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Updated: 29 जुलाई, 2016 09:00 PM
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कहानी रांची की भले हो, लेकिन इसे आप अपने शहर की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था से जोड़ सकते हैं. सब भगवान भरोसे. लाख कोशिश करने के बावजूद ट्रैफिक जस का तस.  रांची की ट्रैफिक पुलिस ने कई वर्षों तक लगातार विफल होने के बाद अंतत: भगवान का सहारा ले लिया है. शहर में साक्षात नारद मुनि को अवतरित करा दिया गया है और अब यह जिम्मेदारी उनपर है कि वह किसी तरह से शहर की जनता को ट्रैफिक नियमों का पालन करने की बात समझाएं.

लिहाजा, नारद मुनि को रांची की सड़कों पर विचरण करते देखा जा सकता है. वह शहर के चौराहों और सड़कों के किनारे ट्रैफिक नियमों का पालन करने का पाठ पढ़ाते देखा जा सकता है. शहर में लोग हेलमेट पहनने के लिए नारद मुनि की दलील से शायद राजी हो जाएं क्योंकि अभी तक ट्रैफिक पुलिस की तमाम कोशिश शहर में हेलमेट को कम्पल्सरी नहीं करा पाई है. शायद अब यहां के लोग नारद मुनि के सिर पर लगे मुकुट से कुछ सबक लें और खुद दोपहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनना शुरू कर दें.

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 अब ट्रैफिक नियम सिखाने धरती पर आए नारद मुनि

नारद ही नहीं, यहां यमराज भी आते हैं

इससे पहले यमराज ने शहरवासियों का ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाया था. लेकिन उनकी सारी कोशिश धरी की धरी रह गई. लिहाजा, अब रांची ट्रैफिक पुलिस ने अपने एक सिपाही को नारद के गेटअप में सड़को पर उतारा है कि शायद लोग नारद मुनि की सुन लें.

ट्रैफिक नियम तोड़ने में लोग माहिर हैं

रांची पुलिस का मानना है कि शहर के लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के मामले में काफी आगे हैं. नियमों को तोड़कर बचने के भी कई माहिर खिलाड़ी हैं. लेकिन शायद वे इस बात का इल्म नहीं रखना चाहते कि सड़क हादसों में कई लोग अपनी जान गंवा बैठ रहे हैं. शायद वह नहीं जानते कि उनके हेलमेट पहनने मात्र से इन कई मौतों को राका जा सकता है.

अब देखते हैं कि रांची में नारद सफल होते हैं तो बाकी शहरों में भी भगवान का अवतार सड़कों पर करवाया जाएगा. ब्रह्मा, विष्‍णु, महेश चौराहों पर नजर आएंगे!

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