भाई को 'भाई' समझने की गलती मत कीजिए...
सलमान खान वाकई 'दबंग' हैं. याकूब मेमन पर खुल कर अपनी बात रखने से पीछे नहीं हटे. इस क्रम में वो भारतीय पुलिस, पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ सब को लपेट लिए. टाइगर मेमन को तो लोमड़ी-बिल्ली तक कह डाला....
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यह तो मानना पड़ेगा कि सलमान खान वाकई 'दबंग' हैं. विवादों में रहने के बावजूद वह अपनी बात बेबाकी से रख देते हैं. वह कई दूसरे लोगों की तरह डिप्लोमेटिक नहीं रहते. सेलिब्रिटी होते भी कई ऐसी बातें कर जाते हैं जो अमूमन 'बड़े नाम' कहने से डरते हैं. पिछले साल चुनाव से पहले न ही उन्होंने नरेंद्र मोदी के साथ पतंग उड़ाने में हिचकिचाहट दिखाई और न ही अब याकूब मेमन पर अपनी बात रखने से पीछे हटे.
आधी रात को एक के बाद एक याकूब मेमन के बारे में उनके 14 ट्वीट साबित कर देते हैं कि उनके दिमाग में यह 'फितूर' अचानक तो नहीं आया होगा. जरूर उनके दिमाग में कुछ बातें पहले से चल रही होंगी. उसे उन्होंने बस सामने रख दिया. अब हंगामा मचा हुआ है. खासकर राजनैतिक पार्टियों के बीच. उन्हें लगता है कि ऐसे मुद्दों पर तो वे ही खेलते रहे हैं, यह नया कौन आ गया. अब सलमान को भी कुछ लोग देशद्रोही की पंक्ति में रखने की तैयारी में लग गए हैं. क्यों भाई? ऐसी क्या दुश्मनी? बीजेपी के किरीट सोमैया ने कह दिया संसद में मुद्दा उठाएंगे. जनाब, ससंद तो चलती नहीं. जो मुद्दे उठे हैं, उस पर जवाब आता नहीं. ऐसे में नया मसाला मिल गया तो आपके लिए इसे उठाना जरूरी हो गया.
वैसे, कोशिश कर कीजिए लेकिन सलमान को कटघरे में खड़ा करना आसान नहीं होगा. एक बार नहीं कई बार ऐसी कोशिश हुई है. पिछले ही साल जब वह गुजरात पहुंच कर नरेंद्र मोदी के साथ पतंग उड़ाने तो लगे तो अजीब-अजीब सी बाते होनें लगी. आमीर खान से लेकर शाहरुख खान तक तब मोदी से नजरें चुराते थे. लेकिन इस दबंग एक्टर ने तब भी इमेज की कोई परवाह नहीं. उसने नहीं सोचा कि मोदी के साथ एक मंच पर नजर आने से किसी धर्म विशेष के उनके फैन्स छिटक जाएंगे या नहीं. यही कारण है कि सलमान इस फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नामों से बिल्कुल अलग हैं.
ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले में सलमान के दोषी साबित हो जाने के बावजूद उन्हें बड़ा समर्थन अपने फैंस से मिला था. यह दिखाता है कि उनकी एक्टिंग, उनकी फिल्मों के बारे में आप जो भी ताना मार ले. यह बात सौ फीसदी सच है कि उनके प्रशंसकों की संख्या अन्य मुंबईया एक्टरों से काफी ज्यादा है. सलमान भी इस बात को जानते हैं. आप अंतर देखिए ना. दो दिन पहले जब ओवैसी ने याकूब की फांसी पर सवाल उठाया था तो कैसे पब्लिक सहित मीडिया भी उनके पीछे पड़ी थी. अब कुछ ऐसी ही बात सलमान ने कही है, तो आपको दोनों एंगल देखने को मिल जाएंगे.
मुझे याद नहीं आ रहा कि कभी सलमान की फिल्मों के पोस्टर फाड़ने, फिल्म नहीं चलने देने की घटना हुई हो. बहुत मुश्किल है उनके खिलाफ एक बड़ा जनसमर्थन तैयार करना. याकूब के बारे में ट्वीट के बाद अगले दो दिनों में सलमान के खिलाफ क्या प्रतिक्रिया होगी, नहीं कह सकता. लेकिन जिस हंगामे को हवा देने की कोशिश की जा रही है, बेशक सलमान के विरोधी उसमें सफल नहीं होंगे.
फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का हवाला देकर तो इस देश में कई लोग न जाने क्या-क्या कहते आए हैं. बात याकूब मेमन को फांसी देने या न देने की नहीं है. कोर्ट से फैसला आया है, सरकार अपना काम करे. लेकिन जो सवाल सलमान ने उठाए हैं, उस पर भी जवाब देना सरकार की ही जिम्मेदारी है. पुलिस ने भले ही कई बार सलमान पर दबंगई दिखाई हो लेकिन अब बारी उनकी है. उन्होंने पुलिस से लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तक को कठघरे में खड़ा कर दिया.
सलमान फिल्म इंडस्ट्री में भाई के नाम से जाने जाते हैं. लेकिन उनकाे इन ट्वीट के बाद अंडरवर्ल्ड वाले भाई का पैरोकार समझा जा रहा है. जो शायद सही नहीं है.
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