स्विट्जरलैंड से ज्यादा हमारी हुई हिंगिस
तीन दिन के अंदर दो भारतीयों के साथ यूएस ओपन के दो खिताबों पर कब्जा जमाकर स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस भारतीयों की फेवरेट बन गई हैं. शायद स्विट्जरलैंड से भी ज्यादा वे यहां मशहूर हो रही हैं.
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तीन दिन के अंदर दो भारतीयों के साथ यूएस ओपन के दो खिताबों पर कब्जा जमाकर स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस भारतीयों की फेवरेट बन गई हैं. शायद स्विट्जरलैंड से भी ज्यादा वे यहां मशहूर हो रही हैं.
इस साल भारतीयों के साथ 5 ग्रैंड स्लैम जीतेः एक साल में अगर कोई खिलाड़ी पांच ग्रैंड स्लैम जीते और वह भी सबके सब भारतीयों के साथ तो उसके लिए भारतीयों के बीच हलचल मचना स्वाभाविक है. हिंगिस इस साल पेस के साथ ऑस्ट्रेलियन, विंबलडन और यूएस ओपन के मिक्स्ड डबल्स खिताब जबकि सानिया के साथ विंबलडन और यूएस ओपन के खिताब पर कब्जा जमा चुकी हैं.
भारत हिंगिस के लिए लकीः हिंगिस का भारत के साथ एक खास रिश्ता रहा है. 1998 से 2002 के बीच टेनिस की सनसनी बनकर उभरी हिंगिस ने इन चार सालों में ही 5 सिंगल्स और 9 डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब जीत लिया था. लेकिन चोट ने इस सितारे को समय से पहले ही टेनिस से दूर कर दिया. 2006 में हिंगिस ने वापसी तो की लेकिन वह पहले जैसी चमक नहीं बिखेर पाईं.
वापसी के बाद हिंगिस ने अपना पहला ग्रैंड स्लैम भारत के महेश भूपति के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स के रूप में जीता. उसी साल कोलकाता में सनफीस्ट ओपन का सिंगल्स खिताब भी जीता. इन दोनों जीतों ने हिंगिस में जीत का जज्बा दोबारा जगाया. इस साल दो भारतीय खिलाड़ियों ने हिंगिस को पांच ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने में मदद की, ये खिलाड़ी हैं पेस और सानिया. उनकी और पेस की जोड़ी तीन ग्रैंड स्लैम जीतकर ओपन युग में ऐसा करने वाली 1969 के बाद पहली जोड़ी है.
पेस के लिए अहम हैं मार्टिनाः लिएंडर पेस की जिंदगी में 'मार्टिना' का काफी प्रभाव रहा है. पहले महान टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा का. जिन्होंने 2003 में पेस के साथ विंबलडन और ऑस्ट्रेलियन ओपन का मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता था. नवरातिलोवा ने ही पेस को उस दौर से बाहर निकलने में मदद की, जब उनके करियर के खत्म होने का खतरा मंडरा रहा था. मार्टिना हिंगिस के बारे में भी पेस का कहना है कि हिंगिस कोर्ट के अंदर और बाहर लीजेंड हैं. वह मेरी बेस्ट फ्रेंड हैं और शानदार हैं.
सानिया को भी चमकदार बनायाः पिछले साल सानिया मिर्जा का नाम खेल से ज्यादा विवादों में आया था. वह करियर के बुरे दौर से गुजर रही थीं. लेकिन इस साल हिंगिस के साथ जोड़ी बनाते ही कहानी उलट गई और सानिया ने हिंगिस के साथ मिलकर खिताबों की झड़ी लगा दी, जिनमें दो ग्रैंड स्लैम भी शामिल हैं. इस जोड़ी का खेल इतना शानदार रहा है कि इसने ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब बिना एक भी सेट गंवाए जीता. मार्च में इन दोनों ने साथ खेलने का फैसला किया था और इतने कम समय में ही यह जोड़ी दुनिया की नंबर एक जोड़ी भी बन गई.
मार्टिना हिंगिस ने निश्चित तौर पर अपने खेल से भारतीयों को अपना मुरीद बनाया है. लेकिन यह भी सच है कि भारतीय खिलाड़ियों का उनकी सफलता में उतना ही योगदान है. हिंगिस भारत और भारत हिंगिस के लिए खास है. तो यह समय हिंगिस और भारत के एकदूसरे के लक और सफलता का जश्न मनाने का.
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