ये ट्रंप का अमेरिका है, "आ अब लौट चलें..."
ट्रंप कहते हैं कि उन्हें आखिरी बूंद तक अमेरिकी खून की रक्षा करनी है. नस्लवादी घटनाओं से उनका परेशान होना लाजिमी है, लेकिन क्या वो वक्त आ गया है जब प्रवासियों को घर वापसी के बारे में सोचना चाहिए?
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डोनाल्ड ट्रंप के जीतने के बाद से ही अमेरिका में भारतीयों के भविष्य के लिए अटकलें लगनी शुरू हो गईं थीं. अब ट्रंप का नया स्टेटमेंट आया है. आयोवा में ट्रंप ने कहा कि अब वो H-1B वीजा वालों को अमेरिकी वर्करों को रिप्लेस नहीं करने देंगे. डिज्नीलैंड जैसी कंपनी का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि विदेशी आकर अमेरिकी लोगों की नौकरी ले लेते हैं.
ट्रंप के अनुसार उन्हें आखिरी बूंद तक अमेरिकी खून की रक्षा करनी है. अपने विवादित बयानों को लेकर ट्रंप हमेशा ही चर्चा में रहे हैं, लेकिन अब ट्रंप वाकई काम करना शुरू करने वाले हैं.
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क्या है H1B वीजा-
H-1B एक नॉन इमिग्रेंट वीजा होता है जो अमेरिका में विदेशी वर्कर को काम करने की इजाजत देता है.
ट्रंप के इलेक्शन के बाद हुई घटनाएं...
- क्ले काउंटी डेवलपमेंट कॉर्प की डायरेक्टर पामेला रामसे टेलर ने मिशेल ओबामा पर कमेंट किया था. अपनी एक फेसबुक पोस्ट पर मिशेल को Ape on Heels कहा था.
- न्यूयॉर्क के न्यू स्कूल के हॉस्टल में यहूदी लड़कियों के कमरों के आगे स्वास्तिक बना दिए गए.
We woke up to this on our door, in a dorm at @TheNewSchool, where 3 Jewish women live. @ShaunKing @deray @parsonsdesign pic.twitter.com/tK1IpXA1ae
— sam ☕ (@samlichtenstein) November 12, 2016
- पेन्सिलवेनिया में ब्लैक स्टूडेंट्स को एक वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया जिसमें उनके खिलाफ हिंसक हरकतें करने की बात की जाती थी. ऐसे मैसेज भेजने वाले का नंबर डैडी ट्रंप के नाम से दर्ज था.
- मिशिगन यूनिवर्सिटी में एक आदमी ने एक मुस्लिम स्टूडेंट से कहा कि अगर वो अपना हिजाब नहीं हटाएगी तो उसे जला दिया जाएगा.
- अमेरिका के सदर्न पावर्टी लॉ सेंटर में ट्रंप के इलेक्शन जीतने के बाद से 700 से ज्यादा रेसिस्ट घटनाएं सामने आई हैं.
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ये हाल तब है जब ट्रंप सिर्फ इलेक्शन जीते हैं और प्रेसिडेंट इलेक्ट हैं. महिलाओं, मुस्लिम समुदाय के लोगों, भारत और अन्य देशों के वर्कर आदि के बारे में ट्रंप की सोच किसी से छुपी नहीं है. ऐसे में क्या अब अप्रवासियों के लिए अमेरिका सुरक्षित नहीं रहा? अगर लग रहा है कि भारतीय वापस आ जाएंगे तो ऐसा नहीं होगा. H-1B वीजा बात अलग है, लेकिन अमेरिका में अगर किसी कंपनी ने लोगों को काम पर रखा है तो ट्रंप उन्हें निकाल नहीं सकते हैं. फिलहाल ट्रंप प्रेसिडेंट इलेक्ट हैं और हो सकता है प्रेसिडेंट की शपथ लेने के बाद वो इस तरह के भाषण ना दें. हालांकि, इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि हाल के दिनों में रेसिस्ट घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन फिर भी इमिग्रेंट्स को वापस भेजने जैसा बड़ा कदम उठाना उतना आसान भी नहीें है.
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