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बड़ा आर्टिकल  |  
Updated: 09 मई, 2018 06:36 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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सोनम कपूर और अानंद आहूजा की शादी की तस्वीरें देखकर हम ये तो नहीं कहते कि आपको अपनी शादी याद आ गई होगी, लेकिन हां इतना जरूर है कि ये तस्वीरें हर किसी को कुछ न कुछ सोचने को मजबूर जरूर कर रही हैं. कोई बिग फैट वैडिंग की चकाचौंध में गुम है तो कोई सोनम के लहंगे के डिजाइन में, कोई इन्हें देख-देखकर पक रहा है तो कोई बेगानी शादी में अब्दु्ल्ला बना जा रहा है. अब जब शादी इतनी चर्चित हो ही रही है तो एक वीडियो देखकर मेरे विचार भी सुने जाने चाहिए.

सोनम और आनंद का ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है. और जितनी तेजी से इसमें जयमाल और मांग भरने की रस्म हो रही है उससे लग रहा है कि ये लोग वाकई बहुत जल्दी में हैं. लेकिन मुद्दे की बात सुनी आपने?

sonam kapoorशादी परआंटियों ने लगा दी सोनम की क्लास

* किसी ने पूछा पहले कौन पहनाएगा, तो सोनम कूदती हुई आईं और झट से आनंद आहुजा का जयमाला पहनाई. इतने में उनके कलीरे आनंद के कपड़ों में फंस गए. वो बोलीं 'बाबू सॉरी' ...और पीछे से आवाज आई 'बाबू नहीं..आप बोलो'.

* अब आनंद की बारी थी सोनम को जयमाला पहनाने की, उन्होंने पूछा ऊपर से पहनाऊं या अंदर से, तो सोनम ने कहा अंदर से, तो पीछे से आंटी की आवाज आई 'sonam stop giving directions' यानी निर्देश देना बंद करो.

* फिर आनंद ने कहा कि मैंने ही पूछा था. तो आंटी ने कमेंट किया 'बड़ा प्रोटेक्टिव हो गया है तू.'

देखिए और सुनिए-

यानी लड़की चाहे पड़ोस में रहने वाली हो, आपकी कोई रिश्तेदार हो, आप खुद हों या फिर सोनम कपूर जैसी फिल्म स्टार ही क्यों न हो, ये आंटियां हर किसी की जिंदगी में चरस बोती आ रही हैं. लड़की ने शादी का जोड़ा पहना नहीं कि इनका ज्ञान देना शुरू हो जाता है.    

इस छोटी सी क्लिप में हमने केवल तीन बातें ही नोटिस कीं, लेकिन जो हम नहीं सुन पाए वो बहुत कुछ अलग नहीं होगा. वो वही घिसे पिटे डायलॉग होंगे जो अक्सर मामियां मौसियां चाचियां और सासू माएं नई नवेली दुल्हन को हिदायत के तौर पर देती हैं. लेकिन असल में वो सर्वविदित नियम और कायदे ही होते हैं जो एक नई बहू को निभाने के लिए बताए जाते हैं. अगर आप महिला हैं तो आपको पता ही होगा, और अगर पुरुष हैं तो आप भी जान लीजिए-

1. शादी के बाद पति का नाम नहीं लेना- 

चिंटू के पप्पा, गुड़िया के डैडी, अजी सुनते हो, या सुनो कहकर ही अक्सर महिलाएं अपने उनको बुलाया करतीं थी. मेरी दादी ने तो मुझे भी कहा था- 'शादी के बाद पति का नाम मती लियो. पाप लगेगो'. यानी आप थोड़े भी क्रांतिकारी होने की कोशिश कीजिए तो पाप लगेगा जैसी बातें कहकर आपको डरा दिया जाता है. पति को इज्जत देकर ही बुलाओ, यानी 'तुम' नहीं 'आप' कहो, पति परमेश्वर होता है न, इसलिए नाम लेने से दोष लगता है. फिर प्यार वाले नाम सबसे सामने कैसे बोले जा सकते हैं. शोना, बाबू, बेबी जैसे नाम अगर बड़ों के सामने ले लिए जाएं तो खैर नहीं समझो. शुक्र है जमाना बदल रहा है. वो बात और है कि इन आंटियों की कोशिशें अभी भी जारी हैं. जैसा कि आपने देखा कि सोनम तो प्यार से अपने पति को बाबू बुला रही थीं, फिर भी उन्हें तीखे लहजे में कह दिया गया कि 'आप बोलो'.

