एक लड़की कितने तरह का डर अपने साथ लिए घूमती है?
लड़कियां अगर मार्केट गई हैं और उन्हें वहां समय लग गया तो वे डरती हैं कि घऱ जाते से ही सबसे पहले उनसे यह सवाल पूछा जाएगा कि इतना लेट कहां हो गई?
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जमाना कितना बदला गया है लेकिन लड़कियों का डर है जो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. वो भी एक नहीं ऐसी कई बातें हैं जिससे वो डरती हैं. शाम 7 बजे के बाद अगर लड़कियों को कहीं बाहर जाना हो तो वे अक्सर टालने की कोशिश करती हैं. फिर भी अगर जाना पड़े तो वे रात 9 बजे तक लौटना चाहती हैं. लड़कियों के मन में उनकी सुरक्षा को लेकर हमेशा डर बैठा रहता है. वो जल्दी किसी अपने पर भी भरोसा नहीं कर पाती हैं.
शादी के बाद जब एक लड़की अपने ससुराल जाती है तो उसे हर एक बात में डर लगता है
आए दिन महिला अपराध की ऐसी तमाम खबरें आती हैं जिससे उनका डर औऱ अधिक बढ़ते जाता है. लड़कियां अगर कैब से भी कहीं आना-जाना करती हैं तो उसकी जानकारी अपने घऱवालों के साथ शेयर करती हैं. उनके घऱवाले भी उन्हें फोन लगाते रहते हैं. ऐसा नहीं है कि ये लड़कियां डरपोक हैं मगर हालात कैसे हैं इसका अंदाजा तो आपको भी होगा. चलिए ऐसे ही हालातों के बारे में बताते हैं जिनका सामना करने में लड़कियां हिचकिचाती हैं.
मुझे बाहर पढ़ने दिया जाएगा या नहीं
लड़कियां अपनी पढ़ाई को लेकर सजग रहती हैं, शायद कहीं ना कहीं उन्हें पता रहता है कि अगर वे पढ़ाई में अच्छी नहीं रहेंगी तो उनकी शादी जल्दी करा दी जाएगी. इसके अलावा घर के लड़कों को तो बाहर जाकर पढ़ने की आजादी रहती है मगर वे डरती हैं कि उन्हें यह मौका मिलेगा या नहीं. कहीं उन्हें पास के कॉलेज से ही बीए करने की सलाह तो नहीं दी जाएगी.
मुझे बाजार से घर आने में देरी हो गई तो
लड़कियां अगर मार्केट गई हैं और उन्हें वहां समय लग गया तो वे डरती हैं कि घऱ जाते से ही सबसे पहले उनसे यह सवाल पूछा जाएगा कि इतना लेट कहां हो गई? हो सकता है कि उनपर शक किया जाए और उन्हें डांटा जाए.
अपने पुरुष दोस्तों को घर बुलाने से
घर के लड़कों के दोस्त-यार बड़े आराम से जब चाहें घर आ-जा सकते हैं मगर लड़कियां सही रहते हुए भी अपने दोस्तों को घर बुलाने से डरती हैं. उन्हें लगता है कि शायद इससे घरवाले नाराज हो जाएं. फिर भाई का अपनी बहन पर अलग ही कंट्रोल होता है.
अफेयर के बारे में पता चलने से
लड़कियां अपने रिलेशनशिप के बारे में घरवालों को बताने से डरती हैं. शायद उन्हें पता रहता है कि इसके बाद उनका क्या हाल होगा? शायद वे जानती हैं कि इसके बाद उन्हें जज किया जाएगा और घर में रहने के लिए दबाव बनाया जाएगा.
अकेले यात्रा करने से
लड़कियों का मन सोलो ट्रेवल करने का तो करता है मगर फिर अपनी सेफ्टी के बारे में सोचकर वे डर जाती हैं. दूर जाना तो छोड़िए वे अपने शहर में भी अकेले बाहर जाने से करराती हैं. आजकल महिलाएं शहरों में लेट नाइट जॉब करती हैं. वे घर जाने के लिए कैब का इस्तेमाल करती हैं फिर जब तक घर नहीं पहुंचती एकदम चौकन्नी रहती हैं.
हमसफर कैसा मिलेगा
शादी के नाम पर लड़कियों की टेंशन बढ़ जाती है. वे इस बात को लेकर परेशान रहती हैं कि उनका होने वाला जीवनसाथी कैसा मिलेगा? वो उन्हें समझेगा या नहीं. उनको सम्मान देगा या नहीं. कहीं उसकी सोच पिछड़ी हुई तो?
अपनी बदनामी होने से
कई बार लड़कियां किसी गलत रिश्ते में फंस जाती हैं. वे टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर निकलना चाहती हैं लेकिन इस बात से डरती हैं कि कहीं लड़का उनकी बदनामी ना कर दें. वे डरती रहती हैं औऱ ब्लैकमेल होती रहती हैं.
