Valentine Day: उन लोगों की कहानी जिनके लिए वैलेंटाइन वीक बर्दाश्त करना आसान नहीं!
वैलेंटाइन डे (valentine day) का मौसम चल रहा है. फिजा में प्यार (Love) की खुशबू है. लोग एक-दूसरे से प्यार का इज़हार (Propose) कर रहे हैं, लेकिन जरूरी नहीं है कि हर किसी के लिए प्यार का यह सप्ताह (Valentine Week) हसीन हो.
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वैलेंटाइन डे (valentine day) का मौसम चल रहा है. फिजा में प्यार (Love) की खुशबू है. लोग एक-दूसरे से प्यार का इज़हार (Propose) कर रहे हैं, लेकिन जरूरी नहीं है कि हर किसी के लिए प्यार का यह सप्ताह (Valentine Week) हसीन हो.
आपने यह तो सुना ही होगा, हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार जिंदगी में लेकिन अगर किसी का प्यार मिलकर भी बिछड़ गया हो तो? इस दुनिया में ना जाने कितने लोग हैं जिनके लिए यह सप्ताह गुजारना मुश्किल सा लग रहा होगा.
सबके लिए नहीं होता वैंलेनटाइन वीक
ऐसे तो दुनियां में माता-पिता, भाई-बहन, रिश्तेदार, दोस्त सभी अपने होते हैं लेकिन उस एक इंसान की कमी कोई पूरी नहीं कर पाता जिसे हम अपने दिल में छिपाए फिरते हैं. वैसे तो वैलेनटाइन डे परिवार और दोस्तों के साथ भी मनाया जाता है लेकिन एक उस शख्स की यादें बरबस ही जेहन में आ जाती हैं.
इस सोशल मीडिया ने वैसे भी कोने-कोने तक पहुंचा दिया है कि वैंलेनटाइन डे होता क्या है. ऐसे में भला कोई कैसे बच पाएगा. हम आपको उन लोगों की कहानी बता रहे हैं जिनके लिए यह सप्ताह इतना आसान नहीं, जितना शायद हमारे और आपके लिए है.
1- मीता ने रोहित से लव मैरिज की थी. दोनों में बहुत प्यार था. रोहित दिखने में मीता से ज्यादा अच्छा था. इसलिए उसके घरवाले बड़ी मुश्किल से शादी के लिए तैयार हुए. रोहित को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था कि उसकी वाइफ दिखने अच्छी नहीं है. मीता की समझदारी की रोहित हर जगह तारीफ करता. मीता भी रोहित की हर छोटी-छोटी बात का ख्याल रखती. पूरे मोहल्ले में दोनों का उदाहरण दिया जाता. महिलाएं बोलती कि लड़का हो तो रोहित जैसा. सबकुछ अच्छा चल रहा था लेकिन अनहोनी बताकर कब आती है. एक रात रोहित को हॉर्ट अटैक हुआ और वह मीता को हमेशा के लिए अकेला छोड़ गया. मीता तब 32 साल की थी लेकिन उसने दूसरी शादी नहीं की. उसके लिए यह वैलेनटाइन डे ऐसा लगता है जैसा उसे चिढ़ा रहा हो.
2- गौरी, वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करती है. जब शादी का वक्त था तब मां गुजर गईं. इस सदमें से वो अब भी पूरी तरह उभर नहीं पाई. वह 40 की उम्र में अभी भी सिंगल है. ऐसा नहीं था कि उसे शादी से प्रॉब्लम थी लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि बस वह अकेले ही रह गई. पिता पहले ही दुनिया छोड़ चुके थे और मां भी नहीं रही. उसे अपने अकेलेपन से कोई शिकायत तो नहीं है लेकिन फैमिली की कमी खलती है. एक सच्चे हमसफर की तालश पूरी होगी या नहीं उसे नहीं पता. अब तो उसने यह ख्याल भी अपने मन से निकाल दिया है. वैसे भी इस मोड़ पर किसी पर भरोसा करना उसे आसान नहीं लगता. वह प्यार की कहानियां तो खूब लिखती है लेकिन अपनी उदासियों को छिपाने की कोशिश भी करती है.
3- भले की एक-दूसरे से दूर रहने वाले प्रेमियों को 10 तरीके बताए जाते हैं ताकि उनको दूरी का एहसास ना हो, लेकिन यह सब कहने की बातें होती हैं. प्यार में एक-दूसरे से दूर रहकर रिश्ते निभाना सबके बस की बात नहीं. उपर से जिंदगी के 10 काम नौकरी-चाकरी और ज़िम्मेदारी. लॉंग डिस्टेंश रिलेशनशिप निभाना आसान नहीं. उपर से यह वैलेनटाइन वीक और सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे पोस्ट. ऐसे में जो कपल एक-दूसरे से दूर हैं वो कैसे मनाएं यह प्यार का त्योहार. निशा और प्रेम की भी यही कहानी है, कई बार तो इस बात को लेकर दोनों में बहस भी हो चुकी है.
4- सोचिए जिन दो प्रेमियों ने शादी की. साथ में कई साल बीताए और फिर तलाक लेकर एक-दूसरे से अलग हो गए, उनका क्या? प्रिया और रमेश की धूम-धाम से शादी हुई थी. शादी में लाखों का खर्च भी हुआ, लेकिन कुछ महीनों बाद ही दोनों में लड़ाई-झगड़े शुरू हो गए. रमेश हमेशा प्रिया पर शक करता. बात हाथापाई तक पहुंच गई. अंजाम यह हुआ कि दोनों एक-दूसरे से अलग हो गए. अब जब भी वैलेनटाइन डे आता है तो प्रिया कुछ चिढ़ सी जाती है. उसके हिसाब से प्यार मोहब्बत बस फिल्मी ड्रामा है और कुछ नहीं.
5- प्रियंका की अनुराग से शादी होने वाली थी. दोनों पिछले 6 साल से रिलेशन में थे. दोनों ने पूरी प्लानिंग कर ली थी. वे दोनों हर साल बड़े प्यार से वैलेनटाइन वीक सेलेब्रेट करते थे. अनुराग प्रियंका की हर छोटी से छोटी बात की ध्यान रखता. एक दिन अनुराग ने बताया कि उसके घरवाले शादी के लिए तैयार नहीं है. कुछ दिनों में अनुराग की किसी और से शादी हो गई और प्रियंका अकेले रह गई. वैसे तो वह बहुत मजबूत इरादों वाली लड़की है और बेचारी भी नहीं है, लेकिन इन दिनों वह कमजोर पड़ जाती है. कई बार उसकी आखों मे आंसू आ जाते हैं जो इस बात की गवाही देते हैं कि प्यार-मोहब्बत की बातें सुनकर उसे कैसा महसूस होता है.
कई लोग इन बातों में भरोसा नहीं रखते और ना ही वैलेनटाइन डे मनाते हैं. ना ही उन्हें इस दिन से या इस हफ्ते से फर्क पड़ता है. हर किसी का प्यार जताने का तरीका अलग होता है. प्यार दो लोगों के बीच की समझदारी पर निर्भर करता है. कुछ लोग खुलकर अपना प्यार दिखाते हैं तो कुछ बिना कुछ कहे ही प्यार निभाते हैं. अक्सर महिलाओं की यह शिकायत रहती है कि उनके पति वैंलेनटाइन डे मनाना तो दूर उनसे प्यार का इजहार तक नहीं करते. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि हर दिन प्यार जताने के लिए बना है, लेकिन इस दिन से जिन लोगों की यादें जुड़ीं हों उनके लिए क्या थोड़ी मुश्किल नहीं होगी?
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