MS Dhoni की BCCI की तरफ से 'ऑफिशियल विदाई' हो चुकी है!
धोनी के रिटायरमेंट (MS Dhoni Retirement) को लेकर तमाम सवालों के बीच BCCI central contract में शामिल नहीं किए जाने ने टीम इंडिया से उनकी विदाई पर मुहर लगा दी है. हालांकि, धोनी ने खुद BCCI को इस नतीजे तक पहुंचने का मौका दिया है.
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भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कब रिटायर (Mahendra Singh Dhoni retirement) होंगे, ये सवाल हमेशा ही लोग पूछते रहते हैं, लेकिन आज BCCI ने एक फैसला लेकर धोनी के रिटायरमेंट का रास्ता अघोषित रूप से तैयार कर दिया है. इस बार के कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract) में धोनी को जगह नहीं मिली है, उन्हें किसी भी कैटेगरी में नहीं रखा गया है. अपने करिअर में हमेशा A या A+ श्रेणी में रहे धोनी का इस सूची से गायब होने की खबर सनसनी की तरह आई. ट्विटर पर #BCCI तो ट्रेंड करना शुरू ही हुआ, #ThankYouDhoni और #MSDhoni भी ट्रेंड करने लगा. वैसे भी धोनी के रिटायरमेंट को लेकर भले ही तमाम सवाल उठ रहे हों, लेकिन ये बात लगभग साफ ही चुकी थी कि धोनी का अंतर्राष्ट्रीय करिअर अब खत्म हो चुका है. विश्वकप का सेमीफाइनल खेलने के बाद से धोनी ने खुद को खेल मैदान से दूर कर लिया. भारतीय टीम में चयनित न होने पर धोनी ने domestic cricket से खुद को दूर कर लिया. ऐसे में टीम के कोच से लेकर अन्य अहम लोगों तक ने उनके संन्यास का इशारा कर दिया. अब BCCI का कदम तो ऐसा है मानो उन्हें BCCI ने आधिकारिक रूप से विदाई दे दी हो. सवाल तो ये उठना चाहिए कि आखिर क्यों धोनी संन्यास की घोषणा नहीं कर रहे हैं? क्यों वह सम्मानजनक तरीके से क्रिकेट को अलविदा नहीं कह रहे हैं.
धोनी को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह ना देकर BCCI ने अपनी ओर से आधिकारिक रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है.
BCCI की धोनी को 'आधिकारिक विदाई'
जब BCCI ने धोनी को इस बार के कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं किया है, तो उसने एक बात साफ कर दी है कि अब धोनी भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं हैं. बता दें कि वर्ल्ड कप सेमीफाइल में हारने के बाद से धोनी ने अब तक कोई मैच नहीं खेला है. वर्ल्ड कप के दौरान धोनी के प्रदर्शन को लेकर तमाम उंगलियां भी उठी थीं. उसके बाद से अब तक जितने भी मैच हुए हैं, उनमें भी धोनी को शामिल नहीं किया गया. यहां दिलचस्प बात ये है कि महेंद्र सिंह धोनी को BCCI के इस फैसले की जानकारी पहले ही दे दी गई थी, उसके बाद ये फैसला सार्वजनिक हुआ है. आपको बता दें कि एक क्रिकेटर को BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में अपनी जगह बनाने के लिए एक सेशन में कम से कम 3 टी20 मैच खेलने जरूरी हैं.
भारतीय क्रिकेट में धोनी !
वह टेस्ट मैच से तो संन्यास ले ही चुके हैं, जिसमें उन्होंने कुल 4876 रन बनाए थे. अब ये देखना दिलचस्प रहेगा कि बाकी के फॉर्मेट से वह कब संन्यास लेते हैं. बताते चलें कि भारत को अपनी कप्तानी में धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप जिताया था. धोनी ने अब तक 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं. वहीं वनडे में उनके नाम 10773 और टी20 इंटरनैशनल में 1617 रन दर्ज हैं.
प्रसाद का बयान भी धोनी के रिटायरमेंट का इशारा !
भारतीय टीम के प्रमुख चयनकर्ता हैं एमएसके प्रसाद. कुछ समय पहले ही उन्होंने बयान दिया था कि हम अब आगे बढ़ रहे हैं. हम युवा खिलाड़ियों के मौके देते रहेंगे. धोनी के रिटायरमेंट (Dhoni Retirement) पर उन्होंने साफ कह दिया था कि ये धोनी का निजी फैसला होगा कि वह डोमेस्टिक क्रिकेट में खेल कर अपना प्रदर्शन सुधारते हैं या अपने रिटायरमेंट के बारे में सोचते हैं. यानी एक बात तो तय हो जाती है कि मौजूदा हालात में वह धोनी को टीम में नहीं देखना चाहते हैं. BCCI के फैसले ने ये साबित भी कर दिया है.
रवि शास्त्री ने भी सब साफ-साफ कह दिया है !
पहले एमएसके प्रसाद ने बयान दिया और फिर कोच रवि शास्त्री ने जो कहा, वो भी धोनी के रिटायर होने की ओर इशारा कर रहा है. रवि शास्त्री ने कहा था कि महेंद्र सिंह धोनी ने रिटायर (Dhoni Retirement) होने का हक कमाया है. ये उनकी मर्जी है कि वह कब रिटायर होना चाहते हैं. उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि धोनी के रिटायरमेंट की बातें करना उनका अपमान है और ऐसे में इस बहस को यहीं पर खत्म कर देना चाहिए. धोनी की तारीफों के पुल बांधते हुए शास्त्री ने कहा था कि धोनी के रिटायरमेंट की बातें करने वालों में से आधे लोगों को तो जूते का फीता तक बांधना नहीं आता होगा. जरा धोनी के रिकॉर्ड्स को देखिए, उन्होंने देश के लिए कितना कुछ किया है. वह बोले कि लोगों के पास बात करने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए धोनी के रिटायरमेंट के पीछे पड़े हुए हैं. भले ही रवि शास्त्री ने धोनी के रिटायरमेंट की चर्चा करने वालो को लताड़ा, लेकिन उन्होंने खुद भी जाने-अनजाने धोनी के रिटायरमेंट पर जोर दे दिया.
