एक्ट्रेस और आम महिलाओं के मां बनने में क्या अंतर होता है?
हम आलिया भट्ट के लिए खुश हैं. मगर आम महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता है. बच्चा होते ही उनकी दुनिया बदल जाती है. उनका सोना-जगना सबकुछ बच्चे के हिसाब से फिक्स हो जाता है. दिन भर वे काम करती हैं और रात में बच्चा सोने नहीं देता है. भरा-पूरा परिवार होने के बाद भी बच्चे की जिम्मेदारी मां की ही होती
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आलिया भट्ट (Alia Bhatt) मां बनने के कुछ महीनों बाद ही एकदम फ्रेश लग रही हैं. इवेंट्स में जा रही हैं. छोटे-छोटे कपड़ों में फोटोशूट करा रही हैं और तो और वे एकदम फिट भी हो गई हैं. हमारे हिसाब से यह एकदम अच्छी बात है कि वे नवंबर में मां बनी और इतनी जल्दी उनकी जिंदगी पटरी पर लौट आई.
हम आलिया भट्ट के लिए खुश हैं. मगर आम महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता है. बच्चा होते ही उनकी दुनिया बदल जाती है. उनका सोना-जगना सबकुछ बच्चे के हिसाब से फिक्स हो जाता है. दिन भर वे काम करती हैं और रात में बच्चा सोने नहीं देता है. भरा-पूरा परिवार होने के बाद भी बच्चे की जिम्मेदारी मां की ही होती है.
परिवार का कोई सदस्य थोड़ी देर के लिए भले बच्चे को दोगी में लेले मगर सुसु पॉटी करते ही सब मां का नाम पुकारने लगते हैं. मां को ही सब देखना पड़ता है. एकल परिवार की तो बात ही छोड़ दीजिए.
एक्ट्रेस की देखरेख के लिए उनकी पूरी टीम होती है जबकि आम महिलाओं को सबकुछ खुद ही देखना पड़ता है
अभिनेत्रियां तो बच्चा होने के कुछ दिनों पहले तक काम करती रहती हैं. मगर यहां तो सबसे पहले तलवार महिला की नौकरी पर ही लटकती है. वैसे तो बच्चा माता-पिता दोनों की जिम्मेदारी है मगर कुदरत ने मां को ऐसा बनाया है कि वही बच्चे की अच्छी तरह देखरेख कर पाता है. कुल मिलाकर महिला के करियर पर ब्रेक लग जाता है. वहीं एक्ट्रेस ऐसा नहीं करती हैं वे बच्चे के खातिर अपने करियर पर ब्रेक लगने नहीं देती हैं. वे तो बच्चे को जन्म देने के कुछ दिनों बाद ही काम पर लौट जाती हैं. जबकि आम महिलाओं को पता भी नहीं होता कि वे काम पर जा पाएंगी या नहीं.
एक्ट्रेस की देखरेख के लिए उनकी पूरी टीम होती है जो उनके खाने-पीने, सोने, जगने, कपड़े, डाइट आदि का ध्यान रखती है मगर आम महिला को अपने और बच्चे का ख्याल रखने के साथ-साथ पूरे परिवरा को देखना पड़ता है. बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद ही महिला रसोई में खाना बनाने लगती है. वह घर की सफाई करने लगती है. वह घऱ की सारी जिम्मेदारियां अपने ऊपर ले लेती है. इसी के साथ वह बच्चे को नहलाने, धुलाने, खिलाने-पिलाने का भी काम करती है. वहीं अभिनेत्रियों के साथ ऐसा नहीं है. वे तो बच्चे की देखरेख के लिए नैनी रख लेती हैं. बच्चे की सारी जिम्मेदारी नैनी की होती है. हां वे अपने बच्चे के साथ टाइम जरूर स्पेंड करती हैं.
बच्चा होने के बाद आम महिलाओं की शरीर फूल कर गुब्बारा हो जाता है. वे शायद ही दोबारा शेप में आ पाती हैं. उनके पास अपने लिए टाइम नहीं रहता है. उनकी आंखों के नीचे काले घेरे पड़ जाते हैं, बाल जूड़े में सिमट जाते हैं, स्किन रूखी पडी जाती है. वे ना ठीक से सो पाती हैं ना जग पाती हैं. इस कारण उनका शरीर बदल जाता है.
जबकि एक्ट्रेस के साथ ऐसा नहीं है. वे एकदम फ्रेश दिखती हैं क्योंकि उनके पास उनके बच्चे को देखने के लिए हमेशा कोई मौजूद होता है. आम महिलाओं की डिलीवरी में बड़ी परेशानी होती है. जबकि एक्ट्रेस के पास बेस्ट से बेस्ट डॉक्टर्स और हॉस्पिटल होते हैं. ऊपर से अधिकर एक्ट्रेस सी सेक्शन के जरिए बच्चे को जन्म देती हैं. एक्ट्रेस काम और भागदौड़ की वजह से बच्चों को समय नहीं दे पाती हैं जबकि आम महिलाएं बच्चों के साथ ही रहती हैं. वे सबसे पहले अपने बच्चे को प्राथमिकता देती हैं.
अभिनेत्रियां बच्चा होने के बाद भी आराम से घूम फिर सकती हैं. जबकि आम महिलाएं कहीं जाने से पहले सबसे पहले बच्चे के बारे में सोचती हैं. वे खुद से अधिक अपने बच्चों के कपड़े पैक करती हैं. उनका छोड़ी देर के लिए घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. ट्रिप पर जाना तो दूर की बात है. मां बनने के बाद एक्ट्रेस दोबारा अपनी जिंदगी जीती हैं जबकि आम महिलाओं की लाइफ हमेशा के लिए बच्चे के चारों ओर घूमने लगती है. तो अगर आपको लगता है कि एक्ट्रेस और आम महिलाओं का मां बनना एक समान है तो गलत लगता है.
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