Coronavirus: इन 5 तरीकों से खुद करें जांच आपकी इम्यूनिटी कमजोर है या मजबूत?
कोरोना संक्रमण (Covid-19 infection) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. एक्सपर्ट के अनुसार कोई भी वायरस उन्हीं लोगों को अपना शिकार बनाता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर (week immunity symptoms) होती है. तो इन तरीकों से आप भी अपनी इम्यूनिटी का पता लगाएं.
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कोरोना संक्रमण (Covid-19 infection) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोई भी वायरस उन्हीं लोगों को अपना शिकार बनाता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है. इसलिए हमें यह पता होना चाहिए कि हमारी इम्यूनिटी कमजोर है या स्ट्रांग? एक्सपर्ट शुरू से ही यह बात कहते आए हैं कि कोरोना उन्हीं लोगों को चपेट में ले रहा है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है.
यही कारण है कि लोग तरह-तरह के उपाय (Immunity booster Foods) कर रहे हैं ताकि अपनी इम्यूनिटी मजबूत कर सकें. मजबूत इम्यूनिटी (strong immunity) वाला शख्स 24 घंटे स्वस्थ रह सकता है. इसलिए हमें भी अपने भोजन में ऐसी चीजें शामिल करनी होंगी जो हमें अंदर से मजबूत बनाने में मदद करती हैं. टेंशन, अनिद्रा, धूम्रपान और शराब जैसी चीजें हमारी इम्यूनिटी को दिन प्रतिदिन कमजोर करती हैं. अब सवाल यह है कि इसका पता कैसे करें... तो हम यहां आपको कुछ ऐसे संकेत बता रहे हैं जिससे आप खुद पता लगा सकते हैं कि आपकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है या मजबूत.
कोरोना वायरस को मात देने के लिए इम्यूनिटी मजबूत होनी चाहिए
1- अगर आप बार-बार बीमार पड़ जाते हैं तो यह कमजोर इम्यूनिटी की निशानी मानी जाती है. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की मानें तो अगर किसी व्यक्ति को एक साल में चार बार सर्दी-जुकाम होता है या गले में खुजली और नाक बहने की प्रॉब्लम होती है तो येसकमजोर इम्यूनिटी के लक्षण हो सकते हैं. वहीं अगर कोई शख्स एक साल में दो बार से अधिक एंटीबायोटिक दवाइयों का कोर्स लेता है लेकिन फिर भी उसका बैक्टीरियल इंफेक्शन खत्म नहीं होता तो उसे इम्यूनिटी डिसऑर्डर की (immunology disorder) समस्या हो सकती है. यह दावा हमने नहीं बल्कि अमेरिकन एकेडमी ऑफ एलर्जी अस्थमा और इम्यूनोलॉजी की रिपोर्ट ने किया है. ऐसे हालात में उस शख्स को डॉक्टरी परामर्श जरूर लेना चाहिए.
2- नींद पूरी होने के बाद भी अगर आप थका-थका महसूस करते हैं तो यह कमजोर इम्यूनिटी की वजह से हो सकता है. थकान भी वीक इम्यूनिटी का एक लक्षण है, क्योंकि कम इम्यून सिस्टम को अधिक एनर्जी की जरूरत होती है. अगर आप रात में कम नींद लेते हैं और दिनभर आपका सिर भारी रहता है या आपको सुस्ती महसूस होती है तो यह कमजोर इम्यूनिटी का एक संकेत है. दरअसल, जब हम रात में सोते हैं तो हमारा शरीर मेलाटोनिन हार्मोन रिलीज करता है. यह कुछ इम्यून सेल्स पैदा करता है जो साइटोकिन्स बनाते हैं. ये साइटोकिन्स ही बदले में इम्यून सेल्स को एक्टिव करता है जो किसी भी तरह के इंफेक्शन या वायरस ( Covid-19 infection) को हराने में हमारी मदद करता है.
3- अगर आप किसी दिन बाहर का कुछ खा लेते हैं और आपके पेट में जलन होने लगती है तो यह आपकी कमजोर इम्यूनिटी की वजह से हो सकता है. इसके अलावा अगर आपको लूज मोशन या कब्ज की प्रॉब्लम रहती है तो यह भी कमजोर इम्यूनिटी की एक पहचान है. जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय (John Hopkins University) ने माना है कि, हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली का एक बड़ा हिस्सा शरीर की आंत में होता है.
हमारे शरीर के पाचन क्षेत्र (Gastrointestinal tract) में गुड बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो किसी भी तरह के इंफेक्शन से लड़ने के लिए एंटीबॉडी का निर्माण करते हैं. हमारे पेट के अंदर जो गुड बैक्टीरिया होते हैं वे पाचन क्रिया में अहम रोल निभाते हैं. तो अगर आपका पेट खराब रहता है तो समझ जाइए कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है और आपकी आंतों में मौजूद टिश्यूज अपना काम सही से नहीं कर पा रहे हैं. यानी इसका सीधा संबंध आपकी कमजोर इम्यूनिटी से है.
4- क्या आपको अक्सर मुंह में छाले हो जाते हैं तो यह भी कमजोर इम्यूनिटी की एक पहचान है. मुंह में छाले तब होते हैं जब हम ज्यादा तनाव लेते हैं या फिर खाना खाते समय दांत से जीभ या गाल के अंदरूनी स्किन को काट लेते हैं. यह कमजोर इम्यूनिटी (yoga for immunity) का ही लक्षण है.
5- अगर आपको चोट लगती है और जल्दी ठीक नहीं होती है तो फिर सतर्क होने की जरूरत है. कई बार जब हमें छोटी-मोटी चोट लगती है तो हम ऐसे ही छोड़ देते हैं. वहीं कई बार हम चोट लगने पर दवाई लगा लेते हैं. अगर दवा लगाने के बाद भी आपकी चोट जल्दी सही सही नहीं होती हो यह कमजोर इम्यूनिटी (week immunity) की ही निशानी है. वहीं अगर आपको ये सभी परेशानियां नहीं होती हैं तो इसका मतलब है कि आपकी इम्यूनिटी मजबूत है.
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