दुल्हनों के इस बाज़ार में आपका स्वागत है...
शादी के मार्केट में किस हद तक नीचे गिरकर लोग अपने लिए दुल्हन ढूंढ रहे हैं उसका एक अच्छा उदाहरण यहां मिलेगा. ध्यान से पढ़िए ये हमारे समाज में मौजूद लोगों के बारे में ही है.
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भारत में अगर कोई इंसान 21 पार कर जाता है तो उसकी शादी की उम्र हो जाती है और उसके परिवार और रिश्तेदारों के लिए सबसे ज़रूरी चीज हो जाती है उसकी शादी करवाना. सामाजिक दबाव भी बनाया जाता है. तरह-तरह के तरीके अपनाए जाते हैं जब तक वो इंसान (लड़का हो या लड़की इस मामले में दोनों बराबर) पूरी तरह से शादी के लिए समर्पित न हो जाए.
इसके बाद शुरू होती है खोज. जहां दूल्हे-दुल्हन के मार्केट में सभी ग्राहक और दुकानदार तैयार रहते हैं. तभी तो मैट्रिमोनियल ऐड्स से लेकर मैट्रिमोनियल वेबसाइट तक सब कुछ चलता रहता है. शक्ल, खूबसूरती, पढ़ाई, खाना बनाना, गृह कार्य में कुशल बहू हर किसी को चाहिए होती है. शयाद इसीलिए एक वेबसाइट mysonikudi.com वजूद में आई है.
अगर लड़कों के लिए दुल्हन ढूंढनी होती है तो लोगों को सबसे बेस्ट माल चाहिए. जी हां, माल ही कहा जाएगा इसे, यहां गोदाम में रखे माल की बात हो रही है. उसी तरह तो लड़कियों को इस वेबसाइट ने अपने गोदाम में रखा है. लाडले के लिए गोरी, सुंदर, पतली, गृहकार्य में दक्ष लड़की के साथ-साथ घर वालों की इज्जत करने वाली, डांसर, सिंगर लड़की चाहिए. बस इस वेबसाइट पर जाइए और लॉग इन कीजिए.
इस वेबसाइट पर लड़कियों की प्रोफाइल बनाई गई है और ये भी लिखा गया है कि लड़कियां पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं. जो खाना भी बनाएगी, जीन्स-टीशर्ट भी नहीं पहनेगी, घर के बाकी काम भी करेगी, पढ़ी-लिखी भी होगी. वेराइटी मिलेगी जनाब इस वेबसाइट में.
न जाने कितने लोगों ने इस वेबसाइट का इस्तेमाल किया है जो सभी के टेस्टिमोनियल भी दिए गए हैं. यकीन नहीं आता तो खुद देख लीजिए.
इस तरह दुल्हनों को परीक्षा में पास कर रहे लोग
इतना ही नहीं वेबसाइट के होम पेज पर विज्ञापन भी कुछ इस तरह का दिखता है जैसे दुल्हनों की सेल लगी हो और तो और दुल्हन की 20 कैटेगरी हैं जिनमें से दूल्हे के पक्ष को दुल्हनें चुनने का मौका मिलता है.
करीब 20 कैटेगरी की दुल्हनें
ये वेबसाइट कितनी निर्लज है इसका अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि लड़कियों को इस तरह से लिस्ट किया गया है जैसे सुपर मार्केट में शैंपू की बोतलें रखी जाती हैं. कोई रूखे बालों के लिए, कोई रूसी वाले बालों के लिए, कोई ऑइली बालों के लिए. बस उसी तरह दुल्हनें हैं. हर काम के लिए अलग.
इस वेबसाइट में अबाउट सेक्शन में तो और भी अजब चीज़ लिखी हुई है. वेबसाइट के बारे में बातें, किसलिए बनाई गई हैं ये भी और साथ ही साथ सबसे नीचे की लाइन में लिखा है.. "आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं, शुरू कीजिए, अपने लिए किसी एक को पसंद कीजिए और उसे घर ले जाइए."
खुद ही पढ़ लीजिए क्या लिखा है वेबसाइट के बारे में
जी हां, बीवी नहीं शैंपू की बोतल है. अपनी जरूरत के हिसाब से चुनकर ले जाइए. बस यही तो रह गया है भारत में अब. इतने पर ही ये वेबसाइट नहीं रुकती. ये वेबसाइट सोशल मीडिया पर भी है और फेसबुक पर तो इस तरह का विज्ञापन दिया जाता है कि यकीन हो जाए.. दुल्हन नहीं कोई सामान है. अब इस विज्ञापन को ही देख लीजिए... ये विज्ञापन है पार्टी के लिए बेस्ट दुल्हन का.
सोनी कुड़ी वेबसाइट का फेसबुक पेज जहां दुल्हनों के विज्ञापन दिए जा रहे हैं.
इस वेबसाइट के बारे में जानकर ही अजीब लगने लगा, लेकिन अगर देखा जाए तो ये वेबसाइट कम लोकप्रिय नहीं है. फेसबुक पर ही 18 हज़ार से ज्यादा लोग इसे लाइक करते हैं. खुद ही सोच लीजिए हम किस समाज में रह रहे हैं. लोगों को अपने लिए दुल्हन नहीं एक रोबोट चाहिए. उन्हें इंसान चाहिए या कोई रोबोट. संस्कारी से लेकर NRI रेडी दुल्हन तक कैटेगरी में काफी कुछ है.
परफेक्ट दुल्हन ऐसे बनती हैं.
यकीन करना मुश्किल है कि लड़कों के मां-बाप का तो माइंडसेट ज्यादातर बदलता नहीं है, लेकिन लड़कियों के मां-बाप कैसे उनकी प्रोफाइल इस वबेसाइट पर बनवा सकते हैं. कैसे अपनी बेटी को पर्फेक्ट बहु बनने के लिए प्रशिक्षित कर सकते हैं. बेटियां हैं या भेड़-बकरियां. सर्कस के शेर की तरह उसे प्रशिक्षण दें और भेज दें शो करने के लिए. बस यही बचा है हिंदुस्तान में अब करने को.
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