IPL 2019 Final: मुंबई का सक्सेस रेट चेन्नई के लिए खतरा है..
IPL Final 2019 में मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपरकिंग्स (MI vs CSK) का मैच शुरू होने से पहले रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी की टीम का आंकलन देख लीजिए.
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क्रिकेट के सबसे दिलचस्प मुकाबलों में से एक Indian Premier League अब अपने आखिरी मैच तक पहुंच चुका है. शाम 7.30 बजे से से मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ खेले जाने वाले इस मैच का रोमांच लोगों में बहुत ज्यादा है. शाम को तो लाखों लोग IPL 2019 Final Live Score देखने में लगे होंगे, लेकिन अगर इस मैच के पहले इसकी गणना की जाए तो मामला 50-50 का नजर आ रहा है. शायद यही कारण है कि हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में होने वाला ये मैच बहुत रोमांचक होगा. और इस बात का जवाब मिल जाएगा कि Who will win IPL 2019?
चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियन्स (CSK vs MI) का मुकाबला पहली बार नहीं होने जा रहा है. ये भिड़ंत हर बार बराबरी की टक्कर लेकर आती है. मुंबई और चेन्नई दोनों टीमों के पास कोई न कोई ऐसा कारण जरूर है जिससे वो विजेता बन सकते हैं. एक नजर इन कारणों पर भी डाल लेते हैं.
मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपर किंग्स की भिडंत इन कारणों से और भी ज्यादा रोमांचक हो सकती है.
3 कारण जो MI के लिए फायदेमंद हैं...
1. Mumbai Indians का सक्सेस रेट चेन्नई के लिए सबसे बड़ा खतरा है-
मुंबई इंडियन्स पहली ऐसी टीम है जिसका चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ सक्सेस रेट 50% से ज्यादा है. अगर इन दोनों टीमों के बीच हुए पिछले पांच मुकाबलों की ही बात करें तो मुंबई इंडियन्स उनमें से 4 में जीती है. इसी सीजन में मुंबई इंडियन्स का फॉर्म बहुत अच्छा है और पहले दो मैच और बीच का एक छोड़ दिए जाएं तो 11 में से 8 मैच मुंबई इंडियन्स की टीम जीती है.
2. हैदराबाद का मैदान मुंबई इंडियन्स के लिए ऐतिहासिक रहा है-
हैदराबाद का ये मैदान मुंबई इंडियन्स के लिए ऐतिहासिक रहा है. मुंबई इंडियन्स ने इस मैदान में 10 मैच खेले हैं और उनमें से 6 में वो जीती है. हालांकि, चेन्नई ने भी 7 में से 4 मैचों में जीत हासिल की है, लेकिन इस मैदान को लेकर मुंबई इंडियन्स की टीम का एक्सपीरियंस बहुत ज्यादा है.
इसलिए ये कहना कि मुंबई इंडियन्स की टीम को मैदान का भी फायदा हो सकता है ये गलत नहीं होगा.
3. मुंबई इंडियन्स तीसरी बार चेन्नई को हरा सकती है-
यहां थोड़ा जोश वाला फैक्टर भी आता है. 2010 में जब पहली बार मुंबई और चेन्नई फाइनल में भिड़े थे तो सुरेश रैना के कारण चेन्नई को जीत हासिल हुई थी. तब से लेकर अब तक दो बार दोनों टीमें फाइनल में मिल चुकी हैं और जीत मुंबई इंडियन्स की हुई है. ऐसे में रोहित शर्मा की टीम चौथी बार धोनी की टीम से भिड़ रही है और इस बार मुंबई टीम यकीनन अपनी जीत की हैट्रिक बनाने के बारे में सोचेगी. हार्दिक पांड्या का ऑल राउंड प्रदर्शन यकीनन मुंबई इंडियन्स के लिए जीत का बिगुल बजा सकता है. दोनों मुंबई और चेन्नई को ही IPL की सबसे बेहतर टीम माना जाता है.
हार की बात करें तो चेन्नई IPL फाइल में मुंबई से ज्यादा बार हारी है. CSK द्वारा 8 बार IPL Final में मैच खेला गया है और मुंबई इंडियन्स 5 बार फाइनल में पहुंची है. पर दोनों ही टीमें तीन-तीन बार जीत हासिल कर पाई हैं. यानी चेन्नई को फाइनल में ज्यादा बार हार मिली है.
वो कारण जो CSK के लिए फायदेमंद हैं...
1. महेंद्र सिंह धोनी का फॉर्म Chennai Super Kings के लिए वरदान है..
महेंद्र सिंह धोनी बहुत अच्छे फॉर्म में हैं. उन्होंने 14 मैचों में 414 रन बनाए हैं और टीम में 400 से ज्यादा रन एक IPL टूर्नामेंट में बनाने वाले एकलौते खिलाड़ी हैं. महेंद्र सिंह धोनी की तकनीक ये रही है कि वो शुरू में धीरे खेलकर पिच में एडजस्ट होते हैं और अंतिम 5 ओवरों में तो उन्हें रोकना लगभग नामुमकिन हो जाता है. अगर महेंद्र सिंह धोनी ज्यादा देर पिच पर टिकते हैं तो इसका मतलब मुंबई इंडियन्स के लिए खतरा हो सकता है.
मुंबई इंडियन्स के क्रुणाल पंड्या अच्छे स्पिनर हैं जो धोनी के लिए खतरा बन सकते हैं, लेकिन अगर देखा जाए तो उनका ज्यादा रन देना मुंबई इंडियन्स के लिए खतरा है. वो विकट तो ले रहे हैं, लेकिन रन भी उतने ही दे रहे हैं. ऐसे में धोनी का फॉर्म यकीनन भारी पड़ सकता है.
2. CSK के बॉलर्स मुंबई के बैट्समैन के लिए चुनौती..
चेन्नई सुपर किंग्स के पास तीन स्पिनर्स की तिकड़ी है जो बेहद अच्छे फॉर्म में है. इमरान ताहिर, हरभजन सिंह और रविंद्र जडेजा. ताहिर ने 16 मैनों में 24 विकेट लिए हैं और वो पर्पल कैप के दावेदार हैं और इसलिए अपने विकेट लेने के लिए वो बहुत उतारू रहेंगे. हरभजन ने 10 मैचों में 16 विकेट लिए हैं और जडेजा ने 15 मैच में 15 विकेट लिए हैं. क्योंकि इमरान पूरे IPL सीजन के सबसे अच्छे बॉलर्स में से एक साबित हुए हैं इसलिए यकीनन मुंबई के बैट्समैन को चौकन्ना रहने की जरूरत है.
3. और धोनी का दिमाग..
अगर किसी टीम के सामने कैप्टन कूल हों, वो महेंद्र सिंह धोनी जो मैच की आखिरी गेंद में भी रणनीति के बल पर मैच जिताने की काबिलियत रखते हों तो सामने वाली टीम का मनोबल थोड़ा कमजोर हो सकता है. भले ही सामने रोहित शर्मा हों, लेकिन धोनी का ट्रैक रिकॉर्ड हमेशा से ही बेहतर रहा है इसलिए चेन्नई सुपरकिंग्स के पास धोनी का होना उनके लिए फायदेमंद स्थिति है.
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