ISIS की क्रूरता जानकर रूह कांप जाएगी...
ISIS की क्रूरत का अंदाजा आप इसी बात से लगा लें कि ISIS ने एक यज़ीदी सेक्स स्लेव को खाने में उसके एक साल के बच्चे को ही परोस दिया.
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ISIS के बारे में आपने अब तक बहुत कुछ सुना और पढ़ा होगा. उनकी कट्टरता और क्रूरता का आलम उनके द्वारा की गई हिंसक घटनाओं में साफ दिखाई देता है. लेकिन इस बार जो हुआ उसे सबसे ज्यादा भयानक और सबसे ज्यादा अमानवीय ही कहा जाएगा.
कुछ ऐसा जिसके बारे में इंसान अपने बुरे से बुरे ख्वाब में भी नहीं सोचता, उस हकीकत को एक मां ने जीते जी सहा. कुछ ऐसा जिसे शब्दों में बयां भी कर दें तो भी उस दर्द को बयां नहीं कर पाएंगे. इस्लामिक कैलिफेट कायम करने के लिए बने ISIS ने यौन शोषण के लिए गुलाम बनाई गई एक यज़ीदी महिला को खाने में उसके एक साल के बच्चे को ही परोस दिया.
अल्पसंख्यकों के खिलाफ ISIS का अत्याचार जारी है
एक इजिप्शियन टीवी चैनल को दिए गए एक इंटरव्यू में इराकी सांसद वियान दखिल ने ISIS की वो खौफनाक बातें बताईं जिसे कहते हुए वो खुद भी रो पड़ीं और इंटरव्यू लेने वाली भी अपने आसूं नहीं रोक पाया.
ISIS की क्रूरता के बारे मं जानकर इंटरव्यू लेने वाला एंकर भी रो पड़ा
दखिल ने कहा 'वो महिला जिसे हम ISIS के चंगुल से छुड़ा पाए उसका कहना था कि उसे कैद में तीन दिन तक भूखा और प्यासा रखा गया. फिर तीन दिन बाद वो उसके लिए प्लेट में चावल और मीट लेकर आए. चूंकि वो बहुत भूखी थी, तो उसने वो खाना खा लिया. जब वो खाना खा चुकी तब उसे बताया गया कि हमने तुम्हारे एक साल के बच्चे को पकाया, जिसे हमने तुमसे छीन लिया था. और जो तुमने अभी खाया वो तुम्हारा ही बच्चा था'.
देखिए वीडियो-
दखिल ने आगे एक और दास्तां सुनाई- 'दस साल की एक बच्ची को उसकी पांच बहनों और पिता के सामने रेप किया गया और तब तक किया गया जब तक वो मर नहीं गई. एक बच्ची ने बताया कि वो उन 6 बहनों को ले गए थे.' दखिल आगे कहती हैं 'क्यों, आखिर इन वहशियों ने हमारे साथ ऐसा क्यों किया?
ISIS के आतंकी सुन्नी समुदाय से जुड़े हैं और वे यजीदियों को अरब या मुस्लिम मानते ही नहीं हैं. यजीदियों को शैतान भक्त कहकर इराक के इन अल्पसंख्यकों के खिलाफ भयानक अत्याचार करते हैं. हजारों की तादाद में यजीदी मर्दों की हत्या की जाती है. और उनके परिवार की महिलाओं और बच्चों को यौन शोषण के लिए गुलाम बना लिया जाता है.
ISIS जहां ये लड़ाई लड़ रहा है, वहां औरतों और बच्चों के साथ उसका ये सुलूक है. तो दुनिया में कट्टरपंथी आखिर क्या कहकर मुस्लिम युवाओं को फुसलाते होंगे? यदि एक महिला को उसी के बच्चे को मारकर खिला दिया जाता है, तो क्या ऐसे संगठन को किसी धर्म के साथ जोड़कर देखा जा सकता है ?
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