कपड़े बेचने वाले अगर बोलें कि ‘आप जिम जाइए’ तो...
कुछ मेडिकल कारणों का वजह से मोना का वजन बढ़ रहा था, जिसे सालों की मेहनत से उन्होंने कम किया था. पर सेल्समैन के ऐसा कहने से उन्हें अपनी सालों की मेहनत न सिर्फ जाया महसूस हुई, बल्कि इससे उनका मनोबल भी टूट गया.
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जरा सोचिए कि आप हट्टे-कट्टे शरीर के इंसान हैं और अपने लिए कपड़े खरीदने के लिए जाते हैं, दुकानदार आपके सामने कपड़ों के कई डिजाइन परोसने के बजाए आपसे कह दे कि 'आपके साइज के कपड़े नहीं हैं, आपको जिम जाना चाहिए'. जरा सोचिए कैसा लगेगा ये सुनकर. यकीनन ये बात मोटे शरीर के लोगों को गाल पर जड़े तमाचे की तरह सुनाई देगी. ऐसा सुनकर कोई भी शर्मिंदा और अपमानित महसूस करेगा.
मुंबई की मोना जोशी जाने माने ब्रांड 'कल्कि' से खासी प्रभावित थीं लिहाजा अपनी शादी के लिए वो इसी ब्रांड का लहंगा खरीदना चाहती थीं. वो ‘कल्कि’ के स्टोर में गईं जहां उन्होंने सेल्समैन से उनके साइज के लहंगे दिखाने को कहा. पर सेल्समैन ने साफ कह दिया कि 'उनके साइज के कपड़े वहां उपलब्ध नहीं हैं'. अपनी फेवरेट ब्रांड के कपड़े न मिलने पर मोना निराश हो गईं और उन्होंने पूछा- 'फिर मेरे साइज की बाकी लड़कियां क्या करेंगी?' और सेल्समैन से उन्हें जवाब मिला- 'आप जिम जाइए'. मोना ने खुद को अपमानित महसूस किया और तुरंत स्टोर से बाहर चली गईं.
हमें तो नहीं लगता कि आपको जिम जाना चाहिए.. |
बाद में स्टोर के डायरेक्टर ने सैल्समैन को नौकरी से निकाल दिया और मोना से किए गए व्यवहार के लिए माफी भी मांगी मांगी, लेकिन ये सब करने से क्या होता है. मोना के मन पर पड़े अपमान की छाप कभी मिट नहीं पाएगी. कुछ मेडिकल कारणों का वजह से मोना का वजन बढ़ रहा था, जिसे सालों की मेहनत से उन्होंने कम किया था. पर सेल्समैन के ऐसा कहने से उन्हें अपनी सालों की मेहनत न सिर्फ जाया महसूस हुई, बल्कि इससे उनका मनोबल भी टूट गया.
यहां किसी ब्रांड को बदनाम करने का आशय नहीं है, और ऐसे सेल्समैन की वजह से किसी भी बड़ी कंपनी पर कोई प्रभाव भी नहीं पड़ता. लेकिन इस तरह के मामले लोगों की घटिया मानसिकता का परिचय जरूर कराते हैं. इस मानसिकता के लोगों को मुंह तोड़ जवाब की जरूरत होती है, जो उन्हें मिलते रहने चाहिए. क्योंकि दुनिया का हर शख्स खूबसूरत है, और उसे शर्मिंदा करना बेहद शर्मनाक है.
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