धोनी और उनकी टीम ने बताया कि प्रदर्शन उम्र का मोहताज नहीं
जब चेन्नई की टीम खेलने उतरी तब इस टीम को इस आईपीएल की 'सबसे बुजुर्ग' टीम भी कहा गया. ऐसा कहने के पीछे ठोस वजह भी थी, दरअसल इस टीम में खेलने वाले आधे से ज्यादा खिलाडियों की उम्र 32 साल से ज्यादा की थी.
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शेन वाटसन की धुआंधार बल्लेबाजी की बदौलत चेन्नई सुपर किंग्स ने तीसरी बार आईपीएल का खिताब अपने नाम कर लिया है. दो साल बाद आईपीएल में खेलने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स से लिए यह साल भी पहले के सालों की तरह ही बेहतरीन रहा. हालांकि, जब चेन्नई की टीम खेलने उतरी तब इस टीम को इस आईपीएल की 'सबसे बुजुर्ग' टीम भी कहा गया. हालांकि, ऐसा कहने के पीछे ठोस वजह भी थी, दरअसल इस टीम में खेलने वाले आधे से ज्यादा खिलाडियों की उम्र 32 साल से ज्यादा की थी. आईपीएल के फाइनल मैच के लिए ही चेन्नई की जो टीम उतरी थी, उनमें पहले आठ खिलाडियों की तो औसत आयु भी 35 साल के आस-पास थी. हालांकि, इन खिलाडियों ने अपने जबरदस्त खेल से उस मिथक को तोड़ने का काम किया है जहां अक्सर ये कहा जाता है कि T20 युवाओं का खेल है. शायद यही वजह है कि जब भारतीय टीम 2007 में पहले T20 क्रिकेट में जा रही थी, तो भारतीय टीम के सारे सीनियर खिलाडियों ने इससे खुद को अलग रखा था.
हालांकि, जब खिताब जीतने के बाद संजय मांजेरकर ने महेंद्र सिंह धोनी से टीम के 9 खिलाडियों की उम्र 30 साल से ज्यादा होने के बारे में पूछा तो धोनी ने किसी भी खिलाडी की फिटनेस को उम्र से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया. और इस पूरे टूर्नामेंट में चेन्नई के उम्रदराज खिलाडियों ने इस बात को अपने प्रदर्शन से सिद्ध भी किया है.
एक नजर चेन्नई के खिलाडियों के प्रदर्शन पर
शेन वाटसन, उम्र: 37 साल
वाटसन पूरे टूर्नामेंट में फॉर्म में रहे और चेन्नई को सधी हुई शुरुआत दी. यह वाटसन ही थे, जिन्होंने फाइनल में धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाया और हैदराबाद की शानदार गेंदबाजी यूनिट को भी साधारण बना दिया. इस पूरे टूर्नामेंट में लगे 5 शतकों में से 2 वाटसन के नाम हैं, इसके अलावा उन्होंने 2 अर्धशतक भी लगाए हैं. वाटसन ने इस साल खेले 15 मैचों में 40 रन के शानदार औसत से 555 रन बनाने के अलावा 6 विकेट भी चटकाए.
महेंद्र सिंह धोनी, उम्र 37 साल
चेन्नई की सफलता में सबसे बड़ा हाथ महेंद्र सिंह धोनी का माना जाता है. धोनी ने इस साल पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त कप्तानी के साथ ही धुआंधार बल्लेबाजी भी की है. इसके अलावा विकेट के पीछे उनकी चपलता का कोई सानी नहीं है. धोनी ने इस साल खेले 16 मैचों में 73 की एवरेज और 150 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 455 रन बनाये, जिसमें तीन अर्धशतक शामिल हैं.
फाफ डुप्लेसिस, उम्र 34 साल
हालांकि, इस साल डुप्लेसिस को 6 मैच खेलने का ही मौका मिला मगर 6 मैचों मे भी अपनी जबरदस्त छाप छोड़ी. डुप्लेसिस ने इस साल खेले 6 मैचों में 33 की औसत से 162 रन बनाये. यह डुप्लेसिस ही थे, जिन्होंने पहले क्वालीफ़ायर में संकट में फंसी चेन्नई की टीम को 67 रन की शानदार पारी खेल जीत दिलाई थी.
अम्बाती रायुडू, उम्र 33 साल
अम्बाती रायुडू ने पूरे सीजन चेन्नई को शानदार शुरुआत दिलाने में कामयाब रहे. रायुडू ने इस साल रनों का अम्बार लगते हुए 16 मैचों में 603 रन बनाये, वह चेन्नई की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी भी रहे. रायुडू ने 43 की औसत से 603 रन बनाये जिसमें 1 शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं.
सुरेश रैना, उम्र 32 साल
सुरेश रैना अब तक खेले गए सभी आईपीएल के संस्करणों में सर्वाधिक सफल बल्लेबाजों में से एक है और इस साल फिर से उन्होंने इस बात को साबित किया. रैना ने इस साल खेले 15 मैचों में 37 की औसत से 445 रन बनाये, जिसमें 4 अर्धशतक शामिल है.
ड्वेन ब्रावो, उम्र 35 साल
चाहे बल्लेबाजी हो गेंदबाजी हो या फिर फील्डिंग इन तीनों ही विभागों में ब्रावो का जबरदस्त प्रदर्शन उन्हें T20 खेल का एक माहिर खिलाड़ी बनाता है. ब्रावो ने इस पूरे सीजन में टीम की जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में जबरदस्त प्रदर्शन किया. ब्रावो की डेथ बौलिंग सबसे शानदार रही.
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