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Updated: 07 सितम्बर, 2022 08:15 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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बायकॉट बालीवुड (Boycott Bollywood) अब परिचय का मोहताज नहीं है. आलम यह है कि किसी फिल्म का चलना या ना चलना अब काफी हद तक इसी के ऊपर निर्भर है. ऐसा लग रहा है कि दर्शकों को बालीवुड वालों से चिढ़ हो गई है, खासकर उस गैंग से जो खुद को बालीवुड का मसीहा समझती है.

हालांकि, कुछ एक्टर्स ऐसे भी हैं जो दर्शकों के 'बायकॉट' फैसले का भी सम्मान कर रहे हैं और खुद में सुधार की बात को स्वीकार कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं टिस्का चोपड़ा की, जिन्होंने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बायकॉट कल्चर पर जो कुछ कहा है वह कई नामी-गिरमी हस्तियों के लिए सबक हो सकता है.

आपको हमारी फिल्म पसंद नहीं है तो मत देखो ना- करीना कपूर खान

मैं नहीं पसंद तो मुझे मत देखो- आलिया भट्ट

आप नहीं देखेंगे तो हम हैं ही कौन?- टिस्का चोपड़ा

ऊपर दी गई इन लाइनों के भाव में काफी अंतर है. इसे पढ़कर समझ आता है कि कहने वाले के व्यवहार में कितना अंतर है. इन दिनों 'बायकॉट बॉलीवुड' के सामने बड़े-बड़े दिग्गज धराशायी हो जा रहे हैं. अब आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा को ही ले लीजिए. इसके बावजूद कुछ बॉलीवुड एक्टर ऐसे हैं जो अभी भी अपने रूखे व्यवहार से दर्शकों के मन को चोट पहुंचा रहे हैं.

Tisca Chopra, Tisca chopra boycott culture, Tisca chopra dahan, Dahan, Boycott culture, Bollywood,Tisca on Boycott Trend, Tisca Chopra on Boycott cultureबायकॉट पर करीना कपूर और आलिया का जवाब एक तरह था मगर टिस्का चोपड़ा ने बड़प्पन दिखाया है

अब करीना कपूर खान और आलिया भट्टा को ही ले लीजिए. अभी कुछ दिनों पहले बह्मास्त्र का प्रमोशन करने पहुंची आलिया ने कहा था कि "मैं नहीं पसंद तो मुझे मत देखो, मैं इसमें कुछ नहीं कर सकती हूं." इसके बाद ब्रह्मास्त्र का बायकॉट शुरु हो गया. वहीं लोगों ने कहा कि करीना कपूर को कॉपी करते-करते आलिया भी अब दूसरी करीना बन गई हैं. वे भी अपनी बातों में घमंड दिखा रही हैं.

इसके पहले ट्विटर पर जब लाल सिंह चड्ढा बायकॉट हो रहा था तो करीना कपूर ने कहा था कि, "मैंने देखा है कि कुछ लोग हमारी फिल्म को बॉयकॉट के लिए हैशटैग चला रहे हैं. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है.आज के जमाने में अलग-अलग प्लेटफॉर्म हैं. हर किसी की अपनी राय है. तो अगर लोग लाल सिंह चड्ढा को बायकॉट कर रहे हैं तो हमें इसे नजरअंदाज करने की जरूरत है. मान लीजिए अगर हमारी फिल्म अच्छी निकली तो फिर ये लोग क्या कर सकते हैं? इसलिए मैं इन बातों को सीरियस नहीं लेती हूं. मुझे विश्सास है कि अगर फिल्म अच्छी है तो लोगों की प्रतिक्रिया अच्छी ही मिलेगी और वह इस तरह की सभी बातों से आगे निकल जाएगी. हमें चीजों को इग्नोर करना सीखना चाहिए, वरना जिंदगी जीना मुश्किल हो जाएगा."

इससे पहले भी नेपोटिज्म से जुड़े एक सवाल का करीना ने बेरूखी के साथ बड़े ही तेवर कहा था कि, "अगर आपको हमारी फिल्म पसंद नहीं है तो मत देखो ना. कोई जबरदस्ती नहीं है. कोई आपसे पूछने नहीं जाएगा. आपने ही हमें स्टार बनाया है. तो आप जा रहे हो ना फिल्म देखने तो मत जाओ. "

वहीं टिस्का चोपड़ा ने बायकॉट कल्चर के बारे में कहा कि, "हमारे लिए दर्शकों की राय सबसे अधिक मायने रखती है. हमारे लिए वे ही अंतिम न्यायाधीश और जूरी हैं. हम उनके लिए फिल्में बनाते हैं और उनके बिना हम कुछ भी नहीं हैं. अगर वो हमारी फिल्मों का बायकॉट कर रहे हैं तो यह उनका फैसला है. उनका सोचना भी सही है, क्योंकि वे हमें देखने के लिए अपना पैसा और वक्त दोनों खर्च करते हैं, इसलिए मैं उनका सम्मान करती हूं. दर्शक नहीं देखेंगे तो हम हैं ही कौन? हम और अधिक प्रयास करेंगे. मैं आपसे वेब सीरीज 'दहन' देखने की अपील करती हूं, पर्दे के पीछे हमारे अलावा और भी कलाकारों ने मेहनत की है."

इन तीनो अभिनेत्रियों से 'बायकॉट' पर सवाल किया गया, जिसमें करीना कपूर खान और आलिया का जवाब एक तरह था मगर टिस्का चोपड़ा ने अपने जवाब में बड़प्पन दिखाया है. वाकई इस शानदार अभिनेत्री से बॉलीवुड वालों को सीखना चाहिए कि, किस तरह अपने लहजे में सामने वाले के लिए सम्मान रखा जाता है, एटीट्यूड नहीं...

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लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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