जानिए, कौन जीतेगा आईपीएल 2017
आईपीएल के शुरू होने से पहले ही पता चल गया है कि 2017 में कौन सी टीम चैम्पियन बनेगी और किसके साथ फाइनल खेला जाएगा. यही नहीं, हार और जीत की चर्चा शुरू हो गई है.
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कुछ घंटों में भारत का त्यौहार यानी आईपीएल सीजन 10 शुरू हो जाएगा. जिसके बाद 47 दिन तक 60 मैच खेले जाएंगे. यानी हर टीम 14 मैच खेलेगी. आईपीएल के शुरू होने से पहले ही जीत और हार की बातें शुरू होने लगी हैं. होनी भी लाजमी है क्योंकि, आईपीएल का जनून भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में है. सितारों के मेले के साथ-साथ क्रिकेट का कंप्लीट डोज आईपीएल देता है. 8 टीमों में से कौन होगी इस बार की सिकंदर? क्या आरसीबी के सिर पर सजेगा ताज या पंजाब फिर होगी फ्लॉप. सट्टेबाजों की मानें तो इस बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु आईपीएल 10 जीतने वाली है.
उन्होंने ये भी दावा किया है कि सनराइजर्स हैदराबाद के साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु का फाइनल मैच होगा. ये तो बात हुई सट्टेबाजों की, अगर टीमों के इतिहास और ऑक्शन में खिलाड़ियों के खरीदने की बात करें तो कई ऐसी टीमें हैं जो टॉप 4 में पहुंचने का दावा करती हैं. लेकिन कुछ टीमें ऐसी भी हैं जो इस बार फ्लॉप हो सकती हैं. आइए कमजोरी और मजबूती के जरिए पता करते हैं कौन सी टीम पहुचं सकती है टॉप 4 में...
सनराइजर्स हैदराबाद
डेविड वॉर्नर की कप्तानी वाली सनराइजर्स हैदराबाद डिफेंडिंग चैम्पियन है. सट्टेबाजों की नजर से देखें तो इस बार भी सनराइजर्स हैदराबाद फाइनल तक पहुंच रहा है. और इस बार टीम ने सबसे बड़ा दांव खेला है. अफगानिस्तान की टीम के दो खिलाड़ी राशिद खान (4 करोड़ रुपए) और मोहम्मद नबी (30 लाख रुपए) को खरीदा है. दूर से दिखने में तो टीम का ये फैसला ठीक नहीं लगता है लेकिन टीम के नजरिए से देखें तो टीम के लिए ये दोनों खिलाड़ी इक्के साबित हो सकते हैं.
ये दोनों खिलाड़ी टीम को और मजबूत बनाते हैं. इस टीम के पास फास्ट बॉलर्स की जमात है. लेकिन देखा गया था कि पिछले सीजन में उसके पास अनुभवी स्पिनर्स की कमी महसूस हुई. इस बार के ऑक्शन में इन दोनों अफगानी स्पिनर्स को खरीदकर टीम ने अपनी टीम मजबूत कर ली है.
कमजोरी : इस टीम के पास डेविड वॉर्नर, शिखर धवन, केन विलियमसन और युवराज सिंह जैसे शानदार बल्लेबाज हैं, लेकिन टीम का मिडिल ऑर्डर और लोवर मिडिल ऑर्डर कमजोर नजर आता है. ओपनिंग ऑर्डर के बाद दीपक हुड्डा, विजय शंकर, तंमय अग्रवाल और नमन ओझा बैटिंग करने आते हैं. जिन्होंने पिछले सीजन में बैटिंग में कोई खास परफॉर्म नहीं किया था. इतिहास और आगे की रणनीति को देखकर लगता है कि ये टीम प्लेऑफ्स तक पहुंचने में कामयाब रहेगी.
रॉयल चैलेंजर्स बैगलुरु
जैसे साउथ अफ्रीकी टीम एक भी बार वर्ल्ड कप नहीं जीती. वैसे ही आरसीबी एक भी बार चैम्पियन नहीं बन पाया है. अफ्रीकी टीम की तरह इनको भी चोकर कहना गलत नहीं होगा. लेकिन इस बार सट्टेबाज भी मानते हैं कि इस बार आरसीबी चैम्पियन बनेगा. विराट कोहली की कप्तानी वाली आरसीबी किसी भी तरह कमजोर नहीं दिखाई दे रही है. सबसे विनाशकारी बल्लेबाज... क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज उसके पास मौजूद हैं. इसके अलावा इस टीम में शेन वॉटसन और केदार जादव जैसे शानदार बल्लेबाज हैं और इस बार ऑक्शन में आरसीबी ने ऐसा पत्ता फेंका है जो किसी सरप्राइज से कम नहीं हैं. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज टाईमल मिल्स लिए 12 करोड़ करोड़ रूपये खर्च किए.
