विश्वकप के दौरान ही शोएब मलिक-सानिया मिर्जा ने सारे उतार-चढ़ाव देख लिए
उम्मीद थी कि फेयरवेल की खातिर ही सही, शोएब को इस मैच में खिलाया जाएगा, और लॉर्ड्स के मैदान से उन्हें आदर्श विदाई दी जाएगी. लेकिन ऐसा हो न सका. शोएब ने लॉर्ड्स की बालकनी से ही पाकिस्तान को खेलते देखा, और फिर धीरे से एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में समा गए.
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World Cup 2019 के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज शोएब मलिक ने वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. 37 साल के मलिक का इस वर्ल्ड कप में प्रदर्शन कुछ खास नहीं था. पाकिस्तानी टीम भी सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गई. बांग्लादेश के खिलाफ शुक्रवार को पाकिस्तान ने अपना विश्वकप का आखिरी मैच खेला. मलिक इस बात के संकेत पहले ही दे चुके थे कि वो वर्ल्ड कप के बाद वनडे से संन्यास ले लेंगे. हालांकि वो T-20 खेलते रहेंगे. शोएब ने पाकिस्तान के लिए 287 वनडे मैचों में 34.55 की औसत से 7534 रन बनाए.
लेकिन एक खिलाड़ी जो पिछले 20 सालों से सक्रिय क्रिकेट में बना हुआ था, उसका इस तरह क्रिकेट को अलविदा कहना और नीरस विदाई रास नहीं आई. यूं तो विश्वकप-2019 शोएब मलिक के लिए आदर्श टूर्नामेंट होना चाहिये था, जिसे खेलकर वे शान से वन-डे क्रिकेट को अलविदा कहते. लेकिन टीम इंडिया से हारने के बाद पाकिस्तानियों ने सारा मलबा शोएब मालिक और सानिया मिर्ज़ा पर डाल दिया.
शोएब मलिक का इस तरह क्रिकेट को अलविदा कहना और नीरस विदाई रास नहीं आई
उम्मीद थी कि फेयरवेल की खातिर ही सही, शोएब को इस मैच में खिलाया जाएगा, और लॉर्ड्स के मैदान से उन्हें आदर्श विदाई दी जाएगी. लेकिन ऐसा हो न सका. शोएब ने लॉर्ड्स की बालकनी से ही पाकिस्तान को खेलते देखा, और फिर धीरे से एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में समा गए.
शोएब मलिक को उनका आखिरी वन डे न खिलाए जाने से सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट की आलोचना होती रही. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ट पर इस खिलाड़ी के साथ भेदभाव करने के आरोप लगे. कहा गया कि शाहिद अफ्रीदी के साथ भी बोर्ड ने यही व्यवहार किया था.
<blockquote class="twitter-tweet" data-cards="hidden" data-lang="en"><p lang="en" dir="ltr">The ungrateful behaviour of PCB again in case of Shoaib Malik is really condemnable. PCB did same with Shahid Afridi, gave no farewell. Another chapter came to end.......<br>Stay blessed!<a href="https://twitter.com/hashtag/ThankYouMalik?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#ThankYouMalik</a> <a href="https://t.co/faHqrt4PJC">pic.twitter.com/faHqrt4PJC</a></p>— Usman Haider Khasori (@usmanhaider4772) <a href="https://twitter.com/usmanhaider4772/status/1147385877083168768?ref_src=twsrc%5Etfw">July 6, 2019</a></blockquote><script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet" data-cards="hidden" data-lang="en"><p lang="en" dir="ltr">First Wasim Akram, Shoaib Akhtar and Shahid afridi now Shoaib Malik..The legacy of not giving Farewell Match continues..!????<br>Ups and downs are the parts of everyone Life..But this is completely unfair act by Pakistan's Cricket Management..! But <a href="https://twitter.com/hashtag/ThankYouMalik?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#ThankYouMalik</a>!!! ???????? <a href="https://t.co/3QYUOhg8pE">pic.twitter.com/3QYUOhg8pE</a></p>— Abdul Qader (@u21031122) <a href="https://twitter.com/u21031122/status/1147247191217627143?ref_src=twsrc%5Etfw">July 5, 2019</a></blockquote><script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तानी टीम ने शोएब मलिक के साथ रस्म अदायगी की. उन्हें बालकनी से मैदान में बुलवाया गया. कुछ खिलाड़ी उनके गले लगे. कतारबद्ध खड़ी होकर टीम ने उन्हें मैदान से रुखसत किया.
