पंजाब-हरियाणा में डेरों के लिए क्यों उपजाऊ है जमीन!
पंजाब और हरियाणा में डेरों का इतिहास काफी पुराना है. कुछ इतिहासकार तो इसे सिख धर्म जितना पुराना भी बताते हैं. इन दो राज्यों में 9000 के करीब बड़े और छोटे सभी तरह के डेरे और संप्रदाय हैं.
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सीबीआई की स्पेशल कोर्ट डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ साध्वी से रेप के मामले में 25 अगस्त को अपना फैसला सुनाने वाली है. इस केस ने फिर से पंजाब और हरियाणा के डेरों को सुर्खियों में ला दिया है. पंजाब और हरियाणा में डेरों का इतिहास काफी पुराना है. कुछ इतिहासकार तो इसे सिख धर्म जितना पुराना भी बताते हैं. इन दो राज्यों में कितने डेरा या संप्रदाय हैं, इसका कोई प्रामाणिक आंकड़ा तो नहीं है, पर जानकारों के अनुसार इनकी संख्या करीब 9000 के करीब है. जिनमें बड़े और छोटे सभी डेरे शामिल हैं.
पंजाब और हरियाणा में फल-फूल रहे हैं डेरे
उदय
सिख मामलों के प्रमुख जानकर डॉ दर्शन सिंह ने 2012 में इंडियन एक्सप्रेस के एक लेख में बताया था कि निर्मला, रविदासिए और यहां तक टकसाल भी सिख धर्म जितने ही पुराने हैं. सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविन्द सिंह के समय टकसाल बनी. साठ और सत्तर के दशक में डेरे कुछ ज्यादा ही लाइमलाइट में आये थे, जब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) वहां की जनता खासकर सिख जाति या हाशिए पर रहने वाले लोगों के मुद्दों को सुलझाने में विफल हुई थी. डेरा सच्चा सौदा जैसे कई डेरे तभी की उपज हैं.
अनुयायी
निचली जाति या अन्य सिख इन डेरों के अनुयायी बनते चले गए. क्योंकि सिख धर्म और उसके मॉडर्न पैरोकार उनकी अवहेलना कर रहे थे. पंजाब और हरियाणा की असंतुष्ट जनता का इन डेरों में खुले दिल से स्वागत हुआ. अनुयायी बढ़ते गए और डेरों की संख्या में भी वृद्धि होती चली गयी.
प्रमुख डेरे
पंजाब और हरियाणा में जो डेरे प्रसिद्ध हैं, उनमे प्रमुख हैं डेरा सच्चा सौदा, नामधारी संप्रदाय, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, राधा स्वामी सत्संग, डेरा सचखंड बल्लां और अन्य.
हरियाणा स्थित डेरा सच्चा सौदा के अनुसार उसके करीब 6 करोड़ अनुयायी हैं जो पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के राज्यों में फैले हुए हैं. विदेश में भी इनके भक्तों की संख्या काम नहीं हैं.
गुरमीत राम रहीम
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को फिल्में बनाने का शौक
डेरा सच्चा सौदा के विवादित प्रमुख गुरमीत राम रहीम हैं, जिनपर रेप और मर्डर जैसे आरोपों में केस चल रहे हैं. 2007 में उन्होंने सिख के दसवें गुरु, गुरु गोविन्द सिंह का रूप धारण किया था. जिससे बहुत बवाल मचा था और सिख धर्म के अनुयायी काफी नाराज़ हुए थे और उस समय पंजाब और हरियाणा में दोनों पक्षों के बीच संघर्ष भी हुआ था. वो एक्टिंग करने और फिल्में बनाने के लिए भी फेमस हैं. विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अपना प्रभुत्व उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों को दिखाया है.
वैसे, गुरमीत राम रहीम अकेले डेरा प्रमुख नहीं हैं.
रामपाल
संत रामपाल फिलहाल जेल में हैं
कभी इंजीनियर रहे, बाद में भजन गायक बने हरियाणा के रामपाल ने खुद का कबीरपंथी संप्रदाय प्रारम्भ किया. और फिर एक बड़ा साम्राज्य स्थापित किया और सम्पति अर्जित की. आर्य समाज के संस्थापक दयानन्द सरस्वती के खिलाफ टिप्पणी करने के कारण उनकी आर्यसमाजी भक्तों से लड़ाई हुई. एक व्यक्ति मारा गया. रामपाल को गिरफ़्तार किया गया था. उन पर हिंसा में शामिल होने तथा कोर्ट की अवमानना का केस चल रहा है. 2014 में जब पुलिस इनके बरवाला आश्रम में पकडने गयी तो इनके अनुयायी और पुलिस में हिंसक भिड़ंत हुई थी. इनके आश्रम से कई हथियार और कई आपत्तिजनक चीजे जब्त की गयी थी. बाबा फिलहाल जेल में बंद हैं.
आशुतोष महाराज
आशुतोष महाराज का शरीर डीप फ्रीज़र में रखा गया है
नूरमहल स्थित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के पमुख आशुतोष महाराज की मृत्यु 2014 में हो गयी है. लेकिन उनके अनुयायी का मानना है कि वो समाधी में हैं. उनका शरीर को डीप फ्रीजर में रखा हुआ है. उनपर आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने अपने उपदेशों में सिख धर्म ग्रंथो के शास्त्रों का तोड़ मरोड़कर पेश किया है.
प्यारा सिंह भनियारा
अपने को बाबा कहने वाले प्यारा सिंह भनियारा, रूपनगर जिला में भनियारा संप्रदाय चलते हैं. उन पर एक विवादित किताब, भवसागर ग्रन्थ लिखने का आरोप है, जिसमें उनके चमत्कारों का वर्णन है. सिख संप्रदाय के लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के कारण 2001 में इस किताब पर रोक लगा दी गयी थी. उनको गिरफ्तार भी किया गया था. इसको लेकर कई हिंसक घटनाएं भी राज्य में घटित हुई थी.
साफ है, पंजाब और हरियाणा में डेरो का मकड़जाल काफी फैला हुआ है. राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण ये फूलते और फैलते चले गए. अनुयायियों में बढ़ोतरी होती चली गई. अपार सम्पति अर्जित करते हुए ये डेरा एक तरह से पावर सेंटर में तब्दील हो गए.
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