ससुराल वालों की उम्मीदों पर खरी न उतरने का डर
शादी के बाद जब एक लड़की अपने ससुराल जाती है तो उसे हर एक बात में डर लगता है. वो सोचती है कहीं मुझसे कोई गलती हो गई तो? कहीं गलती से मुंह से कुछ निकल गया तो? कहीं खाना स्वादिष्ट बना तो? उसे लगता है कि अगर वो ससुराल वालों की नजरों में खरी ना उतरी तो पता नहीं सब उसके बारे में क्या कहेंगे?
एक अच्छी पत्नी, बहू और मां न बन पाने का डर
एक लड़की शादी के बाद अच्छी पत्नी बनना चाहती है. वह पति की हर छोटी बात का ख्लाल रखती है. वह घऱ की बहू की भूमिका निभाती है औऱ मां बनने पर तो खुद को भूल ही जाती है. इस तरह वो बस डर के साए में करती ही जाती है.
करियर पर ब्रेक लग जाने का डर
लड़की सोचती है कि अगर उसने करियर में तरक्की नहीं की. कुछ अच्छा नहीं कर पाई तो उसके घरवाले उसे घर बिठा देंगे. वे कहेंगे कि क्या इतने पैसे के लिए दिन भऱ बाहर जाती है. घर का काम अकाज होता है. वह लड़की शायद इसलिए मां बनने से भी डरती है कि अगर ऐसा हुआ तो घरवाले कहेंगे कि अब तो जॉब करने का सवाल ही नहीं उठता.
खर्चीली बहू का थप्पा लगने से
एक लड़की भले ही मेहनत करके पैसे कमाए लेकिन बिना पति के परमिशन के वह अपने लिए कुछ खरीदने से पहले 100 दफा सोचती है. उसे इस बात का डर रहता है कि ससुराल वालें कहेंगे कि अपने ऊपर बहुत पैसा खर्च करती है. घर की लक्ष्मी को पैसे बचाने चाहिए ना की खर्च करने चाहिए. इस चक्कर में वह अपना मन मारती रहती है.
क्या शादी के बाग मुझे घरवाले पराया कर देंगे
जब एक लड़की की शादी फिक्स होती है तो उसके मन में कई तरह की भावनाएं जन्म लेती हैं. नई दुनिया में जाने से पहले वह यह सोचकर रोती रहती है कि क्या शादी के बाद सबकुछ बदल जाएगा. क्या मैं मेरे घर की नहीं कहलाऊंगी? क्या मेरे घर को मायका नाम दे दिया जाएगा. क्या मेरे घरवाले मुझे पराया कर देंगे?
क्या तलाक के बाद मुझे वही सम्मान मिलेगा
शादी के बाद किसी कारण वश अगर किसी महिला का तलाक हो जाता है तो वह सोचती है कि क्या समाज में अब मुझे पहले वाला सम्मान मिलेगा? क्या मुझे लोग अपनाएंगे या नीची नजरों से देखेंग?
शादी के बाद पति को खोने से
जब एक महिला का शादी हो जाती है तो उसकी पूरी दुनिया पति के इर्द-गिर्द घूमती है. वह किसी भी हाल में अपने पति को खोना नहीं चाहती. उसे पता है कि पति के बिना उसे समाज के लोग किस नजरों से देखेंगे. उसकी आजादी तभी तक है जब तो पति का साथ है. वह डरती है कि पति कहीं धोखा ना दे दे.
क्या मेरे बच्चे बड़े होकर मेेेरा सम्मान करेंगे
बच्चों को पालने में महिला अपना सबकुछ लगा देती है. वह रातों को जगती है और दिन भर भागती है ताकि उसका बच्चा ठीक रहे. वह बच्चे के लिए सबकुछ करती है. मगर जब बच्चा बड़ा होने लगता है कि वही मां डरती है कि मेरा बच्चा मेरी बात मानेगा या नहीं? वह मेरा सम्मान करेगा या नहीं?
जब लड़के वाले शादी के लिए देखने आते हैं
शादी से पहले लड़के वाले जब किसी लड़की को देखने आते हैं तो उसके मन में रिजेक्ट किए जाने के डर बैठा रहता है. वह सोचती है कि पता नहीं मुझे देखकर जाने के बाद ये लोग शादी के रिश्ते को स्वीकार करेंगे या इनकार करेंगे. उसे पता होता है कि रिेजेक्ट होने पर उसके घऱवालों मायूस हो जाएंगे.
ये सारे डर ऐसे हैं जिनके बारे में लड़कियां किसी से कुछ खुलकर बोल नहीं पाती हैं. वे बस अपने मन ही मन में कुढ़ती रहती हैं. खुद से हर रोज लड़ती रहती हैं और इसी डर का सामना करते हुए वे आगे बढ़ती रहती हैं...कभी ध्यान से किसी लड़की को गौर करना शायद समझ आ जाए...
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