2. शादी के बाद पति का सरनेम ही लगाना है-

ये भी समाज का नियम ही होता था कि लड़की ससुराल जाकर अपने नाम के बाद पति का सरनेम ही लगाएगी. ये तो फिर भी गनीमत है कि सिर्फ सरनेम बदला जाता है, बहुत से परिवारों में तो लोग शादी के बाद बहू का नाम ही बदल दिया करते हैं. लड़का अगर कृष्ण है तो लड़की का नाम तो राधिका ही रखा जाएगा. पर आजकल लड़कियां अपने नाम के बाद अपना और पति दोनों का नाम लगाती हैं. जैसे 'करीना कपूर खान'.

sonam kapoor

3. अब ससुराल ही अपना घर है, मायके वाले पराए-

अक्सर ससुराल आकर बहुओं के कानों में ये बात किसी न किसी तरह से डाली जाती रही है कि अब यही उनका घर है. जब मन किया तब मुंह उठाकर मायके नहीं जाना. मायके जाना भी हो तो मायके से कोई लिवाने आएगा. अब तो मोबाइल का जमाना है पर मुझे वो वक्त भी याद है जब मायके वालों से बात करने के लिए भी ससुराल वालों से पूछना पड़ता था.

4. मायके वालों से ससुराल वाले हमेशा ऊंचे-

हमारा समाज सदियों से हमें यही शिक्षा देता आ रहा है कि लड़की के घरवालों के लिए लड़की का पति भगवान और उनके घरवाले भगवान के रिश्तेदार होते हैं. यानी उनके आगे लड़की के परिवारवालों का सिर हमेशा झुका रहना चाहिए. उदाहरण के लिए, मेरे पड़ोस में रहने वाली आंटी का कहना था 'मेरी बहू के भाई की शादी थी. पर जब तक उसके मायके वालों के यहां से दो चार बार कोई बुलाने नहीं आता हम कैसे जाने दें. आखिर हमारी भी कोई इज्जत है.'

5. सर हमेशा ढका रहना चाहिए- 

अगर आपको लगता है कि सर ढकना अब पुरानी बात हो गई है तो नहीं जनाब आप गलत सोच रहे हैं. आज भी घर के बड़े-बूढ़ों की इज्जत बहुओं के पल्लू में ही छिपी होती है. सिर से पल्लू सरका, समझो कर दी बड़ों की बेइज्जती. यकीन नहीं आता? आज भी जींस पहनने वाली बहुओं का बैग चैक कीजिए, आपको दुपट्टा जरूर मिल जाएगा. परिवार के बड़ों के सामने सर ढकने का रिवाज जरूर माना जाता है.

6. अब यही तुम्हारा घर है तुम्हें इसे ही संभालना है-

घर संभालने का मतलब घर की चाबियों से नहीं है जनाब, घर संभालना मतलब घर के सारे काम अब आपके ही सिर पर हैं. घर की बहू की जिम्मेदारी ही पति और घरवालों को खुश रखना है. बढ़िया खाना बनाना हो, बच्चों को संभालना हो या फिर घर के बाकी काम, ये सब बहू को ही करने होते हैं. आपने सुना नहीं है क्या आंटियों का कहते - 'अब हमसे काम नहीं होता, दर्द रहने लग गया. अब तो जल्दी से बिट्टू की शादी हो जाए तो आराम मिले.' जैसे शादी के लिए बहू नहीं, धूमधाम से मेड लाई जा रही हो. और आपका मायका, वो घर थोड़ी था, वहां तो ट्रेनिंग सेंटर था.

