चार्ली एब्दो ने उड़ाया एलन की मौत या यूरोप का मजाक!
पक्ष जहां भी हो, विपक्ष अपने आप खड़ा हो जाता है. चार्ली एब्दो मैगजीन का एलन कुर्दी पर बनाए गए कार्टून के मामले में भी कुछ ऐसा ही है. आप इसे किस नजरिए से देखते हैं...
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फ्रांस की मशूहर व्यंग्य मैगजीन चार्ली ऐब्दो एक बार फिर विवादों में है. दरअसल इस मैगजीन ने सीरियाई बच्चे एलन कुर्दी का कार्टून छापा है. एलन हाल ही में सीरिया से यूरोप में शरण के लिए जाते समय समुद्र में डूब गया था और उसकी लाश बहकर तुर्की के समुद्र तट पर आ गई थी. लाल टी शर्ट और ब्लू पैंट पहने इस तीन साल के बच्चे के समुद्र तट पर औंधे मुंह पड़े शव ने पूरी दुनिया में मानवता के सवाल पर नई बहस छेड़ दी थी. अब उसी एलन कुर्दी पर कार्टून छापकर चार्ली ऐब्दो ने हंगामा खड़ा कर दिया है. जानिए आखिर क्यों मचा है इस कार्टून पर बवाल...
चार्ली ऐब्दो ने एलन कुर्दी का मजाक उड़ायाः जिस एलन कुर्दी के शव को देखकर पूरी दुनिया की आंखें नम हो गई थीं, उसी एलन की मौत पर मजाकिया कार्टून बनाकर चार्ली ऐब्दो आलोचकों के निशाने पर आ गया है. चार्ली ने एलन के शव को रेत में धंसे हुए दिखाया और कैप्शन दिया है, 'लक्ष्य के बहुत ही करीब (So Close to the Goal)'. जबकि इसके पीछे मैक्डॉनल्ड जैसी स्टाइल वाले बिलबोर्ड में एक जोकर की तस्वीर के साथ लिखा गया है, 'एक की कीमत में दो बच्चों का मेन्यु (Two children’s menus for the price of one).'
इतना ही नहीं चार्ली ने एक दूसरा कार्टून भी प्रकाशित किया है, 'यूरोप के ईसाई होने का सबूत' (Proof that Europe is Christian), इस कार्टून में एलन (सिर को) को पानी में आधा डूबा दिखाया और उसके बगल में खड़े एक शख्स (जोकि 'जीसस' जैसे हैं) को पानी पर चलते दिखाया गया है. एक तरफ पानी के बाहर निकले हुए बच्चे के पैर हैं तो दूसरी ओर 'जीसस' को खुश दिखाया गया है और उनके चेहरे पर मुस्कुराहट बिखरी है और इसके आगे लिखा है - 'ईसाई पानी पर चल सकते हैं... मुस्लिम बच्चे डूब जाते हैं. (Christians walk on water… Muslim kids sink)'.
इस कार्टून के विरोध में पूरी दुनिया में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई. ज्यादातर लोगों ने इसके खिलाफ गुस्से का इजहार करते हुए अपना विरोध जताया. इन लोगों ने चार्ली ऐब्दो के इस कृत्य को शर्मनाक करार देते हुए Je Suis Charlie के उस स्लोगन का भी मजाक उड़ाया, जोकि इस साल जनवरी में पेरिस में इस मैगजीन के हेडक्वॉर्टर पर हुए हमले के बाद पूरी दुनिया में इसके प्रति एकजुटता का प्रतीक बन गया था.
Hate speech and hate words in name of freedom of expression should be discouraged #CharlieHebdo
— Palwasha Abbas (@Palwasha_Abbas) September 15, 2015
Ladies and gentleman, Charlie Hebdo. That's why i was not and will never be Charlie. How can you mock that poor kid?? pic.twitter.com/q56oNrZgnY
— Zariyab Mhd (@iZariyab) September 13, 2015
Charlie Hebdo is the absolute scum of the earth. pic.twitter.com/51OY32YoDv
— Ros Stafford (@Naknamara) September 13, 2015
पक्ष जहां भी हो, विपक्ष अपने आप खड़ा हो जाता है. चार्ली एब्दो मैगजीन का एलन कुर्दी पर बनाए गए कार्टून के मामले में भी कुछ ऐसा ही है. बहुत से लोगों ने इसे सीरियन क्राइसिस के मानवीय पक्ष और यूरोपियन बाजारवाद के क्रूर रवैये से जोड़कर देखा.
One thing to say "I don't like Charlie Hebdo's crass humour" (fine), but a lie to say "they're mocking dead Syrian child" as some media have
— Sunny Hundal (@sunny_hundal) September 14, 2015
Attacked those against them, in fact! People are idiots. Lashout against messenger. https://t.co/PJQ5KaJGTd
— Wildcard Vidyut (@Vidyut) September 15, 2015
I don't think the #CharlieHebdo cartoon of Kurdi are mocking the dead child. They are highlighting ironies in a nuanced, subtle, way #kurdi
— Noor (@noorpamiri) September 14, 2015
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