल्मीकि |
परपा गांव के लोगों की राय है कि सोहनलाल को गांव से खदेड़ दिया जाना चाहिए. इस मामले को लेकर जल्द ही पंचायत की मीटिंग होने वाली है.
अब सवाल है कि सोहनलाल को गांव से क्यों बेदखल किया जाना चाहिए? आइए इन बातों को समझने की कोशिश करते हैं -
सोहनलाल को गांव से बेदखल करना ही चाहिए
1. सोहनलाल ने ऐसा जघन्य अपराध किया कि ऐसे अपराधी को समाज में रहने का कोई हक नहीं बचता.
2. सोहनलाल तो अपनी सजा काट कर आराम की जिंदगी गुजार रहा है जबकि नर्स अरुणा शॉनबाग ताउम्र तकलीफ में रहीं.
3. सोहनलाल को तब के कानूनों के हिसाब से सजा मिली थी, अब ऐसे मामलों में ज्यादा सजा का प्रावधान हो गया है. सोहनलाल को जेल में होना चाहिए, लेकिन वो बाहर घूम रहा है.
4. किसी भी अपराधी को सजा देने का मकसद यही होता है कि बाकियों को सबक मिले. अगर कोई वैसा अपराध करने की सोचे भी तो उसके मन में इतना डर पैदा हो कि वो अपने कदम पीछे खींच ले. सोहनलाल को गांव से बेदखल करने से बाकियों को सबक मिलेगा.
5. बच्चों को हमेशा बुरी बातों से दूर रखने की कोशिश होती है. अगर उस गांव के बच्चों को सोहनलाल के साये से भी दूर रखना है तो उसे गांव से बेदखल किए बगैर ऐसा संभव नहीं है.
ये तो हुई सोहनलाल के खिलाफ कुछ बातें. सोहनलाल को गांव में रखा जाए या नहीं इसका फैसला खुद गांव की पंचायत करेगी. इस मसले पर बहस की काफी गुंजाइश है. अब आप क्या सोचते हैं? आप भी अपनी राय दीजिए.
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