7. अब तो जल्दी से दो से तीन हो जाओ-

शादी हुई नहीं कि इन आंटियों की एकसेप्टेशन बड़ी तेजी से बढ़ने लगती है. 'बस अब तो जल्दी से पोते का मुंह दिखा दो' और 'पूतो फलो' वाले आशीर्वाद दे देकर हमेशा दबाव बनाया जाता है कि अब जल्दी बच्चा भी घर आ जाना चाहिए. अरे शादी के बाद पति-पत्नी एक दूसरे को समय दें, समझें, परिवार वालों को समझें ये जरूरी नहीं, सबसे जरूरी होता है कि अब बस दो से तीन हो जाओ.

sonam kapoor

8. जोरू का गुलाम मत होना- 

आनंद आहुजा ने जब सोनम की साइड ली, तो देखा उन्हें कैसे प्यार से ताना दिया कि 'बड़ा प्रोटेक्टिव हो गया है तू'. ऐसे प्यार भरे ताने शादी के बाद हर नए पति को बाले जाते हैं. जरा सा पत्नी की चिंता करता दिखा बेचारा, वहीं उसे आंखें दिखा दी जाती हैं. ज्यादा केयरिंग हो गए तो सासू मां नाराज हो जाती हैं कि 'देखो कितनी फिक्र कर रहा है बीवी की, उसी की सुनता है. जोरू का गुलाम कहीं का'. यकीनन ये 'जोरू का गुलाम' किसी आंटी का ही दिया गया टैग होगा. जिसने अच्छे खासे पतियों की हवा खराब कर रखी है.

9. पति को सिखाओ मत, वो पहले ही समझदार है-

हर मां को खराब लगता है अगर कल की आई कोई लड़की उनके बेटे को सही और गलत समझाए. अरे पाल पोस कर बेटे को इतना बड़ा किया, समझदार बनाया उसपर अगर कोई ये कह दे कि ऐसे नहीं वैसे ज्यादा सही होगा तो पति को नहीं, पति की मां को ज्यादा बुरा लगता है. आखिर उनकी परवरिश का सवाल है. इसलिए लड़कियों को हिदायत दी जाती है कि अपना ज्ञान अपने पास रखो, हमारे पास अपना ही बहुत है.

10. कम बोलो-

वैसे तो कम बोलने के फायदे भी बहुत हैं. लेकिन ये बात तो है कि बहुओं को ज्यादा मुंह न खोलने की सलाह ही दी जाती है. कभी एकेसाइटमेंट में ज्यादा बोल दिया तो क्या पता किसी को क्या बुरा लग जाए. वैसे भी नई बहू से इतनी उम्मीदें रखी जाती हैं, कि वो सर्व गुण संपन्न हो, मधुभाषी हो, उसे सब कुछ पता हो, ऐसे में अगर उसका ज्यादा बोलना ससुराल वालों को हर्ट कर गया तो ससुराल में आते ही इमेज खराब हो जाएगी. और वैसे भी तो ससुराल में नए-नए रिश्तेदार बस एक 'किक' का की इंतजार करते हैं कि कब बहू के मुंह से कुछ निकले और कब हम मुंह फुलाएं.

खैर अब जमाना बदल रहा है, समाज में चलने वाले ये नियम कायदे भी अपनी अपनी सहूलियात के हिसाब से बदलने लग गए हैं. पढ़ी लिखी महिलाएं सास बन रही हैं, तो समाज में बदलाव भी आ रहा है. लेकिन फिर भी ये महिलाएं ही हैं, जो हार नहीं मानतीं. इसलिए ये ताने और हिदायतें बेद हो जाएं, वो तो हो नहीं सकता चाहे दुलहन कोई भी हो, मैं, आप या फिर सोनम कपूर!

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#सोनम कपूर, #शादी, #महिलाएं, Sonam Kapoor, Anand Ahuja, Marraige

लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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