मुस्लिम महिलाओं के लिए 'हलाल सेक्स गाइड' !
आखिर एक मुस्लिम महिला अपनी सेक्स लाइफ के बारे में क्या सोचती है? इसका जवाब शायद आप ठीक से ना दे पाएं, लेकिन एक किताब 'The Muslimah Sex Manual: A Halal Guide to Mind Blowing Sex' जरूर दे पाएगी.
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चलिए आज थोड़ी बात सेक्स के बारे में कर लेते हैं... क्या हुआ? चौंक गए क्या? अगर आपको लगता है कि सेक्स खराब चीज है और इसके बारे में पढ़ने से आपके संस्कारों को ठेस पहुंचेगी तो इस पोस्ट को आगे ना पढ़ें क्योंकि इसे पढ़ने के बाद हो सकता है कि आपके संस्कारी नियम थोड़े बदल जाएं.
तो अब अगर आपने आगे पढ़ने के बारे में सोच ही लिया है तो मैं आपको ये भी बता दूं कि इसमें मुस्लिम सेक्स लाइफ का भी जिक्र है. अब भी अगर आप पढ़ रहे हैं मतलब इस पोस्ट पर लिखी गई बातों को शायद आप समझने की भी कोशिश करेंगे. तो चलिए बात करते हैं कि सेक्स की...
आखिर एक मुस्लिम महिला अपनी सेक्स लाइफ के बारे में क्या सोचती है? इसका जवाब शायद आप ठीक से ना दे पाएं, लेकिन एक किताब 'The Muslimah Sex Manual: A Halal Guide to Mind Blowing Sex' जरूर दे पाएगी.
ये किताब एक अमेरिकी मुस्लिम महिला ने लिखी है. अपना नाम तो उन्होंने गुप्त रखा है (इसका कारण आप भलीभांती समझ सकते हैं क्यों..) लेकिन अपनी किताब उम्म मुलादहत के नाम से उन्होंने इस किताब को लिखा है. इस किताब में ये बताया है कि हलाल सेक्स कैसे किया जाए. इसे 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' के उलट विचार के रूप में देखा जाए, तो गलत नहीं होगा. इसमें भी तो महिलाओं की सेक्शुअल फेंटेसी के बारे में बात की गई है, लेकिन सिर्फ एक ही मर्द के साथ.
इस किताब में नवदंपत्ती को किस तरह से अपनी सेक्स लाइफ को अच्छा बनाना चाहिए. इस किताब को उन्होंने तब लिखना शुरू किया जब उनकी दोस्त ने अपनी व्यथा बताई और ये कहा कि उसकी सेक्स लाइफ के कारण पति को खुश नहीं कर पा रही है.
अब हलाल सेक्स की बात आई है तो आप कहीं ये तो नहीं सोच रहे कि ये बहुत ही धार्मिक किताब होगी और सेक्स करने के पहले कोई रस्म निभाई जानी होगी? इस किताब में किसी भी तरह की कोई रस्म नहीं है बल्कि ये सब लिखा गया है कि किस तरह से पति पत्नी एक दूसरे को खुश रख सकते हैं. इस किताब में BDSM (अगर इसके बारे में नहीं पता तो फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे देख लें) और 'How to be a freak in bed' (कैसे बेड पर पागल बना जाए, जैसे चैप्टर भी हैं.
इस किताब में एक और खास बात कही गई है वो ये कि एक पत्नी का हक होता है कि उसका पति उसे भी सेक्स के मामले में पूरी तरह से संतुष्ट करे. इस किताब को लिखने में लेखिका साहिबा को 2 साल लगे और इसमें उन्होंने हलाल किस से लेकर हलाल BDSM तक सब लिखा है.
उस किताब में ये सभी चैप्टर हैं
अब चलिए एक सवाल आपके लिए... आपको क्या लगता है ये सही है या गलत?
मेरे हिसाब से तो इसमें कोई गलत काम नहीं है. शादी-ब्याह, बच्चों वगैराह पर मुस्लिम महिलाओं को पढ़ने के लिए कई किताबें मिल जाएंगी, लेकिन अगर आप सेक्स के बारे में बोलें तो इससे जुड़ी कोई गाइड नहीं मिलेगी. हर इंसान को ये हक है कि वो खुश रहे और पति-पत्नी अगर किसी वजह से अपने शारीरिक संबंधों से खुश नहीं हैं तो उन्हें इस तरह से किसी की मदद लेने में परहेज नहीं करना चाहिए. मेरे हिसाब से तो जिस तरह से इस किताब को लिखा गया है और लेखिका ने जितनी हिम्मत दिखाई है वो तो काबिले तारीफ है.
लेखिका का मानना है कि मुस्लिम महिलाओं को इस किताब को पढ़ना चाहिए और अपने जानने पहचानने वालों से भी शेयर करनी चाहिए. महिलाओं को कोई बेसिक जानकारी नहीं दी जाती और उन्हें बस शादी के झंझट में झोंक दिया जाता है.
अब आपके पास पूरी पोस्ट है और आपकी सोच है. मुझे पता है कि कई लोग मेरी सोच से अलग ही सोचेंगे, क्योंकि मैंने इतने गंभीर विषय पर अपनी सोच जो रखी है, लेकिन फिर भी मैं उस लेखिका के साथ हूं और उम्मीद है कि आपको ये कारण समझ आएगा.
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