किसी भी महिला को परेशान कर सकती है पति की ये 'इच्छा'
पति और पत्नी अपने होने वाले बच्चे का नाम रखने के लिए उत्साहित थे, लेकिन पति ने अपनी बच्ची का नाम अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के नाम पर रखना चाहता है. अब पत्नी तलाक न ले तो क्या करे?
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होने वाले माता-पिता अपने बच्चे का नाम रखने के लिए बेहद उत्साहित रहते हैं. वो अपने बच्चे को सबसे अच्छा नाम देना चाहते हैं और उसे खोजने के लिए कितने ही जतन करते हैं. लेकिन एक महिला के साथ जो कुछ हो रहा है वो अपने आप में अनोखा मामला है जो शायद आपने पहले कभी सुना न हो.
23 साल की एक महिला ने वेबसाइट रीडिट पर बताया कि वो 7 महीने की गर्भवती है. और उसका पति चाहता है कि वो अपने आने वाले बच्चे का नाम पति की एक्स प्रेमिका के नाम पर रखें जिससे उसकी याद आती रहे. इस पोस्ट का टाइटल है 'डिवोर्स होने वाला है क्योंकि पति और मैं बच्चे के नाम पर सहमत नहीं हैं'.
किसी महिला के साथ ऐसा हो तो बात वाकई परेशान करने वाली है
ये महिला कहती है-
'ये टाइटल भले ही फनी हो, लेकिन मेरे और मेरे पति के बीच असल समस्या यही है. हमने 1 साल एकदूसरे को डेट किया और हमारी शादी को दो साल हो गए हैं. मैं सात महीने की गर्भवती हूं. जब हमें पता लगा कि हमारे बेटी होने वाली है तो हमने नाम रखने के बारे में सोचा. और तब से मेरे पति चाहते हैं कि बच्ची का नाम उनकी एक्स गर्लफ्रेंड के नाम पर हो. ये वो प्रेमिका है जिसके साथ उन्होंने सबसे लंबा वक्त बिताया था, और सबसे ज्यादा प्यार किया था. हमारे रिश्ते में पहले तो उसकी वजह से परेशानियां थीं लेकिन जब वो चली गई तो परशानियां भी दूर हो गईं. वो उसे बहुत प्यार करते थे और उन्होंने मुझसे इस बारे में कुछ छिपाया भी नहीं. लेकिन मुझे लगा कि वो चली गई है तो सब ठीक हो जाएगा. लेकिन अब उन्होंने साफ कर दिया है कि बच्ची का नाम वही होगा, जबकि मैं अपने दूसरे बच्चे का नाम रख सकती हूं. जब मैंने पूछा कि वो यही नाम क्यों रखना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि 'अगर मेरे और उसके बीच कुछ अच्छा नहीं हो सका तो इसका मतलब ये नहीं कि मैं अपने पास ऐसा कुछ न रख सकूं जिससे मुझे उसकी याद आए'. उन्हें नहीं पता कि ये सब मुझे कितना परेशान कर रहा है. बल्कि वो तो यही कहते रहते हैं कि ये सिर्फ हारमोन्स हैं. क्या वो अब भी अपनी एक्स को प्यार करते हैं या फिर अपनी बच्ची को उसका नाम देना 'नॉर्मल' है?
पत्नी का अपमान करने से कम नहीं है पति की ये इच्छा
ये महिला कितनी परेशान होगी, आप समझ सकते हैं. और इसी उल्झन में उसने अपनी परेशानी सबसे शेयर की. हालांकि इस महिला की परेशानी समझकर बहुत से लोगों ने महिला को ऐसे पति को तलाक देने की सलाह भी दी.
समाधान
डेटिंग एक्सपर्ट और लेखक डेबी रिवर्स ने इस महिला को इस समस्या का समाधान भी सुझाया. उन्होंने कहा कि-
'इन पति और पत्नी दोनों को आपस में बात करनी चाहिए. पत्नी को ये बताना चाहिए कि उसे कैसा महसूस होता है. और इसका बच्चे पर क्या असर पड़ेगा. हर बच्चा ये पूछता है कि उसका नाम ये क्यों रखा गया तो उसे बताने के लिए आपके पास एक अच्छी कहानी नहीं होगी. महिला को पति से पूछना चाहिए कि अगर उसकी जगह वो होते तो वो क्या करते? अगर उनके पति को अपने बेटे को अपनी पत्नी के एक्स का नाम दे दिया जाए तो उसे रोजाना याद कर करके उसे कैसा महसूस होगा? और अपने ही बच्चे को लेकर वो कैसा महसूस करेंगे? जब पति से ये कहा जाएगा कि वो कैसा महसूस करेंगे तो उन्हें सबकुछ साफ-साफ नजर आएगा कि ये सब कितना अपमान भरा हो सकता है.'
और वो जिनके नाम एक्स के नाम पर रखे गए
हो सकता है कि ये महिला एक्सपर्ट की बात समझकर ऐसा ही करे. लेकिन आश्चर्य की बात है एक पति का इस तरह सोचना. हालांकि कमेंट करने वालों में एक लड़की ऐसी भी थी जिसका नाम उसके पिता ने अपनी गर्लफ्रेंड के नाम पर रखा था. इसके अनुभव से शायद ये बात और साफ हो जाए कि बच्चों का नाम प्रेमी या प्रेमिका के नाम पर रखने से क्या होता है.
इस लड़की का कहना था- 'मैं वो लड़की हूं जिसका नाम मेरे पिता ने अपनी प्रेमिका के नाम पर रखा था (मां इस बारे में कुछ नहीं जानतीं)' लेकिन मुझे मेरे नाम से घृणा होती है. पिता ने मुझे ये बात किसी मौके पर बताई थी. हालांकि देखा जाए तो नाम बहुत अच्छा है लेकिन जब मैं इसे रखने के पीछे की वजह के बारे में सोचती हूं तो मुझे उल्टी आने को होती है. इसलिए कृपा करके कभी अपने बच्चों का नाम अपने एक्स के नाम पर मत रखना. इससे आप अपने बच्चों को सिर्फ कड़वाहट देंगे.'
ये मामला अनोखा इसलिए लग रहा है क्योंकि ऐसा सुनने में नहीं आता. लेकिन लोग ऐसा करते बहुत हैं. किसी रिलेशनशिप के टूट जाने के बाद लोग आगे बढ़ने के बारे में सोच तो लेते हैं लेकिन शादी हो जाने के बावजूद भी अपने एक्स को भुला नहीं पाते. ये भी कह सकते हैं कि भुलाना नहीं चाहते. वो दोष प्यार को देते हैं, सच्चे प्यार की बातें करते हैं. लेकिन सच तो ये है कि वो हकीकत में न जीकर अपने पास्ट में ही लटके रहना चाहते हैं. कायदे से जो पीछे छूट गया उसे छोड़ देने में ही भलाई होती है. लेकिन लोग ये भी नहीं देख पाते कि इसका असर उसके पार्टनर और आने वाले बच्चे पर किस तरह का होता है. 'प्यार में लोग अंधे हो जाते हैं' ये कहावत किसी ने यूं ही नहीं कही थी.
आप समस्या भी देख रहे हैं, और समाधान भी और इस समस्या से आगे क्या हो सकता है वो अनुभव भी आपके सामने हैं. ऐसे में निर्णय लेना जरा भी मुश्किल नहीं है. लेकिन अगर आप भी इस मामले पर कुछ कहना चाहते हैं तो हमें जरूर बताएं.
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