कमजोरी : इस बार रफ्तार के सौदागर कहे जाने वाले मिशेल स्टार्क पूरे टूर्नामेंट से बाहर हैं. जो आरसीबी के लिए बुरी खबर है. इंडिया के खिलाफ टी20 सीरीज में टाईमल मिल्स ने शानदार परफॉर्म किया था. ऐसे में लगता है कि शायद वो उनकी जगह ले सकते हैं. शानदार बल्लेबाजी और नए बॉलर के दम देखकर लगता है कि ये टीम प्ले ऑफ तक आसानी से अपना रास्ता बना सकती है.
कोलकाता नाईट राइडर्स
कोलकाता की टीम को सबसे स्मार्ट बायर्स माना जाता है. यानी कम पैसा खर्च कर ज्यादा प्लेयर्स बटौरना. इस बार भी यही हुआ. आंद्रे रसल इस बार आईपीएल से बाहर हैं. इसलिए उन्होंने क्रिस वोक्स को 4.2 करोड़ में खरीदा. यानी टीम ने रसल को रिप्लेस करने के लिए उसी तरह का प्लेयर खरीदा है. कोलकाता की स्ट्रेंथ बॉलिंग मानी जाती है. उनकी टीम में पेस और स्पिनर्स की शानदार वैरायटी है. उनके पास कई ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं जो पूरे सीजन में उसके साथ रहने वाले हैं. बैटिंग की बात करें, तो इस टीम के पास ओनिंग ऑर्डर से लेकर लोवर तक शानदार लाइन अप है. लोकल बैट्समैन भी इस टीम में अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं.
कमजोरी : टीम में इस बार आंद्रे रसल नहीं है. ऐसे में पॉवरफुल शॉट्स मारने का जिम्मा सिर्फ युसुफ पठान के पास होगा. क्रिस वोक्स को टीम ने खरीदा है, लेकिन क्रिस वोक्स का आईपीएल में कैसा परफॉर्मेंस होगा. इस पर कहना थोड़ा जल्दबाजी होगा. टीम की पिछली परफॉर्मेंस और फॉर्म में खिलाड़ियों को देखकर लगता है कि कोलकाता नाईट राइडर्स इस बार प्ले ऑफ्स में आसानी से जगह बना लेगी.
गुजरात लायंस
पिछले सीजन में गुजरात लायंस ने प्ले ऑफ्स में जगह बनाई थी. इस बार इस टीम के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि टीम में प्रमुख खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं. टीम के कप्तान सुरेश रैना काफी समय से टीम इंडिया से बाहर हैं. संन्यास के पास मैक्कुलम को सिर्फ आईपीएल में ही खेलता देखा गया है. ऐसे में उनकी अच्छी फॉर्म के बारे में कहना भी मुश्किल है. लेकिन टीम का ओपनिंग ऑर्डर के लिए टीम के पास कई ऑप्श हैं. जैसन रॉय, ब्रेंडन मैक्कुलम, ड्वेन स्मिथ और एरॉन फिंच में से वो किसी भी प्लेयर को ओपनिंग के लिए उतार सकते हैं. मिडिल ऑर्डर में ब्रावो और फॉकनर जैसे खिलाड़ी हैं. जो अभी आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं.
कमजोरी: टीम का मिडिल ऑर्डर कमजोर नजर आ रहा है. रविंद्र जडेजा को हटा दिया जाए तो टीम के पास इंडियन बॉलिंग टैलेंट की कमी है. बल्लेबाजी में भी इस टीम का यही हाल है. टीम सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ी ही खिला सकती है. टीम को लोकर प्लेयर्स को भी खिलाना पड़ेगा. जो दम भरते नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में ओपनिंग बल्लेबाजों को ज्यादा से ज्यादा रन बनाने होंगे. कुल मिलाकर ये सीजन इस टीम के लिए निराशाजनक हो सकता है.
मुंबई इंडियंस
दो बार की आईपीएल और चैम्पियंस लीग की चैम्पियन मुंबई इंडियंस को सबसे मजबूत टीम माना जाता है. लेकिन पिछले सीजन की बात करें तो वो टॉप 4 में भी अपनी जगह नहीं बना पाई थी. इस बार के ऑक्शन में भी बेन स्ट्रोक्स, ट्रेंड बोल्ट, टाईमल मिल्स और राशिद खान को खरीदने में नाकामयाब रही थी. लेकिन वो श्रीलंका के असेला गुनार्त्ने और रिटायर्ड कंगारु खिलाड़ी मिशेल जॉनसन को खरीदने में सफल रही. मुंबई इंडियंस के लिए मिशेन जॉनसन को लेना स्मार्ट बाय कहा जा सकता है. जो लसिथ मलिंगा और जशप्रीत बुमरा का बखूबी साथ दे सकते हैं. टीम के पास शानदार तीन स्पिनर्स (हरभजन सिंह, कर्ण शर्मा और क्रुणाल पंड्या) मौजूद हैं.