तो आखिर धोनी रुके क्यों हैं?
सवाल ये है कि जब हर कोई धोनी का रिटायरमेंट चाहता है और माहौल भी ऐसा ही बन चुका है कि उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए तो फिर वह अपने रिटायरमेंट की घोषणा क्यों नहीं कर रहे? कहीं खेल भी नहीं रहे हैं, जिसके दम पर वह भारतीय टीम में वापसी कर सकें, तो फिर क्या है जो उन्हें रिटायर होने से रोक रहा है? कहीं इन सब की वजह वो विज्ञापन तो नहीं जो धोनी को सिर्फ इसलिए मिल रहे हैं क्योंकि वह अभी भी रिटायर नहीं हुए हैं? क्या उनके रिटायर होने के बाद उन्हें ये विज्ञापन नहीं मिलेंगे? खैर, इसकी असल वजह तो धोनी ही बता सकते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके रिटायरमेंट को लेकर तमाम बातें होने लगी हैं. बड़े-बड़े नाम उनकी बात करते हुए ट्वीट कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर क्या आ रहे रिएक्शन?
हर्षा भोगले ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आज की सबसे बड़ी खबर ये है कि केंद्रीय कॉन्ट्रैक्ट में महेंद्र सिंह धोनी के लिए कुछ नहीं है. ये सजेस्ट करता है कि धोनी का अंत (संन्यास) तक आ चुके हैं. उन्हें आईपीएल में सीएसके की तरफ से खेलने हुए देखकर खुशी होगी.
The biggest news in the awarding of central contracts is that there is none for MS Dhoni; which suggests, as some fear, that he may have come to the end. Would love him to have a big IPL with CSK though. And after that......who knows!
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) January 16, 2020
पत्रकार अयाज मेनन ने अपने Cricketwallah ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा है- धोनी को केंद्रीय कॉन्ट्रेक्ट में जगह नहीं मिलने को कोई कैसे देख रहा है? BCCI उन्हें साफ इशारा कर रही है या दोनों के बीच बातचीत के बात ये फैसला किया गया है? ध्यान रहे, धोनी अभी रिटायर नहीं हुए हैं और वह आईपीएल खेलेंगे. ये भी ध्यान रखें कि वह 50 ओवर के वर्ल्ड कप मैच के बाद से उन्होंने अब तक कोई मैच नहीं खेला है.
How does one read M S Dhoni not getting a central contract? The BCCI giving him a clear signal, or mutually reached understanding? Remember, Dhoni hasn't retired and will play the IPL. Consider also he he hasn't stepped on to a cricket field since the 50-overs World Cup
— Cricketwallah (@cricketwallah) January 16, 2020
स्पोर्ट्स की जानकारी रखने वाले पत्रकार गौरव कालरा ने ट्वीट किया है कि अगर कोई शख्स एक सर्विस नहीं दे पा रहा है तो उसके साथ उस सर्विस के लिए कॉन्ट्रैक्ट नहीं किया जा सकता.
can't really contract someone for a service when he isn't offering that service...
— Gaurav Kalra (@gauravkalra75) January 16, 2020
पूर्व भारतीय क्रिकेटर हेमंग बदानी ने ट्वीट किया है- अभी सुना कि एमएसधोनी को BCCI ने कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया... इससे क्या इशारा मिल रहा है...
can't really contract someone for a service when he isn't offering that service...
— Gaurav Kalra (@gauravkalra75) January 16, 2020
स्पोर्ट्स पत्रकार बोरिया मजूमदार ने ट्वीट किया है- एक बार फिर से आशंकाएं उठने लगी हैं. वाकई धोनी ने कोई भी मैच नहीं खेला है तो वह कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा भी नहीं हो सकते हैं. क्या इसका मतलब ये है कि वह रिटायर होंगे- नहीं. ये उनका निजी फैसला है. अभी भी कुछ नहीं बदला है. BCCI ने जो किया वह उसके हिसाब से सही है और अब धोनी को फैसला करना है कि वह रिटायर होना चाहते हैं या नहीं.
Again there is speculation. Frankly @msdhoni hasn’t played anything so he can’t be part of the contract. Does it mean he will retire- no. That’s his personal call. Frankly nothing changes. @BCCI right in doing what it has done and now MSD needs to decide if he wants to or not.
— Boria Majumdar (@BoriaMajumdar) January 16, 2020
देखा जाए तो हर कोई घुमा-फिराकर यही बात कह रहा है कि धोनी को अब रिटायरमेंट ले ही लेना चाहिए. वैसे भी, धोनी ने सम्मानजनक रिटायरमेंट का मौका लगभग खो ही दिया है. कुछ चांस था भी तो अब BCCI के कॉन्ट्रैक्ट में शामिल ना होने के बाद वो मौका भी चला गया. देखा जाए तो अब धोनी के सामने सिर्फ एक ही रास्ता बचा है, वो है रिटायरमेंट का. हां ये धोनी पर निर्भर करता है कि वह इस रास्ते पर कब और कैसे चलता पसंद करते हैं.
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