New

होम -> समाज

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 11 अगस्त, 2018 05:51 PM
बिजय कुमार
बिजय कुमार
  @bijaykumar80
  • Total Shares

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के नजदीक फुटहिया में शनिवार को एनएच 28 पर निर्माणाधीन फ्लाइओवर गिरने की घटना में चार लोग घायल हो गए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है. हालांकि राहत की बात ये है कि इसमें किसी की जान नहीं गई है. बता दें कि अभी वाराणसी में फ्लाईओवर की बीम गिरने का मामला पुराना नहीं हुआ था कि इस घटना ने एक बार फिर सरकार को सवालों के घेरों में खड़ा कर दिया है.

flyover collapsedतीन महीने में दूसरा फ्लाईओवर गिरा

खबरों की मानें तो फुटहिया फ्लाइओवर का निर्माण लगभग 60 फीसदी से ज्यादा पूरा हो गया था और इसके अचानक से गिरने की घटना ने कंस्ट्रक्शन में लापरवाही और काम में लगे मजदूरों के सुरक्षा मापदंडो पर सवाल उठाया है. इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राहत कार्य शुरू करने और यातायात सुचारू कराने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि सुबह घटी ये घटना बड़ी हो सकती थी लेकिन सरकार के लिए राहत की बात ये है कि उस समय ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी. इस घटना के बाद प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट में कहा कि बस्ती ब्रिज दुर्घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी और एसपी को मौके पर भेज दिया गया है साथ ही चिकित्सा के जरुरी प्रबंध के निर्देश दिए गए हैं और प्रदेश सरकार हरसंभव सहयोग करेगी.

लेकिन इस हादसे के बाद विपक्ष के तेवर हमलावर दिखे. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक ट्वीट के जरिये सरकार पर हमला बोलते हुए इसे “ना-काम सरकार” कहा और ये भी कहा कि सरकार को अपने कार्यों के जांच के लिए एक आयोग बना देना चाहिए.

तो वहीं कांग्रेस के नेता राज बब्बर ने इस घटना के लिए मोदी- योगी को आड़े हाथों लेते हुए गवर्नेन्स पर सवाल उठाया और कहा कि लोगों की हिफाजत सरकार की प्राथमिकता नहीं है.

बता दें कि इसी साल 15 मई को वाराणसी में फ्लाइओवर हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई थी जिसको लेकर लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिला था. प्रदेश सरकार ने इसकी जांच के लिए ना सिर्फ विशेष कमिटी का गठन किया था बल्कि कई अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई थी. कह सकते हैं कि निर्माण के समय ही इस तरह के हादसों से सरकार की छवि धूमिल होती है और विपक्ष को हमला करने का मौका मिल जाता है.

ये भी पढ़ें-

वाराणसी का ब्रिज गिरने को 'हादसा' कहना नई दुर्घटनाओं को न्योता देना है

लगातार गिर रही हैं इमारतें, ऐसे समझिए कौन सी वैध है और कौन सी अवैध

लेखक

बिजय कुमार बिजय कुमार @bijaykumar80

लेखक आजतक में प्रोड्यूसर हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय