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Updated: 30 दिसम्बर, 2021 05:00 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) एक एक्ट्रेस और मिस यूनिवर्स से कहीं बढ़कर हैं. भले ही लड़कियां किसी भी एक्ट्रेस को पसंद करें लेकिन जब बात किसी को रोल मॉडल बनाने की आती है तो वे ज्यादातर सुष्मिता सेन का नाम लेती हैं. एक मजबूत महिला क्या होती है ये पता करना हो तो एक बार सुष्मिता के बारे में जान लीजिए. वो सिंगल तो हैं लेकिन बेचारी बिल्कुल नहीं. शायद कोई एक्ट्रेस होगी जिसकी जिंदगी के बारे में आपको इतनी जानकारी होगी.

सुष्मिता सेन ब्यूटी विद ब्रेन हैं. अपनी पर्सनैलिटी और तेज दिमाग की वजह से वे लोगों के दिलों पर राज करती हैं. बॉलीवुड की इस अभिनेत्री को अगर हम वुमन ऑफ सब्सटेंस कहकर पुकारें तो कुछ गलत नहीं होगा. खासकर छोटे शहर की लड़कियां सुष्मिता सेन को बेहद पसंद करती हैं. वे एक मॉडर्न वुमेन की परफेक्ट उदाहरण हैं.

एक बार किसी ने पूछा था कि आपने शादी और मां बनने पर क्या कहना चाहेंगी, तो उन्होंने कहा था कि मैं मां बनना चाहती हूं औऱ इसके लिए शादी की जरूरत नहीं है. 

दुनिया भर में सिर्फ 19 साल की उम्र में नाम कमाने वाली सुष्मिता सेन मन से रॉयल और खुश रहने वाली महिला हैं. जिनसे हमेशा सकारात्मक वाइब आती है. सुष्मिता सेन ने हाल ही में यह खुलासा किया था कि इनका रोहमन शॉल से रिश्ता टूट चुका है. जिस बहादुरी के साथ सुष्मिता ने यह बात दुनिया को बताई उसके लिए किसी भी महिला के पास हिम्मत होनी चाहिए.

ushmita sen, सुष्मिता सेन, बॉलीवुड दीवा एंड हर औरा, बॉलीवुड सेलेब सुष्मिता सेन ने लड़कियों को दिया संदेशष्मिता जब खुद को आम लड़की कहती हैं तो यह लड़कियों को काफी प्रभावित करती है

दरअसल, सुष्मिता अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जीती हैं. वो भी अपने तरीके से. वो किसी पर भी निर्भर नहीं है. वे दो बच्चियों की मां है. जिस वक्त वे करियर के चरम पर थीं तब उन्होंने बेटी को गोद लेने का फैसला लेकर सबको चौंका दिया था. बिन ब्याही मां को यह समाज नहीं अपनाता, यह सच जानते हुए भी सुष्मिता ने बेटियों को अपनाया, उन्होंने दुनिया की परवाह नहीं की.

उन्हें अपने फैसलों के लिए किसी की इजाजत नहीं लेनी पड़ती. वे कभी किसी चीज को सस्पेंस या मसाला बनाकर पेश नहीं करतीं. उनकी जिंदगी एक खुली किताब है. वे अपनी बातों को स्पष्ट तौर पर बेझिझक होकर कहने की क्षमता रखती हैं. उन्होंने कई रूढ़िवादी विचारधारा को तोड़ा है.एक लाइन में कहीं तो सुष्मिता वो हैं जो हर महिला बनने की कोशिश करती है. हम खुद को ख्यालों में उनके जैसा रहने की कोशिश करते हैं, लेकिन कई महिलाएं सुष्मिता के जैसा सिर्फ अपने ख्यालों में ही बन पाती हैं.

सुष्मिता की ये 5 बातें करती हैं इंस्पायर

1- औरत होना भगवान का आर्शीवाद है. एक बच्चे जन्म की आधार एक मां एक औरत ही तो होती है. वही आदमी को सिखाती है कि असल में शेयरिंग, केयरिंग और प्यार करना क्या होता है? यही औरत का सार और उसकी खूबसूरती है.

2- जीतना हम सभी को अच्छा लगता है. यह पुरानी आदत है लेकिन किसी रैट रेस का पार्ट बनना मेरा शौक नहीं!

3- सुष्मिता कहती हैं कि अच्छी बात यह है कि मैंने अपने बच्चों के लिए कभी कोई त्याग नहीं किया क्योंकि जब हम कुछ त्याग करते हैं तो फिर उसका इमान भी चाहते हैं.

4- सुष्मिता कहती हैं कि मेरे पिताजी को मैंने एक बार कहते हुए सुना था कि ‘ मेरी बेटी की तरफ देखिए, क्या आपको लगता है? मैंने उसे बस किसी की पत्नी बनने लायक परवरिश दी है?’ मैं अपने लिए खुद डायमंड खरीद सकती हूं. मुझे इसके लिए किसी पुरुष से मदद लेने की जरूरत नहीं है.

5- आपके पास अगर पैशन है और अपने काम के प्रति पूरी दिवानगी है तो आप अपनी बॉस है. अगर आपके पास पैशन नहीं है लेकिन आप लॉजिकल हैं तो भी आप बॉस हैं. अगर आपके पास दोनों नहीं है तो आप आपकी बॉस मैं हूं.

सुष्मिता जब खुद को आम लड़की कहती हैं तो यह लड़कियों को काफी प्रभावित करती हैं. वे कहती हैं कि मैं खुद से कभी संतुष्ट नहीं होती इसलिए इससे मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती हैं. सुष्मिता के लिए खूबसूरती का मतलब वह इंसान रूप में कैसी हैं, इस बात से है ना की बाहरी दिखावे से...सबसे बड़ी बात यह है कि सुष्मिता जो कहती हैं उसे फॉलो भी करती हैं. वह कभी बनावटीपन में नहीं रहतीं. वह असलियत में जीती हैं ना की ख्वाब में...हर साल की तरह इस की वुमेन ऑफ द ईयर हमारे लिए सुष्मिता ही हैं.

लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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