संजय राउत ने कंगना रनाउत को मुंबई न आने का कहकर 'बाहरियों' को संदेश दिया!
सुशांत सिंह राजपूत की मौत (Sushant Singh Rajput Death) के बाद एक्टर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) न केवल मुखर हैं बल्कि उन्होंने तमाम ऐसी बातें भी कह दी हैं कि मायानगरी में स्थिति काटो तो खून नहीं वाली हो गई है. ऐसे में कंगना के विरोध में संजय राउत निकल (Sanjay Raut) आए हैं और उन्होंने ऐसा बहुत कुछ बोल दिया है जो उनके कद से मैच नहीं करता.
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कंगना रनौत (Kangana Ranaut) जब ड्रग माफ़िया के ख़िलाफ़ बोलती हैं, तो मुंबई (Mumbai) का एक बड़ा तबका उससे स्लट शेम से लेकर वॉक ऑफ़ शेम करवाता है. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के चीफ़ एक ट्वीट को लाइक करते हैं जिसमें वॉक ऑफ़ शेम वाली पेंटिंग पर किसी ने कंगना के चेहरे की फ़ोटो लगाने की बात की. कंगना जब इस पर सवाल करती हैं तो मुंबई के 'पिता' बने घूम रहे संजय राउत (Sanjay Raut) या ये कहें कि मुंबई को अपनी पैतृक जागीर समझने वाले संजय, कंगना को मुंबई (Mumbai) नहीं आने की धमकी देते हुए कहते हैं कि अगर आपको मुंबई और मुंबई पुलिस से इतनी शिकायत है तो आप मुंबई नहीं आइए.
कंगना पर जो बयान संजय राउत ने दिया है वो शायद मुंबई को अपनी जागीर समझ रहे हैं
अब कोई ये बताए कि मुंबई हिंदुस्तान का पार्ट है या नहीं? अगर किसी को मुंबई पुलिस से दिक्कत होगी या महाराष्ट्र सरकार से परेशानी होगी या मुंबई में कुछ ग़लत हो रहा है और उस पर अगर शिकायत या सवाल उठाएगा तो क्या उसे शहर में नहीं घुसने दिया जाएगा? क्या मुंबई को संजय राउत या शिवसेेना ने ख़रीद लिया है? यदि कंगना ने मुंबई पुलिस की आलोचना की है, तोे महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी से ताल्लुक रखनेे वाले संजय राउत कहीं ये तो नहीं समझ रहे कि अब मुंबई में वही रहेगा, जिसे उनका OK मिलेगा?
सवाल ये है कि आख़िर कब तक महाराष्ट्र में संजय राउत जैसे नेताओं को तवज्जो मिलती रहेगी? याद है ना, कुछ दिन पहले सुुुुुुुशांत सिंह राजपूत के बारे में यही संजय राउत कह रहे थे कि उसे जो कुछ दिया, मुंबई ने दिया, बिहार वाले क्योें आवाज उठा रहे हैं. यानी मुंबई में रोजीरोटी कमाने वाले हर व्यक्ति की तकदीर के मालिक हैं संजय राउत और शिवसेना. कब तक अपने ही देश के एक हिस्से में उसी देश के दूसरे राज्य से आए लोगों के साथ सौतेला व्यवहार होता रहेगा? ध्यान रहे कि पहले मराठी न बोल पाने पर प्रवासी लोगों को खदेड़-खदेड़ कर मारा गया. अब खुले में ये धमकी दी जाती है कि मुंबई की किसी भी चीज़ से आपको दिक्कत है तो आप यहां नहीं रह सकते.
शाबाश! ऊपर से कुछ लोग कंगना के स्टेटमेंट को तोड़-मरोड़ कर कम्युनल रंग देने की कोशिश कर रहें हैं. ये बड़े पत्रकार हैं. कितना गिरेंगे ये लोग समझ से परे है.
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