New

होम -> समाज

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 15 जुलाई, 2016 05:26 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

वैसे तो शिवपुरी में कई वाटर फॉल हैं, लेकिन लोगो की नजरों में भदैया कुंड की कीमत सबसे ज्यादा है. वो इसलिए क्योंकि ये पति-पत्नी के बीच होने वाली टकरार को खत्म कर देता है. पति-पत्नी में झगड़ा हो जाए तो लोग भदैया कुंड में नहाने की सलाह देते हैं. कहते हैं यहां आकर अगर एक साथ नहाया जाए तो सब कुछ ठीक हो जाता है.

kund_650_071516033809.jpg
पति-पत्नी में झगड़ा होने पर भदैया कुंड में नहाने की सलाह दी जाती हैं

प्रेम बढ़ाता है भदैया कुंड

मध्यप्रदेश की नगरी शिवपुरी को शिव की नगरी कहा जाता है. यहां के इस वाटर फॉल में अपने साथी के साथ नहाने से प्रेम बढ़ जाता है और जीवन भर उनके बीच में आपसी प्रेम बना रहता है. यहां के लोगों की यह मान्यता है कि चट्टानों से होता हुआ यह पानी एक भदैया नामक कुंड में आकर एकत्र हो जाता है और इस पानी में नहाने से पति-पत्नी के बीच विवाद खत्म हो जाता है.

bhadaiya-kund1_071516030118.jpg
 इस कुंड के पानी में हैं चमत्कारिक गुण

क्यों अद्भुत है भदैया कुंड

शिवपुरी के इस भदैया कुंड में सिर्फ बारिश के मौसम में ही वाटर फॉल होता है. ये बारिश का ही पानी है जो कुंड में आकर गिरता है. बारिश का मौसम जाने के बाद यहां सूखा पड़ जाता है.

bhadaiya-kund3_071516030153.jpg
 बारिश न होने पर कुछ ऐसा दिखता है ये कुंड

बारिश के मौसम में दूर दूर से विवाहित जोड़े आकर यहां स्नान करते हैं. ऐसा कहा गया है कि यदि किसी को त्वरचा सम्बं धी रोग हो तो इस जल में आकर स्नायन करने से लाभ मिलता है. त्वचा पर किसी भी तरह की बीमारी या घाव होने पर भी इस पानी के स्पर्श से लाभ होता है.

बारिश के सीजन में ही आता है इस कुंड में पानी

भदैया कुंड डेढ़ सौ साल पुराना कुंड है. जब बारिश होती है तो पानी चट्टानों से रिसकर एक वाटर फॉल का रूप लेता है. यह बारिश का पानी चट्टानों से होते हुए एक प्राचीन मन्दिर की छत के ऊपर से कुंड में गिरता है. जो भदैया कुंड के नाम से जाना जाता है. कहते हैं कि भदैया कुंड में यह पानी गिरकर गुणवान हो जाता है. लोगों का ऐसा मानना है कि बारिश का पानी जिन चट्टानों से होकर कुंड में एकत्र होता है उन चट्टानों में पाए जाने वाले तत्वों में ही कोई चमत्कार है जिससे पानी गुणकारी हो जाता है.

bhadaiya-kund4_071516030211.jpg
 बारिश का पानी चट्टानों से होते हुए एक प्राचीन मन्दिर की छत के ऊपर से होता हुआ कुंड में गिरता है.

कितना अजीब है ना, इस भदैया कुंड में आने वाला पानी कोई अदभुत पानी नहीं है. यह बारिश का वही पानी है जो हमारे और आपके घर पर बारिश के समय बरसता है. लेकिन जब यह कुछ चट्टानों से होते हुए मंदिर के ऊपर से कुंड में आता है तो लोगों के लिए अमृत बन जाता है. भदैया कुंड में न्यूली मैरिड कपल्स के अलावा बुजुर्ग दंपति भी एक साथ नहाने के लिए आते है.

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय