भारत-पाक क्रिकेट इतिहास के 9 सबसे रोचक पल....
अगर आपको भारत-पाकिस्तान के बीच खेले गए मैचों के ये पल नहीं पता तो आपने क्रिकेट के इतिहास के ये अहम पन्ने नहीं पढ़े!
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चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच शुरुआत से ही रोचकता की सीमा को पार कर चुका है. भारत-पाक का मुकाबला क्रिकेट के मैदान में किसी जंग की तरह ही होता है. हर बार इंडिया पाक मैच से पहले 'मौका-मौका' वाला वीडियो देखना और मैच के पहले पूरी तैयारी कर लेना जरूरी होता है. ये तो इस बार की बात हुई. पर इंडिया-पाक मैच के 10 ऐसे रोचक पल भी हैं जिन्हें कोई भी क्रिकेट फैन कभी भूल नहीं सकता. चलिए एक बार मैच से पहले याद कर लेते हैं उन पलों को...
1. कुंबले के परफेक्ट 10...
1999 दिल्ली में फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में अनिल कुंबले ने एक ही इनिंग्स में पाकिस्तान के 10 विकेट लेने वाले कुंबले ने इतिहास रच दिया था. तारीख थी 8 फरवरी. उस समय पाकिस्तानी क्रिकेट टीम 74 रनो पर सिमट गई थी. ऐसी बॉलिंग किसी भी टेस्ट मैच में रोज-रोज देखने को नहीं मिलती.
2. मियांदाद का आखिरी बॉल पर छक्का...
ये बात है शारजाह स्टेडियम में खेले गए 1986 के ऑस्ट्रेलेशिया कप के एक मैच की. भारत और पाकिस्तान का मैच था. पाकिस्तान को जीतने के लिए 4 रन चाहिए थे और सिर्फ 1 बॉल बची थी. बॉल जावेद मियांदाद को खेलनी थी और वो हुआ जिसका किसी को अंदाजा नहीं था. अपने जमाने के धुंआदार गेंदबाज चेतन शर्मा ने गेंद फेंकी और मियांदाद ने उस फुल टॉस गेंद पर छक्का जड़ दिया.
3. सबसे विवादित मैच...
16-20 फरवरी के बीच 1999 में खेला गया टेस्ट मैच दोनों देशों के बीच खेला गया अब तक का सबसे विवादित मैच रहा है. ये मैच कलकत्ता के इडन गार्डन में खेला गया था. इस मैच में 4 लाख 65000 लोग मौजूद थे. इस मैच में शोएब अख्तर ने एक इनिंग्स में 71 रन देकर 4 विकेट लिए थे और दूसरी में 47 रन देकर 4 विकेट. साथ ही पाकिस्तान के सईद अन्वर 188 रन बनाकर भी नॉट आउट रहे थे.
इस मैच में विवाद शुरू हुआ था सचिन के रन आउट होने पर. भीड़ ने बवाल मचा दिया था और दंगे कर दिए थे. नतीजा ये हुआ कि बचा हुआ मैच खाली स्टेडियम में देखा गया था और पाकिस्तान इस मैच को 46 रनों से जीत चुका था.
4. जब मियांदाद ने उड़ाई थी किरन मोरे की हंसी...
1992 वर्ल्ड कप के दौरान ये घटना हुई थी. मियांदाद ने पिच पर ऊपर-नीचे उछलकर किरन मोरे की हंसी उड़ाई थी. ये आपत्तीजनक था, लेकिन दोनों तरफ के फैन्स की हंसी छूट गई थी इस सीन को देखने के बाद.
5. 125 रन बनाने के बाद भी जीत गई टीम इंडिया...
1984 में शारजाह में खेला गया ये मैच अभी भी यादगार है. भारतीय कैप्टन कपिल देव और पाकिस्तानी कैप्टन इमरान खान. टीम इंडिया महज 125 रन में सिमट गई थी. पाकिस्तान की जीत तय मानी जा रही थी. कपिल देव को अपने बॉलरों पर भरोसा था और इस मैच में कुछ ऐसा हुआ कि टीम पाकिस्तान 87 रनों पर ही आल आउट कर दी गई.
6. 1996: आमिर सोहेल Vs वैंकटेश प्रसाद...
भारत पाकिस्तान का मैच वैसे भी किसी जंग से कम नहीं होता और अगर वो वर्ल्डकप हो तब तो करो या मरो वाली स्थिती रहती है. 1996 में वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल जो बैंगलुरू में खेला गया था. वैंकटेश प्रसाद बॉलिंग कर रहे थे और आमिर सोहेल बैटिंग, एक बॉल पर चौका लगा. सोहेल ने अपना बैट पहले वैंकटेश की तरफ किया और फिर बाउंड्री की तरफ इशारा किया. सोहेल उस समय कुछ बोले भी थे.
वैंकटेश कुछ और ना बोले और अपनी जगह पर वापस गए. अगली ही बॉल पर सोहेल को क्लीन बोल्ड कर दिया गया. इसके बाद वैंकटेश ने अपनी उंगली सोहेल की तरफ दिखाई और उसके बाद पविलियन की तरफ इशारा किया. इससे बेहतर जवाब उस समय हो ही नहीं सकता था.
7. बॉल आउट...
2007 में पहले टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान और भारत एक जैसे रन बनाकर मैच को टाई कराने की स्थिती तक पहुंच गए थे. इसके बाद बॉल आउट हुआ और 5 बॉलरों को दोनों टीमों से स्टंप गिराना था. पाकिस्तान इस बॉल आउट में बुरी तरह हार गया था.
8. तेंदुलकर का बल्ला...
2003 का वर्ल्ड कप मैच. साउथ अफ्रीका के सेंचुरियन स्टेडियम में मैच खेला जा रहा था. भारत को जीतने के लिए 274 रन चाहिए थे. सचिन-सेहवाग ओपनर थे. शोएब अख्तर के पहले ओवर में ही सचिन ने एक छक्का और दो अन्य बाउंड्री लगा दी थी. सहवाग के क्रीज पर रहने तक इस मैच में इतने रन आ चुके थे कि पाकिस्तान पर प्रेशर पड़ रहा था. भीड़ पागल हो रही थी, लेकिन सहवाग और गांगुली के विकेट के बाद सचिन को 98 पर आउट किया गया. पूरा स्टेडियम शांत हो गया. हालांकि, राहुल ड्रविड और युवराज सिंह ने मैच को जितवा दिया, लेकिन सचिन के आउट होने का वो सीन आज भी याद रखा जाता है.
सचिन और शोएब अख्तर की एक ऐतिहासिक फोटो
9. पाकिस्तान में पहली जीत...
2004 के भारत के पाकिस्तान दौरे पर जीत टीम इंडिया की हुई थी. इसमें टेस्ट और वन डे दोनों सीरीज जीत ली गई थी. उस समय टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती गई और वन डे सीरीज 3-2 से. इसे ऐतिहासिक इसलिए माना गया क्योंकि पाकिस्तान की जमीन पर भारतीय टीम 15 साल बाद गई थी.
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