शादी से पहले और बाद के वैलेंटाइन डे में कितना अंतर होता है?
शादी से पहले प्रेमी अपनी जिस प्रेमिका की एक झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करता था पति बनने के बाद अब वह वैलेंटाइन डे विश करना भी जरूरी नहीं समझता. यह बात वैसे प्रेमिका से पत्नी बनी लड़की भी समझ जाती है कि अब उसकी गृहस्थी शुरु हो चुकी है तो पहले वाला रोमांस नहीं रहेगा. वह भी स्तिथी के अनुसार, खुद को बदलने की कोशिश करने लगती है.
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शादी से पहले वैलेंटाइन डे (Valentine's Day) एक खास त्योहार की तरह मनाया जाता है. बॉयफ्रेंड हर छोटी-छोटी चीज का ख्लाय रखते हैं. वे वैलेंटाइन डे के लिए एक महीने पहले से तैयारी करने लगते हैं. कहीं गलती से वे किसी दिन को मिस ना कर दें इसलिए मोबाइल में पहले से अलार्म लगा लेते हैं या फिर वैलेंटाइन वीक का स्क्रीन शॉट लेकर रख लेते हैं. वे वैलेंटाइन वीक के हर दिन को खास बनाने के लिए हर वो जतन करते हैं जो उनके वश में होता है. जैसे कि दोस्तों से उधार, ऑफिस में छुट्टी आदि.
वे रोज डे पर गुलाब लेकर पहले से गर्लफ्रेंड के घर के आस-पास पहुंच जाते हैं. प्रपोज डे पर अपने दिल की बात कहते हैं. चॉकलेट डे पर कम से कम डेरीमिल्क सिल्क वाला चॉकलेट देते हैं. टेडी डे पर पांडा, हार्ट, पिकाचू देते हैं. प्रॉमिस डे पर जिंदगी भर साथ देने की कसमें खाते हैं. वैलेंटाइन डे वाले दिन वे गर्लफ्रेंड को बाहर घुमाने लेकर जाते हैं. साथ में क्वालिटी टाइम स्पेंड करते हैं. वे किसी रेस्ट्रों में गर्लफ्रेंड को बढ़िया सा डिनर कराते हैं.
वे अपनी प्रेमिका को इंप्रेस करने का कोई मौका हाथ से छूटने नहीं देते हैं. वे अपनी प्रेमिका के लिए सरप्राइज प्लान करते हैं और गिफ्ट जरूर देते हैं. इस तरह करीब सप्ताह भर उनका हर रोज कोई ने कोई प्रोग्राम रहता ही है. इतना ही नहीं वे अपनी प्रेमिका के लिए सोशल मीडिया पर बेहतरीन कोट के साथ स्टेटस लगाते हैं. अगर ओपन रिलेशनशिप में है तो साथ में ली हुई तस्वीरें भी शेयर करते हैं.
शादी से पहले प्रेमी अपनी जिस प्रेमिका की एक झलक पाने के लिए घंटो इंतजार करता था अब वह उसे वैलेंटाइन डे विश करना भी जरूरी नहीं समझता
लड़कियां भी शादी से पहले वैलेंटाइन डे को लेकर क्रेजी रहती हैं. वे भी खास दिनों के लिए तैयारी करती हैं. वे वैलेंटाइन वीक से पहले पार्लर तो चली ही जाती हैं. इसके बाद क्या पहनना है इसके लिए शॉपिंग करती हैं. उनके लिए हर एक चीज मैंचिंग की होनी चाहिए. वे अपनी रेड ड्रेस से लेकर रेड लिपिस्टिक तक का ध्यान रखती हैं. वे हर दिन की खास प्लानिंग करती हैं.
वहीं शादी के बाद ऐसा लगता है कि वैलेंटाइन डे को लेकर कपल में क्रेज खत्म हो जाता है. शादी के बाद जिम्मेदारियां इतनी बढ़ जाती हैं, काम इतना बढ़ जाता है कि कपल को ये सारी बातें बेकार लगने लगती हैं. पति लोग बेफ्रिक्र हो जाते हैं उन्हें लगता है कि अब तो हो गई शादी. अब तो हम साथ ही है फिर ये सब करने की क्या जरूरत है.
कई पत्नियां खुद ही बोल देती हैं कि रहने दो यह सब दिखावा करने की जरूरत नहीं है. वे खुद को काफी ज्यादा मैच्योर दिखाने लगती हैं. ज्यादा से ज्यादा हैपी वैलेंटाइन डे बोल दें यही बहुत होता है. उनके लिए अब यह एक हप्ते वाला त्योहार नहीं होता है. ना ही गुलाब मिलता है ना चॉकलेट, टेडी बियर बहुत दूर की बात है. लड़कियों के लिए शादी के बाद वैलेंटाइन डे एक आम दिन की तरह बन जाता है वहीं पुरुष उस दिन ऑफिस में बिताया करते हैं. पहले जो वैलेंटाइन डे के दिन घूमने की प्लानिंग करते थे वो अब घर में रहना पसंद करते हैं.
कहने का मतलब यह है कि शादी से पहले प्रेमी अपनी जिस प्रेमिका की एक झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करता था पति बनने के बाद अब वह वैलेंटाइन डे विश करना भी जरूरी नहीं समझता. यह बात वैसे प्रेमिका से पत्नी बनी लड़की भी समझ जाती है कि अब उसकी गृहस्थी शुरु हो चुकी है तो पहले वाला रोमांस नहीं रहेगा. वह भी स्तिथी के अनुसार, खुद को बदलने की कोशिश करने लगती है. जो लड़की पहले रेड ड्रेस के साथ इयररिंग खरीदना नहीं भूलती थी अब उसका वैलेंटाइन डे घऱ के कामों में बीत जाता है. अब वह गुलाब के बारे में सोचने छोड़कर धनिया पत्ती पर अटक जाती है. वह अपने मौबाइल पर पति के साथ नहीं बल्कि बच्चों के साथ फोटो लगाकर खुश हो जाती है.
असल में पति-पत्नी दोनों ही अपनी-अपनी दुनिया में इतने व्यस्त हो जाते हैं और फिर प्यार कहीं छिप जाता है. वैसे प्यार भले ही खत्म नहीं होता लेकिन कहीं ना कहीं रिश्ते का वो चार्म खत्म हो जाता है जो शादी से पहले होता है. वैसे वैलेंटाइन डे पर आपका कैसा एक्सपीरियंस रहा है?
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