COLA जब पेट में जाता है तो जानते हैं क्या होता है ?
यकीन मानिए... कोका कोला आपको बीमार नहीं बहुत बीमार कर सकती है. साइंस के एक एक्सपेरिमेंट के वीडियो को देखेंगे तो आप भी शॉक्ड रह जाएंगे.
-
Total Shares
हर पार्टी में सॉफ्ट ड्रिक्स का क्रेज है. लोग इसे पार्टी में... या फिर फैमिली में खाने के बाद डाइजेशन के लिए पीते हैं. ये कहना गलत नहीं होगा कि लोगों की जिंदगी में यह एक आम हिस्सा बन चुका है. भारत में कई बार ऐसी खबरें आ चुकी हैं कि सॉफ्ट ड्रिक्स व्यक्ति के शरीर में कई बीमारियां पैदा कर सकता है. फिर भी इसका खूब इस्तेमाल होता है. गर्मियों में सॉफ्ट ड्रिक्स की कमाई छप्पर फाड़ कर होती है.
लेकिन यकीन मानिए... कोका कोला आपको बीमार नहीं बहुत बीमार कर सकती है. साइंस के एक एक्सपेरिमेंट के वीडियो को देखेंगे तो आप भी शॉक्ड रह जाएंगे. इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि Coca Cola किस तरह से असर डालती है और आपको कई बीमारियों का शिकार भी बना सकती है. यह बिलकुल वैसा ही वीडियो है जो हम अक्सर फिल्म थियेटर में सिगरेट का देखते हैं. जिससे सिगरेट से लिवर में तार जमा हो जाता है.
Molten Science द्वारा शेयर किए इस वीडियो में साफ़-साफ़ दिखा रहा है कि जब Coke और पेट में बनने वाला एसिड एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं तो एक ऐसा पदार्थ बनता है, जो आपके पेट के अंदर नहीं होना चाहिए. Coke और एसिड से बनने वाले ये बुलबुले जितनी तेज़ी से बढ़ते हैं, उतनी ही तेज़ी से ये ठोस में बदलना शुरू हो जाते हैं और फिर फोम की तरह जम जाते हैं.
थोड़ी देर में यही फॉर्म कढोर हो जाता है. इतना कढोर कि सड़क बनाने जैसा तारकोल जैसा दिखने लगता है. साफ शब्दों में कहा जाए तो ये लकड़ी की स्टिक से जोर से खिलकाने पर खिसकता है. इस प्रयोग का कुछ लोगों ने विरोध किया तो कुछ लोगों ने इसका सपोर्ट किया. विरोधियों ने कहा कि इस एक्सपेरिमेंट में यूज किया गया एसिड, पेट में बनने वाले एसिड के जैसा नहीं है.
वहीं सपोर्ट्स ने कहा कि जिस तरह से इसको समझाया गया है वो बहुत अच्छा है. लेकिन बता दें सॉफ्ट ड्रिक्स पीने के कई नुकसान हैं जिनकी खबरें अक्सर प्रकाशित होती हैं. जिसमें बताया गया है कि कोका कोला (सॉफ्ट ड्रिंक्स) पीने से हड्डियां कमजोर, वजन बढ़ना, डिप्रेशन और तनाव और किडनी में परेशानी तक हो सकती है. अगर आप भी कोका कोला पीने के शौकीन हैं तो जरूर ये वीडियो देखें और अपने दोस्तों में भी शेयर करें.
ये भी पढ़ें-
मोदी के आने से देश में बढ़े हैं डिप्रेशन के मरीज!
आपकी राय