तलाक के बाद इस महिला का पछतावा बहुतों के लिए सबक हो सकता है
अपने पति को divorce देने के दो साल बाद एक महिला ने अपने पछतावे की जो कहानी सुनाई वो तैश में आकर फैसला लेने वालों के लिए एक सबक है. ये कहानी आपको सोचने पर मजबूर कर देगी.
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आजकल जो शादी में यकीन रखते हैं वो तलाक (divorce) में भी रखते हैं. क्योंकि अब वो जमाना नहीं रहा कि लोग शादी को 7 जन्मों को बंधन समझकर एडजस्ट करते रहें. अब बात न बने तो डिवोर्स होना आम है. लेकिन क्या डिवोर्स हो जाने के बाद दो लोग अपना-अपना जीवन चैन से बिता पाते हैं? शायद हां. लेकिन कभी-कभी ये भी होता है कि लोग अपने फैसले पर पछतावा करते हैं.
हम ये नहीं कहते कि तलाक बुरी चीज है, अगर अलग होने के सिवा कोई रास्ता नहीं है तो बेशक divorce लें, लेकिन divorce जैसा बड़ा फैसला सोच समझकर ही किया जाए तो ही अच्छा होता है. अपने पति को तलाक देने के दो साल बाद एक महिला ने अपने पछतावे की जो कहानी सुनाई वो तैश में आकर फैसला लेने वालों के लिए एक सबक है.
तलाक के बाद पछतावा भी होता है
वो तलाक जो एक बड़ी गलती साबित हुआ
''मेरा नाम xiaoyu है और मैं 32 साल की हूं. मेरी शादी हुई थी और पति से अलग हुए मुझे दो साल बीत चुके हैं. जब मेरा तलाक हुआ तो मेरा परिवार और मेरे दोस्त मेरे लिए फिक्रमंद थे कि मैं अब अपने लिए नया साथी ढूंढने में सावधानी बरतूं. सच कहूं तो तलाक के बाद मैं कई लोगों के साथ डेट पर भी गई हूं लेकिन उनमें से कोई भी मेरे ex- husband की तरह अच्छा नहीं है.
जितना ज्यादा मैं सोचती हूं उतना ही ज्यादा मुझे महसूस होता है कि मेरा पूर्व पति ही मेरे जीवन का सबसे अच्छा आदमी है जो मुझे मिला था. दो साल में हम एक दूसरे से कभी नहीं मिले. हम पहली बार कॉलेज में मिले थे और एक ही कंपनी में काम भी करते थे. कॉलेज और वयस्क जिंदगी के बदलाव काफी कठिन थे लेकिन फिरभी हम दोनों एकदूसरे के साथ थे और तभी मुझे उससे प्यार हो गया था. फिर हम एक छोटे से घर में शिफ्ट हो गए. उस वक्त हमारे पास बहुत पैसे नहीं होते थे लेकिन मुझे याद है कि वो मुझे कुछ भी दिलाने के लिए हमेशा तैयार रहता था. मुझे handbag दिलवाने के लिए उसने खाना नहीं खाकर पैसे बचाए थे.
मैं एक बिगड़ी हुई शहजादी की तरह थी, क्योंकि वो मुझे कभी घर के काम भी नहीं करने देता था. मुझे खुशी थी कि मुझे एक ऐसा शख्स मिला था जिसके साथ मैं अपनी पूरी जिंदगी बिताना चाहती थी. और जल्दी ही हमने शादी कर ली.
शादी के बाद वो वैसा ही पति बना रहा जैसी मैंने कल्पना की थी. मैंने कहा कि मुझे कुछ समय बच्चे नहीं चाहिए, और अपने परिवार का अकेला बच्चा होने के बावजूद भी वो मेरी बात से सहमत था. मैं नहीं चाहती थी कि वो smoke करे तो उसने कभी नहीं किया. जब मैं बीमार पड़ी उसी ने मेरा ख्याल रखा.
शादी में बुरी यादों के साथ-साथ अच्छे पल भी होते हैं
मैं स्वार्थी और ज्यादा स्वार्थी होती गई और मैंने उसकी भावनाओं को अनदेखा करना शुरू कर दिया. हमारी शादी में मैं ही निर्णायक होती थी, और वो कुछ नहीं बोलता था. मैंने हमाशा यही सोचा कि मेरे स्वार्थी रवैए के साथ सहमत होना ही उसका मेरे प्रति प्यार जताने का तरीका था. लेकिन मैं गलत थी. उसके सहने की भी एक सीमा थी. हमने तलाक ले लिया, लेकिन तब भी उसने इसके लिए मुझसे माफी मांगी. उसके कहा कि वो शर्मिंदा है कि वो मेरी इच्छा के मुताबिक एक अच्छा पति नहीं बन सका.
तलाक के बाद मेरे अहंकार ने मुझसे कहा कि मेरा पति मेरे पास वापस आएगा. लेकिन दो साल बीत गए और उसने कभी मुझे कॉल तक नहीं किया. और इस वक्त तक मैं भी ये समझ चुकी थी कि हमारी कहानी अब खत्म हो चुकी है.
एक दिन में अपने कॉलेज के दोस्त की बर्थडे पार्टी में गई थी. पार्टी से पहले मैं एक blind date पर गई थी लेकिन वो बहुत बुरी थी. कॉफी खत्म होने से पहले ही मैं उसे छोड़कर पार्टी में आ गई. उस पल मुझे अपने पति की याद आई कि वो कितना मृदुभाषी था, कितने प्यार से बोलता था.
मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मेरे आंसू बह रहे थे कि तभी एक शख्स ने सामने की कुर्सी हटाकर मुझे tissue पकड़ाया. जैसे ही मैंने ऊपर देखा, मैं चौंक गई. वो मेरा पति था जो मेज के दूसरी तरफ बैठा हुआ था. एक दूसरे से अलग होने के दो साल बाद उसे अपने सामने बैठे देखकर मैं बस इतना चाहती थी कि उसके हाथ पकड़कर उससे एक दूसरे मौके के लिए पूछूं.
जब मुझे लगा कि वो पार्टी में अकेला आया है, तो मेरे दिल में उम्मीदें जगने लगीं. क्या वो अब तक सिंगल है? क्या हमारे दोबारा मिलने के कोई चांस है? लेकिन तभी, उसका फोन बजा और उसने फोन उठाया. उसने फोन पर कहा- 'ठीक हैं मैं एक मिनट में तुमसे मिलता हूं.'
वो मेरी तरफ देखकर मुस्कुराया और मुझसे कहा कि उसे जाना होगा. वो दरवाजे के बाहर गया, जहां एक खूबसूरत महिला उसका इंतजार कर रही थी और उन दोनों ने एक दूसरे को किस किया.
उसे एक दूसरी महिला के साथ प्यार में देखकर मेरा दिल डूब गया. हम एकदूसरे से प्यार करते थे, लेकिन मैंने उसकी कद्र नहीं की. और अब, जब वो जा चुका है तो मैं उसे miss करती हूं.''
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