कमजोरी : टीम को अच्छी शुरुआत देता है ओपनिंग पेयर. अगर वो फ्लॉप तो टीम का वापसी करना मुश्किल हो जाता है. रोहित शर्मा काफी समय बाद वापसी कर रहे हैं. ऐसे में अंबाती रायुडू और पार्थिव पटेल का सपोर्ट चाहिए होगा. लेकिन जॉस बटलर, किरोन पोलार्ड और पांड्या ब्रदर्स मिडिल ऑर्डर को मजबूत बनाते हैं. अगर ओपनिंग ऑर्डर फेल भी हो गया तो ये टीम को वापसी कराने की ताकत रखते हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि ये टीम टॉप 4 में जगह बना सकती है.
दिल्ली डेयरडेविल्स
दिल्ली डेयरडेविल्स को आईपीएल की सबसे कमजोर टीम माना जाता है. जो पिछले 9 साल में सिर्फ तीन बार ही टॉप 4 में जगह बना पाई. इस बार ऑक्शन के दौरान वो बेन स्ट्रोक्स को खरीदना चाहती थी, लेकिन पुणे सुपरजाइंट्स ने बाजी मार ली. इस बार वो कोरी एंडरसन और एंजिलो मैथ्यूज जैसे ऑलराउंडर खिलाड़ियों को लेने में सफल रही. टीम के पास लोकल टैलेंट भरा पड़ा है. उसके पास श्रेयस अईयर, रिशप पंथ, करुण नायर और संजू सैमसन जैसे शानदार खिलाड़ी मौजूद हैं वैसे ही इनके पास शानदार विदेशी खिलाड़ी (क्विटन डि कॉक, डेपी डुमिनी और सैम बिलिंग्स) हैं.
कमजोरी : इस टीम की सबसे बड़ी कमजोरी है उसकी बॉलिंग. शमी के अलावा उसके पास कोई इंडियन बॉलर नहीं है जिसे इंडियन पिचिज की परख हो. टीम के पास जो टॉप 4 विदेशी खिलाड़ी हैं वो सभी साउथ अफ्रीकी है. जो आधी सीरीज में बाहर रहेंगे या हो सकता है पूरा आईपीएल में न खेल पाएं. क्योंकि इसी बीच उनकी सीरीज इंग्लैंड से होगी. ऐसे में लगता है कि कोई चमत्कार या कोच राहुल द्रविड का मैजिक ही टीम को टॉप 4 तक पहुंचा सकता है.
राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स
आरपीएस का पिछला सीजन बहुत खराब रहा था. उस वक्त इस टीम के कप्तान एमएस धोनी थे. लेकिन इस बार टीम ने सबको चौंकाते हुए कंगारु कप्तान स्टीवन स्मिथ को कप्तान बनाया और ऑक्शन में बेन स्ट्रोक्स को 14.6 करोड़ में खरीदा. टीम के पास जयदेव उनादकट के अलावा कोई एक्सपीरियंस बॉलर नहीं है. पिछले साल टीम टॉप 6 में बड़ी मुश्किल से जगह बना पाई थी. लेकिन उनके पास आर अश्विन और अडम जमपा जैसे शानदार स्पिन प्लेयर हैं.
कमजोरी : टीम की सबसे बड़ी कमजोरी है फास्ट बॉलर्स की कमी. उनके पास अशोक डिंडा और ईश्वर पांडे के अलावा कोई ऐसा प्लेयर नहीं है जो ओपनिंग बॉलिंग की कमान संभाल सके. ऐसे में वो ऑल राउंडर बेन स्ट्रोक्स और डेनियल क्रिशियन को ओपनिंग के कमान करके एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं. ऐसे में लगता है कि पुणे का प्ले ऑफ में पहुंचाना नामुंकिन है.
किंग्स इलेवन पंजाब
पंजाब टीम का आईपीएल इतिहास देखें तो वो तीन बार सबसे आखिरी में रही. इस बार ऑक्सन में भी उसने ज्यादा पैसा खर्चा नहीं किया. लेकिन वो इयोन मॉर्गन, मार्टिन गुप्टिल और डैरिन सैमी को लेने में कामयाब रही. इस टीम के पास शॉन मार्श, डिविड मिलर, इयोन मॉर्गन और ग्लैन मैक्सवेल जैसे शानदार बैटिंग ऑप्शन्स हैं और डैरिन सैमी की कप्तानी में वेस्ट इंडीज दो बार टी20 चैम्पियन बन चुका है. ऐसे में उनसे भी काफी उम्मीदें होंगी.
कमजोरी : टीम में स्पिनर्स की कमी सबसे बड़ी कमजोरी है. अक्षर पटेल के अलावा उनके पास कोई ऐसा स्पिनर नहीं है जो टीम की नैय्या पार लगा सके. ऐसे में लगता है टीम को टॉप 4 में जगह बनाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
आईपीएल शुरु होने से पहले ही सट्टेबाजों ने तो आरसीबी को चैम्पियन बना दिया. लेकिन असली विजेता पेपर या फोन पर नहीं, बल्की क्रिकेट मैदान पर होता है. देखते हैं इस बार कौन होगा इस बार का चैम्पियन.
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