Kartarpur Sahib Photoshoot : अल्पसंख्यकों की बेकद्री के मामले में पाकिस्तान में सब एक जैसे!
पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब में एक क्लोदिंग ब्रांड ने फोटो शूट किया है जिसके बाद विवाद हो गया है. विरोध के स्वर भारत में भी बुलंद हैं इसलिए विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के प्रभारी डी'अफेयर्स को इस घटना पर 'गहरी चिंता' व्यक्त करने के लिए तलब किया है.
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पाकिस्तान द्वारा की गई एक मूर्खता से भारत खफा है. मामला क्योंकि एक धर्म की धार्मिक आस्था से जुड़ा है, इसलिए भारत ने केवल नाराजगी ही नहीं जाहिर की है बल्कि पाकिस्तान को तलब किया है और सख्ती दिखाते हुए घटना के विषय में पूछा है. मामला पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब की पवित्रता और एक फ़ोटो शूट से जुड़ा है. पाकिस्तान का एक फैशन ब्रांड है. नाम है मन्नत क्लोदिंग. कपड़ों के इस ब्रांड ने अपने सोशल मीडिया पेज पर करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में हुए एक फोटो शूट की तस्वीरों को डाला. फ़ोटो शूट के लिए मॉडल स्वाला लाला को चुना गया. ब्रांड को उम्मीद थी कि ये फोटोशूट कस्टमर्स को आकर्षित करेगा लेकिन हो गया उल्टा. चूंकि गुरुद्वारे का एक छोटा सा उसूल है और वो ये है कि जब भी आप वहां जाएं सिर पर कपड़ा रख कर जाएं. लोगों ने इसी बात को नोटिस किया और लेने के देने पड़ गए. गुरुद्वारे के अपमान के बाद क्लोदिंग कंपनी और मॉडल दोनों की ही जमकर आलोचना हो रही है.
फोटोशूट के बाद से ही पाकिस्तानी क्लोदिंग ब्रांड और मॉडल दोनों ही लोगों के निशाने पर हैं
क्योंकि मामला सिख समुदाय की धार्मिक आस्था से जुड़ा है विरोध के स्वर भारत की फिजाओं में भी गूंज रहे हैं और यहां भी घटना का खूब जमकर विरोध हो रहा है. मामला प्रकाश में आने के बाद भारत ने भी सख्त रुख अपनाया है और विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के चार्ज डी अफेयर्स को इस मामले को लेकर तलब किया गया है.
Pakistani Charge d’Affaires was summoned today to convey our deep concern at the incident of desecration of the sanctity of Gurudwara Shri Darbar Sahib, Kartarpur by a Pakistani model and a clothing brand: Arindam Bagchi, MEA Spokesperson(File photo) pic.twitter.com/iklSKcXT76
— ANI (@ANI) November 30, 2021
मामले के मद्देनजर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि, एक पाकिस्तानी मॉडल और एक कपड़े के ब्रांड द्वारा गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब करतारपुर की पवित्रता के अपमान की घटना पर चिंता व्यक्त करने के लिए पाकिस्तानी चार्ज डी अफेयर्स को आज तलब किया गया है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, इस निंदनीय घटना ने भारत और दुनियाभर में सिख समुदाय की भावनाओं को बहुत आहत किया है.
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के धार्मिक पूजा स्थलों को अपवित्र करने और अनादर की ऐसी घटनाएं अल्पसंख्यक समुदायों की आस्था के प्रति सम्मान की कमी को उजागर करती हैं. बागची ने ये भी कहा है कि हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तानी अधिकारी इस मामले की ईमानदारी से जांच करेंगे और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.’
Our response to media queries on the incident of desecration of the sanctity of Gurudwara Shri Darbar Sahib in Pakistan: https://t.co/DhvUoxtpo0 pic.twitter.com/29afxbsKZ3
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) November 30, 2021
जैसा कि हम बता चुके हैं पूरी दुनिया की तरह भारत के सिख भी पाकिस्तान में हुई इस घटना से नाराज हैं इसलिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने विदेश मंत्री को एक पत्र लिखा है और मामले को सिख धर्म का अपमान बताते हुए गंभीरता से लेने को कहा है. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को जो पत्र लिखा है उसमें पाकिस्तान में महिला परिधानों के विज्ञापन के लिए गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के परिसर के इस्तेमाल का मुद्दा पाकिस्तान की सरकार के समक्ष उठाने का अनुरोध किया गया है.
गौरतलब है कि 1521 से 1539 तक करतारपुर में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने अंतिम दिन बिताए थे इसलिए करतारपुर के प्रति सिखों की गहरी आस्था है. माना यही जा रहा है कि अपने फोटो शूट के जरिये मन्नत क्लोदिंग ने आम सिखों की भावना के साथ घिनौना मजाक किया है.
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चूंकि घटना के फौरन बाद से ही मन्नत क्लोदिंग और मॉडल स्वाला लाला दोनों ही दुनिया भर के सिखों के निशाने पर हैं इसलिए स्वाला को भी अपनी गलती का एहसास हो गया है और उन्होंने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से 'सॉरी' की फ़ोटो पोस्ट की है और दिलचस्प तर्क दिया है.
स्वाला ने कहा है कि वह करतारपुर साहिब का इतिहास और सिख धर्म के बारे में जानने गई थी. अगर उनके फोटो से कोई आहत हुआ हो तो वह माफी मांगती है.’ लाला ने कहा कि यह किसी फोटोशूट का हिस्सा नहीं था. वह किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती थी.
भले ही स्वाला को अपनी गलती का एहसास हो गया हो और उन्होंने माफ़ी मांग ली हो लेकिन जो एक ब्रांड के रूप में मन्नत क्लोदिंग ने किया उसे किसी भी सूरत में माफ़ नहीं किया जा सकता. सवाल ये है कि ब्रांड के लोग क्या इस बात को भूल गए थे कि एक पवित्र जगह पर किस तरह जाया जाता है?
कोई कुछ कहे लेकिन जो रवैया एक ब्रांड के रूप में मन्नत क्लोदिंग ने अपनाया है उसने इस बात की तस्दीख कर दी है कि पाकिस्तान में चाहे वो राजनेता हों या फिर आम लोग और बड़े ब्रांड्स उनकी नजर में अल्पसंख्यकों और उनकी भावनाओं की कोई कद्र नहीं है.
अंत में हम बस ये कहकर अपनी बातों को विराम देंगे कि दूसरे धर्म और अल्पसंख्यकों की इज्जत करना क्या होता है यदि पाकिस्तान को ये सीखना है तो उसे कहीं बहुत दूर नहीं जाना वो भारत से ही सीख ले ले जहां सबकी इज्जत भी है और सब अमन सुकून से रह भी रहे हैं.
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