Coronavirus भारत में फैला ही नहीं होता, यदि...
भारत (India) में एक के बाद एक कोरोना वायरस (Coronavirus)के मामले सामने आ रहे हैं. यदि इनपर गौर करें तो मिलता है कि अगर आज स्थिति गंभीर हुई है तो उसकी वजह खुद सरकार है जिसने एक गंभीर बीमारी होने के बावजूद कोरोना वायरस को उतनी गंभीरता से नहीं लिया जैसा उसे लिया जाना चाहिए था.
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Coronavirus Latest News Update: ताजा जानकारियों के अनुसार अब तक देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के 28 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जिनमें 16 इटली (Italy) के पर्यटक, एक उनका टैक्सी ड्राइवर, 3 केरल (Kerala) निवासी (जिन्हें उपचार देकर घर भेज दिया गया है), आगरा (Agra) निवासी 6 लोग, दिल्ली (Delhi) निवासी वह शख्स जिसके बेटे के नोएडा (Noida) स्कूल को बंद करना पड़ा था और 1 मरीज तेलंगाना (Telangana) में सामने आया है.
अब जबकि कोरोना वायरस भारत (Coronavirus in India) आ गया है और एक ऐसे वक़्त में जब कोरोना वायरस के भारत आने की खबर के बाद हडकंप मचा हो और सरकार की तरफ से ये आश्वासन दिया जा रहा हो कि सब कुछ ठीक है. चंद जरूरी सवालों का उठाना लाजमी है. बता दें कि दिसंबर के मध्य में चीन (China) के वुहान (Wuhan) में फैले कोरोना वायरस ने जिसकी मीडिया में पहली बार रिपोर्टिंग जनवरी के मध्य में हुई थी, वर्तमान में करीब 75 देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. भारत दो महीने तक कोरोना को अपने से दूर रखने में कामयाब रहा है मगर अब जबकि 28 लोगों के टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं चिंता का बढ़ना लाजमी है. ध्यान रहे कि फरवरी में भारत में कोरोना वायरस के तीन केस केरल (kerala) में रिपोर्ट किये गए थे जिन्हें समय रहते उपचार दिया गया और स्वस्थ होने के बाद जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. वहीं एक मामला वो भी हमारे सामने आया था जब भारत सरकार ने वुहान से 200 भारतीयों को छुड़वाया था और उन्हें राजधानी दिल्ली से दूर, आइसोलेशन में एक कैम्प में रखा था. इतनी जानकारी के बाद हमें ये बात बिलकुल भी नहीं भूलनी चाहिए कि इस समय तक भारत में कोरोना वायरस का मामला पूरी तरफ से नियंत्रित था.
अगर समय रहते भारत सरकार गंभीर होती तो शायद ही भारत में कोरोना वायरस फैल पाता
अब जबकि हम एक के बाद एक कई मामले अपने साथ आते हुए देख रहे हैं तो हमारे लिए भी उन दो मामलों का जिक्र करना जरूरी हो जाता है तो भारत में कोरोना वायरस मामले के मूल हैं. यदि वक़्त रहते उनपर गंभीर हो जाया जाता तो आज गफलत की ये नौबत न आती.
काश के वक़्त रहते इटली से आए व्यक्ति को रोक लिया जाता
कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया गंभीर है और भारत में ये क्यों फैला इसकी वजह उस व्यक्ति को माना जा सकता है जो यूरोप टूर से बीते 25 फरवरी को लौटा था. व्यक्ति रोड ट्रिप पर इटली गया था. मौजूदा वक़्त में इटली का शुमार उन मुल्कों में है जो कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. जब महामारी इतनी बड़ी हो और जिसे लेकर पूरी दुनिया परेशान हो जाहिर सी बात है भारत सरकार को भी इसकी जानकारी होगी.
इस व्यक्ति के मामले में दिलचस्प बात है कि इसकी एअरपोर्ट पर भारत सरकार की तरफ से की स्क्रीनिंग नहीं की गई. वापसी के बाद ये व्यक्ति अपने रोजाना के कामों में जुट गया. इसने अपने बेटे के लिए बर्थडे पार्टी का भी आयोजन किया जिसमें नोएडा के दो प्रतिष्ठित स्कूलों के बच्चे भी शामिल हुए. बता दें कि सुरक्षा कारणों से फिलहाल इन दोनों ही स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
इस पूरे मामले में कटघरे में जहां एक तरफ भारत सरकार है तो वहीं ये व्यक्ति भी है. मामले में सरकार का ये दोष है कि इटली से आने के बावजूद इसकी स्क्रीनिंग नहीं हुई जबकि इस व्यक्ति का अपराध ये है कि सब कुछ जानते बूझते हुए ये खुला घूमता रहा और अपने बेटे के लिए बर्थ डे पार्टी का आयोजन कर कई लोगों की जान को जोखिम में डाला.
ध्यान रहे कि कोरोना वायरस के मामले में सुपर स्प्रेडर की भूमिका भी खूब चर्चा में है और इस मामले में जैसे रोग का प्रचार प्रसार हुआ ये व्यक्ति सुपर स्प्रेडर की भूमिका में नजर आया. माना जा रहा है कि यदि देश की सरकार ने इस व्यक्ति को समय रहते आइसोलेशन में भेज दिया होता तो आज स्थिति ऐसी बिलकुल न होती.
इटली से ही आए टूरिस्टों पर अगर सरकार ने पैनी नजर रखी होती
भारत में कोरोना वायरस फैलाने की एक बड़ी वजह उन टूरिस्टों को माना जा रहा है जो भारत घूमने इटली से आए थे .आपको बताते चलें कि इटली का एक समूह राजस्थान घूमने आया था और ये लोग आगरा और दिल्ली में भी रहे थे. दिलचस्प बात ये है कि इनके साथ भारतीय टूर ऑपरेटर भी मौजूद थे.
शुरुआत में इस ग्रुप के एक 69 साल के व्यक्ति का टेस्ट सैम्पल पॉजिटिव पाया गया बाद में इटली से आए इस समूह के सभी 15 लोग जांच में पॉजिटिव पाए गए. वर्तमान में ये सभी लोग दिल्ली के आउट स्कर्ट में एक कैम्प में मौजूद हैं.फिलहाल सरकार ने उन तमाम लोगों की स्क्रीनिंग के प्रयास तेज कर दिए हैं जो इस ग्रुप के संपर्क में आए हैं.
बार बार इस बात को कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस के फैलने में सुपर स्प्रेडर की एक बड़ी भूमिका है और इन दोनों ही मामलों में चाहे इटली घूमने गया व्यक्ति हो या फिर इटली से आया समूह सुपर स्प्रेडर की भूमिका में दोनों लोग हैं.
अगर सरकार ने वक़्त रहते इन्हें नियंत्रित कर लिया होता और ट्रीटमेंट के लिए इन्हें आगे आइसोलेशन में डाल दिया होता तो आज स्थिति कुछ और होती. शायद भारत में इतना और इस हद तक हडकंप न मचा होता.
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