शादी की सही उम्र को लेकर क्या प्रोफेशनल लड़कियां यामी गौतम और करीना से इंस्पायर हैं?
तो चलिए बातचीत के आधार पर जानते हैं कि नौकरीपेशा लड़कियां शादी के सही उम्र (perfect marriage age for girls) के बारे में क्या सोचती हैं...
-
Total Shares
और शादी कब करी हो...? यह सवाल लगभग हर उस लड़की से पूछा जाता है जो 25 उम्र (girl marriage age) की दहलीज पार कर रही होती है. हालांकि 25 साल से कम या इससे ज्यादा उम्र की लड़कियों को भी इन सवालों का सामना करना पड़ता है. किसी रिश्तेदार के घर शादी में चले जाओ तब तो पूछो ही मत. मोहल्ले में निकल जाओ भी ऐसे सवाल लड़कियों का पीछा नहीं छोड़ते. कामकाजी लड़कियों को भी इससे कोई रियायत नहीं है.
क्या कर रहे हो बेटा जी, जवाब में लड़कियां अपनी बात पूरा भी नहीं करती कि बीच में ही आंटी जी बोल पड़ती हैं नौकरी-चाकरी तो ठीक है, लेकिन अब शादी करके सेटल हो जाओ. मतलब यह कि सेटल होने का मतलब शादी से है आपकी नौकरी से नहीं. ठीक है आंटियों की चिंता भी अपनी जगह सही है लेकिन एक लड़की इस बारे में क्या सोचती है, क्या आपको पता है.
आखिर शादी की उम्र कितनी होनी चाहिए?
दरअसल, अपने देश में लड़कों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 और लड़कियों की 18 साल है. बाल विवाह रोकथाम कानून के अनुसार, इससे कम उम्र में शादी करना गैरकानूनी है. यानी इससे कम उम्र में शादी करने वालों को दो साल की सजा और एक लाख रुपए का जुर्माना हो सकता है. वहीं भारत के बड़े शहरों में लड़कियों की पढ़ाई और करियर के लिए बदलती सोच ने शादी की उम्र पर विचार करने पर मजबूर कर दिया है.
एक तरफ नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में शादी को गैर जरूरी बताते हुए कहा कि वह समझ नहीं पा रही कि लोग शादी क्यों करते हैं. जीवनसाथी ही चाहिए तो शादी के कागजों पर साइन करने की क्या जरूरत है. क्या यह एक पार्टनरशिप नहीं हो सकती? वहीं दूसरी तरफ बॉलीवुड एक्ट्रेस यामी गौतम ने 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' के फिल्म डायरेक्टर आदित्य धर से गुपचुप शादी के बंधन में बंधकर चर्चा में हैं.
एक समय था जब बॉलीवुड एक्ट्रेस शादी करेक छिपाने को मजबूर होती हैं या फिर देरी से करती थीं. वहीं आज के जमाने की फेमस एक्ट्रेस भी जल्द ही शादी करके खुश हैं. अब आप करीना, दीपिका और अनुष्का को ही देख लीजिए. समय के साथ लोगों की सोच में भी बदलाव आए हैं. अब दर्शक भी शादीशुदा एक्ट्रेस को पर्दे पर स्वीकार कर लेते हैं, लेकिन असली समस्या तो गांवों और छोटे शहरों में हैं. जहां लड़कियों की जल्दी शादी पर जोर दिया जाता है.
तो चलिए बातचीत के आधार पर जानते हैं कि लड़कियां शादी के सही उम्र (perfect marriage age for girls) के बारे में क्या सोचती हैं...
1- सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्वेता कहती हैं कि ‘मेरे हिसाब से जब लड़कियां जिम्मेदारी लेने के लिए मेंटली रूप से तैयार हों, तभी शादी के बारे में सोचना चाहिए. मेरे केस में मेंटल स्टेटस मैटर करता है उम्र नहीं.'
2- मेकअप आर्टिस्ट मोनिका मानती हैं कि मैं तो यह कहूंगी कि लड़कियों की शादी की सही उम्र तब है जब वे दिमागी रूप से शादी के लिए तैयार हैं. आज के जमाने में हर लड़की 25 के बाद ही शादी करने के बारे में सोचती है. इस उम्र में ज्यादा लड़कियां अपने करियर की शुरुआत कर चुकी होती हैं. इस उम्र में लड़कियां मेंटली और फिजिकली रूप से तैयार होती हैं.
3- स्कूल टीचर रोशनी मानती हैं कि आज के समय में लड़कियों का अपने पैरों पर खड़े होना जरूरी है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि वे शादी को इग्नोर करें. शादी के बाद हार्मोनल चेंजेस होते हैं. महिलाएं मां बनती हैं. ऐसे में सिर्फ करियर के साथ अग बाकी चीजें भी समय पर हो जाती हैं तो महिलाओं के लिए अच्छा रहता है. ऐसा नहीं है कि शादी के बाद लाइफ खत्म हो जाती है.
अगर लाइफ पार्टनर अच्छा है, अंडरस्टैंडिंग है तो शादी के बाद भी लड़कियां करियर में अच्छा कर सकती है. अगर शादी करनी है तो समय पर क्यों नहीं और अगर नहीं करनी है तो बात ही अलग है. हां इसके लिए लड़कियों को तैयार होना पड़ेगा, तभी गृहस्थी सफल रहेगी.
4- बैंकर सोनम ने कहा कि लड़कियों को तब शादी करनी चाहिए जब वे मेंटली प्रिपेयर हों. मेरे हिसाब से 25 के बाद एक लड़की काफी कुछ समझ जाती है. दूसरी बात जब तक राइट मैन ना मिले शादी नहीं करनी चाहिए. किसी गलत इंसान के साथ ठोकर खाने से अच्छा है अकेले रहना.
5- गाइनेकोलॉजिस्ट और इनफर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ. शिवानी का मानना है कि शादी की सही उम्र तो साइंस नहीं बता सकता लेकिन सेलिब्रिटी को देखकर देरी से बच्चे को जन्म देना ट्रेंड बनता जा रहा है. जबकि महिलाओं को समझना होगा कि बच्चे के जन्म के लिए सही उम्र 20 से 35 साल के बीच है.
जिस तरह 18 साल से कम साल की महिला बच्चे के लिए तैयार नहीं होती उसी तरह 35 साल की उम्र में बच्चे को जन्म देने में मेडिकल परेशानियां आती हैं. जो बच्चे और मां दोनों के लिए खतरे का सबब बन सकता है. कई बार ऐसा होता है कि देर से शादी करने के बाद जोड़े एक-दूसरे के लिए टाइम नहीं निकाल पाते. वे करियर में मुकाम पर तो पहुंच जाते हैं लेकिन उनकी मैरिड लाइफ के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता.
इन सारी लड़कियों का क्या कहना है यह तो आपने देख ही लिया. खैर किसको कब शादी करनी है यह उनका निजी फैसला होना चाहिए, लेकिन क्या हर लड़की को अपनी शादी से संबंधित फैसले लेने का हक होता है. आपका क्या कहना है?
आपकी राय