कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद रूस में सेक्स से दूर रहने की सलाह क्यों जा रही है?
कोरोना वैक्सीन को लेकर अक्सर अलग-अलग तरह की जानकारी सामने आती रहती है. वहीं इस बीच एक सवाल की काफी चर्चा हो रही है कि क्या टीका लगवाने के बाद शारीरिक संबंध स्थापित किया जा सकता है या नहीं.
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टीकाकरण को लेकर अक्सर अलग-अलग तरह की जानकारी (sex after vaccination) सामने आती रहती है. विशेषज्ञ अलग-अलग समय पर हमें यह बताते रहते हैं कि वैक्सीन लेने से पहले और बाद में क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
लोगों के मन में टीकाकरण को लेकर अलग-अलग सवाल आते रहते हैं, जिनमें शराब पीने से लेकर दवाई खाने तक शामिल हैं. लोग इस तरह के और भी सवाल पूछते रहते हैं. वहीं इस बीच एक सलाह की काफी चर्चा हो रही है कि क्या टीका लगवाने के बाद शारीरिक संबंध स्थापित किया जा सकता है या नहीं.
इस विषय पर रूस खुलकर सामने आया है. वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह सलाह दिया है कि कोरोना का टीका लगवाने के बाद लोगों को कम से कम तीन दिन तक सेक्स नहीं करना चाहिए. शायद आपको यह बात हैरानी में डाल सकती है लेकिन यह बात हम नहीं बल्कि सेराटोव क्षेत्र के उप स्वास्थ्य मंत्री डॉ डेनिस ग्रेफर का कहना है.
इनके अनुसार, लोगों को सेक्स के बाद बढ़े हुए शारीरिक तनाव से दूर रहना चाहिए. रूस में इसके पहले भी टीकाकरण के तुरंत बाद शराब पीने, धूम्रपान करने और भाप लेने से मना किया गया था.
रूस में इससे पहले टीकाकरण के बाद धूम्रपान और शराब पर पाबंदी लग चुकी है
दरअसल, डॉ. डेनिस ग्रेफर ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि मेरा हिसाब से यह बात हर इंसान जानता है कि सेक्स के समय बहुत ज्यादा ऊर्जा की खपत होती है. इसलिए हम उन लोगों को आगाह करना चाहते हैं हैं जो टीकाकरण के बाद लापरवाही बरत रहे हैं. जिन लोगों ने भी टीकाकरण करवाया है उन्हें यौन संबंध और किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधी ,से परहेज करना चाहिए.
ग्रेफर, डॉक्टर होने के साथ ही एक शीर्ष राजनेता भी है. इनके सेक्स से संबंधित इस दावे का वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ओलेग कोस्टिन ने आलोचना की. उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के बाद आप सेक्स कर सकते हैं लेकिन सावधानी के साथ. रूसियों को इस बात की समझ होनी चाहिए कि वैक्सीन लेने के बाद ज्यादा सेक्स नहीं करना चाहिए. यह एक साधारण सी बात है. जिसकी समझ अपने आप में होनी चाहिए.
एक बात और कोरोना वायरस की दो-दो वैक्सीन बना चुके रूस की सबसे कम टीकाकरण के चलते दुनिया भर में खिल्ली उड़ रही है. यहां केवल 13 प्रतिशत लोगों को ही कोरोना वायरस की दोनों डोज दी गई है. इस कारण रूस को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
फिलहाल यहां के नागरिकों को स्पुतनिक वी वैक्सीन की डोज लग रही है. वहीं स्पुतनिक वी वैक्सीन को अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन से मंजूरी नहीं मिली है. रूस कबसे इस बात का इंतजार कर रहा है.
अगर आपको भी टीकाकरण को लेकर अगर मन में कई शंका है तो अपने चिकित्सक से बात करें, लेकिन हर हाल में वैक्सीन जरूर लगवाएं. अफवाहों पर ध्यान ना दें और खुद को सुरक्षित रखें.
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