स्टीव वॉ को स्वार्थी कहकर खुद ही फंस गए शेन वॉर्न
महान ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ को सबसे स्वार्थी क्रिकेटर कहकर खुद ही मुसीबत मोल ले ली और इस बयान पर लोग क्यों वॉर्न के खिलाफ ही जा खड़े हुए, जानिए...
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शेन वॉर्न कितने महान गेंदबाज हैं यह बताने की जरूरत नहीं है लेकिन वह विवादित भी उतने ही हैं. वॉर्न को मैदान पर अगर उनकी घूमती गेंदों के जादू के लिए जाना जाता है तो मैदान के बाहर उनके विवादित बयानों और हरकतों के लिए. उनकी कहानी उन्हें मैदान के अंदर हीरो और बाहर विलेन बना देती है.
अब एक बार फिर से वॉर्न ने नया विवाद खड़ा किया है. जी नहीं, कुछ करके नहीं बल्कि कुछ ऐसा कहकर जिससे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में तूफान खड़ा हो गया है. शेन वॉर्न ने 17 वर्ष पुरानी एक घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ सबसे स्वार्थी क्रिकेटर थे. हालांकि वॉर्न के इस बयान को लोगों ने गंभीरत से क्यों नहीं लिया और क्यों इसे लगभग उसी तरह माना गया जैसे कभी विनोद कांबली द्वारा सचिन की आलोचना करने को माना गया था? आइए जानें.
स्टीव वॉ पर सवाल उठाकर खुद फंसे वॉर्न! शेन वॉर्न ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के नेटवर्क टेन के रियलिटी शो I'm a Celebrity, Get Me Out Of Here में भाग लेने के दौरान वर्ष 1999 की घटना का हवाला देते हुए अपने पूर्व क्रिकेट कप्तान पर हमला बोला. वॉर्न ने कहा, 'मैं जिन खिलाड़ियों के साथ खेला, उनमें स्टीव वॉ सबसे स्वार्थी क्रिकेटर थे.'
ऐसा कहने की वजह के बारे में वॉर्न ने कहा कि मेरे पास ऐसा कहने की कई वजहें हैं, हालांकि उन्होंने सिर्फ एक घटना का जिक्र किया. वॉर्न ने कहा कि 1999 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 1-2 से पिछड़ने के बाद अगले मैच के लिए टीम के कप्तान के तौर पर स्टीव वॉन ने मुझे ड्रॉप कर दिया था, जबकि मैं तब टीम का उपकप्तान था. वॉर्न ने कहा कि मैं सीरीज में बराबरी करने के लिए अगले मैच में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था लेकिन स्टीव ने मुझे टीम से बाहर कर दिया.
वॉर्न ने जिस घटना का उदाहरण देकर स्टीव वॉ को स्वार्थी कहा है उससे खुद वॉर्न के रवैये पर ज्यादा सवाल उठते हैं और इससे स्टीव के प्रति उनकी प्रतिद्वंद्विता की भावना ही उभरकर सामने आती है. वॉर्न ने अपने बयान में खुद ही माना है कि जब उन्हें स्टीव ने टीम से निकाला तो उन्होंने अच्छी गेंदबाजी नहीं की थी तो फिर उन्हें बाहर करने का फैसला गलत कैसे था?
अब वॉर्न को बाहर करने का नतीजा भी देख लीजिए, एंटीगुआ में खेले गए अगले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्न की जगह कोलिन मिलर को टीम में शामिल किया और स्टीव वॉ की टीम ने वेस्टइंडीज को 176 रन के बड़े अंतर से हराकर सीरीज 2-2 बराबर कर दी. यानी स्टीव वॉ का वॉर्न को बाहर करने का फैसला कतई गलत साबित नहीं हई.
सोशल मीडिया पर लोगों ने स्टीव वॉ को स्वार्थी कहने पर शेन वॉर्न की जमकर आलोचना की है और स्टीव वॉ एक महान खिलाड़ी बताते हुए खुद वॉर्न को ही स्वार्थी बता दिया है. कुछ लोगों ने तो जिस शो में वॉर्न भाग ले रहे हैं उससे मिलने वाली मोटी फीस को ही ऐसे विवादित बयान देने की वजह बताया है.
Steve Waugh and selfish? Come on Warnie - it's a joke. If there was one man I would bet my life on to save a test for team, it was Waugh.
— Anuj Singhal (@_anujsinghal) February 9, 2016
The Steve Waugh Foundation has supported 1,454 individuals and families with rare diseases. The Shane Warne Foundation just closed.
— Ben Eltham (@beneltham) February 9, 2016
Shane Warne just proving why he'd never have been a good Australian captain.
— The Life Of Troy (@Aussie__Troy) February 9, 2016
"[Steve Waugh] is the most selfish cricketer I've played with": Shane Warne: https://t.co/EGbWu1QZg8 pic.twitter.com/MUIAfxJvnc
— ABC Grandstand (@abcgrandstand) February 9, 2016
Shane Warne v Steve Waugh = Waugh, every time.
— James Massola (@jamesmassola) February 9, 2016
'Shane Warne, What do you think abt Steve Waugh?''Well, I think he was...''IT DOESN'T MATTER WHAT YOU THINK". #SteveIsALegend
— Pankaj (@pankajcgupta) February 9, 2016
शेन वॉर्न के इस बयान की तुलना कुछ साल पहले एक टीवी रियलिटी शो के दौरान सचिन तेंडुलकर दोस्ती न निभाने का आरोप लगाने वाले विनोद कांबली के बयान से की जा सकती है. लगभग एक साथ अपना क्रिकेट करियर शुरू करने वाले बचपन से सचिन के दोस्त रहे कांबली ने सचिन पर उनकी मदद न करने और अपने दोस्त को भुला देने का आरोप लगाया था. हालांकि तब भी लोग इसे कांबली की लाइम लाइट पाने की कोशिश करार देते हुए सचिन के समर्थन में जा खड़े हुए थे.
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