वहीं सबको संबोधित करते हुए शोएब भावुक हो गए और कहा कि वो इस बात से निराश हां कि क्रिकेट के उस प्रारुप को अलविदा कह रहे हैं जिससे कभी उन्हें बहुत प्यार था लेकिन खुशी इस बात की है कि अपने परिवार के साथ बिताने के लिए अब उनके पास पर्याप्त समय होगा.
इस बेहद भावुक पल के दौरान शोएब के आलोचकों ने भी एक दिवसीय क्रिकेट में उनके 20 साल के करियर को याद किया. सानिया मिर्जा का ट्विटर संदेश और उसमें उमड़ी भावना स्वभाविक थी. सानिया ने लिखा- हर कहानी का एक अंत होता है. लेकिन जिंदगी में हर अंत के बाद एक नई शुरुआत होती है. तुमने 20 साल अपने देश के लिए गर्व से खेला और आगे भी सम्मान और विनम्रता से आगे भी खेलते रहोगे. जो कुछ भी तुमने पाया और जो आज तुम हो उसके लिए इज़हान और मुझे तुमपर गर्व है.
शोएब की क्रिकेट से विदाई पर पाकिस्तान का भावुक होना स्वाभाविक था. इस फीकी विदाई के लिए पाकिस्तानियों ने पाकिस्तान बोर्ड की आलोचना भी कीं. लेकिन क्या शोएब मलिक और सानिया मिर्जा भूल पाएंगे 16 जून का दिन? जब भारत से पाकिस्तान की हार का सारा दोष इसी दंपति के सिर मढ़ दिया गया था. हुक्का बार में बैठे शोएब-सानिया को सोशल मीडिया पर अपराधी घोषित कर दिया गया था. इतना ही नहीं इस विवाद में उनके बच्चे को भी घसीट लिया गया था.
भारत के खिलाफ मैच से पहले टीम बाहर गई थी, और हार का दोष सानिया और शोएब पर आया
शोएब मलिक का वैसे तो भारत के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार रहा है, सिवाय पिछला मैच छोड़कर. जिसमें वो शून्य पर आउट हो गए थे. लेकिन शोएब मलिक के आलोचकों को तो बस मौका चाहिए था. पाकिस्तान में किसी शख्स का भारत से थोड़ा भी नाता है, तो उसकी दुर्गति करना आसान होता है. फिर चाहे वो नवाज़ शरीफ़ हों, जिन्हें 'मोदी का यार' बताकर सत्ता से बेदखल कर दिया गया. या फिर शोएब मलिक. (ये बताने की जरुरत नहीं कि उनका भारत से क्या रिश्ता है).
अपनी कमजोरियों का कारण दूसरों में ढूंढने वाले पाकिस्तान ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए हमेशा से किसी कमजोर की बलि ली है. शोएब मलिक की (अ)सम्मानजनक विदाई इसका उदाहरण है. उम्मीद है कि पाकिस्तान की सरकार और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपनी क्रिकेट में सुधार के लिए काम करेगा. बजाए शोएब मलिक जैसों की बेइज़्ज़ती के.
और हां, इससे पाकिस्तान की भारत पर निर्भरता भी खत्म हो जाएगी कि यदि भारत इंग्लैंड को हरा दे पाकिस्तान विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी. लेकिन शायद ऐसा कभी नहीं होगा. हर देश का अपना डीएनए होता है.
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