कोरोना पॉजिटिव हूं बोलकर लड़की ने नाइट क्लब पार्टी की, बॉस को झूठ का पता चला तो काम तमाम हो गया!
लड़की ने अपने बॉस से झूठ बोला कि वह कोरोना संक्रमित हो गई है. इसके बाद उसे ऑफिस से छुट्टी मिल गई. वह अपने दोस्तों के साथ नाइटक्लब में पार्टी करने चली गई. जहां उन्होंने खूब मस्ती की लेकि यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं चल पाई क्योंकि बॉस को कहीं से उनके झूठ की भनक लग गई...
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कोरोना (Corona) की तीसरी लहर पीक पर है. सरकार ने एहतियात बरतने के लिए तमाम पाबंदियां लगाईं. ऑफिस बंद किए गए और वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी गई ताकि लोग ओमीक्रोन (Omicron) की चपेट में न आएं. हालांकि यह बात भी सामने आ रही है कि कुछ लोगों ने इस बात का गलत फायदा उठा रहे हैं. कई लोगों ने खुद को कोरोना पॉजिटिव (corona positive) बताकर छुट्टी ले रहे हैं और सैर सपाटे पर निकल रहे हैं. कोरोना का एक नकारात्मक पक्ष यह भी सामने आया है.
यह कहानी अमेरिका की रहने वाली एली मिडलेटन की है. जिसने कोरोना संक्रमित होने का बहाना बनाकर ऑफिस से छुट्टी ली जिसका साइड इफेक्ट भी उसे देखने को मिल गया. एली मिटलेटन है अपनी कहानी खुद टिकटॉक पर शेयर की है. एली ने बताया कि उन्होंने अपने बॉस से झूठ बोला कि वह कोरोना संक्रमित हो गई हैं. इसके बाद उन्हें ऑफिस से छुट्टी मिल गई. ऑफिस से छुट्टी मिलने के बाद मिडलेटन अपने दोस्तों के साथ नाइटक्लब में पार्टी करने चली गईं. जहां उन्होंने खूब मस्ती की. उनकी यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं चल पाई क्योंकि बॉस को कहीं से इसकी भनक लग गई कि वे झूठ बोलकर इस कोरोना काल में पार्टी करने गईं हैं. इसके बाद बॉस ने मिडलेटन को एक स्क्रीनशॉट के साथ मैसेज किया, जिसमें उनका पर्दाफाश हो चुका था.
उस लड़की की कहानी जिसने कोरोना पॉजिटिव होने का बहाना बनाकर छुट्टी ली और क्लब में पार्टी करने चली गई
ऐसा करने से पहले इन लोगों ने सोचा भी नहीं कि जिस बीमारी का ये लोग बहाना बना रहे हैं उसने कितने घरों को उजाड़ दिया. कोरोना की मार क्या है ये वही लोग समझ सकते हैं जिनके ऊपर बीती है. हमारे यहां अगर कोई यह कहता है कि मेरी तो तबियत ही खराब नहीं होती तो लोग तुरंत टोक देते हैं कि ऐसा मत कहो कहीं बीमार न पड़ जाओ.
हालांकि ऐसी सभी लोग नहीं करते हैं क्योंकि जिनपर बीती है उन्हें इस वायरस से नफरत है. वे किसी भी कीमत फर कोरोना के नाम पर बहाना बनाकर छुट्टी नहीं लेना चाहेंगे. कई लोग तो यह भी सोचते हैं कि क्या पता कोविड का बहाना बनाओ और सच में कोरोना हो जाए तो?
एक तरफ दुनियां कोरोना की मार झेल रही है तो दूसरी तरफ यह लोगों के जश्न बनाने का मौका है. जो लोग कोरोना के नाम पर बहाना बनाकर छुट्टी ले रहे हैं क्या उन्हें कंपनी कभी ऑफ नहीं देती? ऐसे में तो जब उन्हें सच में जरूरत होगी तो कंपनी या बॉस को यही लगेगा कि यह तो बहाना ही बना रहा होगा या होगी. ऐसे में किसी भी कर्मचारी को चाहिए कि वह बॉस से कभी भी झूठ न बोलें. आप सच बोलेंगे तभी तो वे आपकी बात को समझएंगे. आप जहां काम करते हैं वहां का माहौल तभी हेल्दी रह सकता है. अगर विश्वास टूट गया तो आगे भी समस्या आपको ही होगी और वैसे भी कोरोना के नाम छुट्टी लेने से आपके मन में ग्लानि तो हो रही होगी.
ऐसे ही कुछ लोगों ने सभी कर्मचारियों को बदनाम करके रखा है. इनके चक्कर में उन बेचारे जरूरतमदों पर भी कंपनी शक करती है जो सच बोल रहे होते हैं. अब क्या ही किया जाए ऐसे प्राणी का, आप बहस करेंगे तो उनका तर्क भी आपके लिए तैयार है. हम तो बस निवेदन ही कर सकते हैं कि भइया कसम से ऐसा न किया करो यार...
कंपनियां वर्क फ्रॉम होम और छुट्टी इसलिए दे रही हैं ताकि आप सुरक्षित रहें, इसलिए नहीं कि संक्रमण के समय में आप नाइट क्लब में पार्टी करें. ऐसा करके आप खुद की और परिवार वालों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं. हम यह नहीं कह रहे हैं कि पार्टी करना बुरी बात है लेकिन इसके लिए उयुक्त समय भी तो होना चाहिए.
कोरोना पॉजिटिव होने का बहाना बनाने वाली लड़की के साथ जो क्या हुआ
आप अंदाजा लगाइए कि इसके बाद उस लड़की के साथ क्या हुआ होगा? असल में बॉस ने उन्हें मौका दिया. उन्होंने एक स्क्रीन शॉट भेजते हुए पूछा कि आप कहां है? इसके बाद भी एली मिडलेटन ने सच नहीं बोला और कहा कि वे अपने घर में आइसोलेट रह रही हैं. इसके बाद बॉस ने उन्हें पार्टी करते हुए एक स्क्रीनशॉट भेज दी. अब तो ऐली की एक न चल सकी. एली का वही हाल हुआ जो आप सोच रहे हैं, जी हां बॉस ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया. फिलहाल वे बेरोजगार हैं और उन्हें अपनी गलती का एहसास भी है.
कोरोना पॉजिटिव होने का बहाना बनाने वाले लोगों को इनकी कहानी से सीख लेने की जरूरत है. ऐसा करने से भी आप कोरोना संक्रमण से भी बच जाएंगे और आपकी नौकरी भी नहीं जाएगी. अब आपकी नजर में क्या बॉस ने सही किया? हम तो यही कहेंगे कि अब पछताए का होत जब चिड़िया चुग गई खेत...
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