11 साल की ये 'जलपरी' करेगी 570 किमी उफनाती गंगा को तैरकर पार
कानपुर की एक 11 साल की लड़की कानपुर से वाराणसी के बीच की 570 किलोमीटर की दूरी को गंगा को तैरकर पार करने का कारनामा करने जा रही है. इस जलपरी को भविष्य की स्टार तैराक कहा जा रहा है.
-
Total Shares
बारिश के समय में उफनती गंगा को देखकर बड़े-बड़े तैराकों के भी पसीने छूट जाते हैं लेकिन कानपुर की एक 11 साल की लड़की उफनती हुई गंगा की लहरों से गुजरकर 570 किलोमीटर लंबी तैराकी करने जा रही है.
इस लड़की का नाम है श्रद्धा शुक्ला और वह कानपुर से वाराणसी तक का 5570 किलोमीटर लंबा गंगा का जलक्षेत्र तैरकर पार करने का रिकॉर्ड बनाने जा रही है. 29 अगस्त से कानपुर से शुरू हुई श्रद्धा की इस अद्भुत यात्रा ने लोगों को हैरत में डाल दिया है. आइए जानें 'जलपरी' कही जा रही इस लड़की के बारे में.
कानपुर की 11 साल की जलपरी तैरेगी गंगा में 570 किलोमीटरः कानपुर की 11 वर्षीय श्रद्धा शुक्ला कानपुर से वाराणसी तक का 570 किलोमीटर का सफर गंगा नदीं को तैरकर पार करेगी. वह यह सफर 10 दिनों में पूरा करेंगी और हर दिन करीब 60 किलोमीटर की तैराकी करेंगी. श्रद्धा ने 29 अगस्त को कानपुर के मैसाकर घाट से अपनी यात्रा शुरू की.
श्रद्धा हर दिन 4-5 घंटे के बाद एक ब्रेक लेंगी और हर दिन औसतन सात घंटे की तैराकी करेंगी. श्रद्धा के साथ इस सफर में चार गोताखोर और खुद उनके पिता ललित शुक्ला भी होंगे जोकि खुद गोताखोर हैं और श्रद्धा के ट्रेनर भी हैं. साथ ही पानी में किसी जानवर के हमले से बचाने के लिए श्रद्धा के साथ दो शूटर भी भेजे गए हैं.
कानपुर की 11 वर्षीय श्रद्धा शुक्ला कानपुर से वाराणसी की 570 किलोमीटर की दूरी गंगा को तैरकर पार करेंगी |
श्रद्धा के पिता ललित का कहना है कि उनकी बेटी 570 किलोमीटर लंबी तैराकी करके दिखाएगी की भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. श्रद्धा का कहना है कि उनका सपना एक दिन देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतना है. श्रद्धा बताती हैं कि उन्होंने ढाई साल की उम्र से ही तैराकी सीखनी शुरू कर दी थी.
उनके पिता कहते हैं कि बचपन में श्रद्धा के बाबा एक दिन उसे गंगा नदी के किनारे ले गए जहां वह नहीं में डूबने लगी, जिसके बाद उन्होंने श्रद्धा को तैराकी सिखाने का फैसला किया. लंबी तैराकी करना श्रद्धा के शौक में शामिल रहा है और दो साल पहले वह कानपुर से 280 किलोमीटर की तैराकी करके इलाहाबाद पहुंचने कारनामा कर चुकी है. बेहद कम उम्र में ही उनके नाम ढेरों रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हैं. उसका सपना ओलंपिक में मेडल जीतने का है.
उफनाती गंगा की तेज लहरों में तैराकी करती एक छोटी सी लड़की के जज्बे को देखकर लोग हैरान हैं और कई लोगों का कहना है कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में इतनी छोटी से लड़की को गंगा में इस तरह तैरते नहीं देखा है.
श्रद्धा शुक्ला एक ऐसे देश में तैराकी के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभरी है जहां इस खेल के बारे में कोई बात तक नहीं करता. ऐसे में अगर यह जलपरी आगे जाकर ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीते तो भला किस भारतीय को उस पर गर्व नहीं होगा!
कानपुर की 11 साल की लड़की करेगी गंगा में 570 किलोमीटर की तैराकी:
आपकी राय