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Updated: 27 अगस्त, 2021 12:17 AM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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टोक्यो ओलंपिक में 121 साल से जारी एथलेटिक्स के सूखे को खत्म कर भारत को जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक दिलाने वाले नीरज चोपड़ा देश में एक सेलेब्रिटी बन चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश का एक आम शख्स भी अब नीरज चोपड़ा के नाम से बहुत अच्छी तरह वाकिफ हो चुका है. ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद इस 'गोल्डन ब्वॉय' के लिए सोशल मीडिया पर बधाईयों का जो तांता लगा था, वो देखने लायक था. भारतीय सेना के इस जवान की फैन फॉलोइंग रातों-रात आसामान पर पहुंच गई. सोशल मीडिया पर नीरज चोपड़ा को भारत का स्टार एथलीट से लेकर नेशनल क्रश तक घोषित कर दिया गया.

इन सबके बीच नीरज चोपड़ा का एक इंटरव्यू वायरल हो रहा है. एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा ने बताया था कि जेवलिन थ्रो के फाइनल मुकाबले में अपना पहला थ्रो करने से पहले वो थोड़ा परेशान हो गए थे. उन्होंने बताया था कि जेवलिन स्टैंड से उनका जेवलिन गायब था. आस-पास नजर दौड़ाई, तो दिखा कि पाकिस्तान जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम उनका जेवलिन लेकर थ्रो की तैयारी कर रहे थे. नीरज चोपड़ा ने अरशद नदीम को बताया कि ये उनका जेवलिन है और उसे वापस ले लिया.

नीरज चोपड़ा का जेवलिन लेने पर अरशद नदीम को चोर से लेकर आतंकवादी तक घोषित कर दिया.नीरज चोपड़ा का जेवलिन लेने पर अरशद नदीम को चोर से लेकर आतंकवादी तक घोषित कर दिया.

नीरज चोपड़ा के इस पूरे इंटरव्यू का ये हिस्सा वायरल हो गया. इसी जगह से सामने आता है सोशल मीडिया में एक खास वर्ग का वो भद्दा चेहरा, जो हर जगह बिना किसी बात के अपने एजेंडा के हिसाब से चीजों को तोड़-मरोड़कर पेश करने में जुट जाता है. हिंदू-मुसलमान, भारत-पाकिस्तान जैसी बातों के सहारे अरशद नदीम को निशाना बनाया जाने लगा. इन लोगों में अपने एजेंडे को पूरा करने की इतनी उत्सुकता थी कि ये फाइनल मुकाबले की इस घटना का वीडियो तक खोज के निकाल लाए. इन लोगों ने नीरज चोपड़ा का जेवलिन लेने पर अरशद नदीम को चोर से लेकर आतंकवादी तक घोषित कर दिया. अरशद नदीम के खिलाफ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, कू जैसे सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर नफरती सोच से भरी बातें फैलाई जाने लगीं.

नीरज चोपड़ा को अपने दोस्त के खिलाफ चलाया जा रहा ये 'हेट कैंपेन' रास नहीं आया. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया. उन्होंने लिखा कि मेरी आप सभी से विनती है. मेरे कमेंट्स को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम न बनाए. स्पोर्ट्स हम सबको एकजुट होकर साथ रहना सिखाता हैं और कमेंट करने से पहले खेल के रूल्स जानना जरूरी होता है. उन्होंने वीडियो में दो टूक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए साबित कर दिया कि वो केवल नाम के 'गोल्डन ब्वॉय' नही हैं, बल्कि उनका दिल भी सोने का है.

नीरज चोपड़ा ने वीडियो में कहा कि सभी को नमस्कार. सबसे पहले तो सभी का धन्यवाद करता हूं कि आप लोगों ने इतना सपोर्ट किया. इतनी दुआएं दीं, इतना प्यार दिया. काफी अच्छा लग रहा है. साथ में मैं बताना चाहूंगा कि एक मुद्दा उठ रहा है. एक इंटरव्यू में मैंने कहा कि अपना पहला थ्रो करने से पहले मैंने पाकिस्तानी जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम से अपना जेवलिन मांगा. उसका काफी बड़ा मुद्दा बना दिया है. जोकि बहुत सिंपल सी बात है कि हम अपने पर्सनल जेवलिन एक जगह रखते हैं और सभी थ्रोअर उसको यूज कर सकते हैं. ये रूल है. और इसमें कुछ गलत नहीं है कि वो मेरा जेवलिन लेकर प्रिपरेशन कर रहा था. और, मैंने अपने थ्रो के लिए उसको मांगा. ये इतनी बड़ी बात नहीं है. मुझे काफी दुख है कि इस बात को मेरा सहारा लेकर इतना बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है. मैं आप सभी से यही विनती करता हूं कि ऐसा ना करें. स्पोर्ट्स सभी को मिलकर चलना सिखाता है. हम सभी जेवलिन थ्रोअर आपस में प्यार से रहते हैं. सभी आपस में अच्छे से बात करते हैं. कोई भी ऐसी बात ना कहे, जिससे हमें ठेस पहुंचे.

नीरज चोपड़ा की ये बातें केवल 'खेल भावना' को नही दर्शाती हैं. बल्कि, ये भी दिखाती हैं कि उन्होंने सफलता को अपने सिर पर चढ़ने नहीं दिया है. टोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद कई इंटरव्यू में उनसे पाकिस्तान के जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम को लेकर सवाल पूछे गए थे. लेकिन, उन्होंने हर बार बहुत ही सादगी के साथ कहा था कि खेल भेदभाव करना नहीं सिखाता है. वैसे, अरशद नदीम के नीरज चोपड़ा का जेवलिन लेने की पीछे की एक रोचक बात ये भी है कि दोनों ही खिलाड़ियों के जेवलिन एकदूसरे से मिलते-जुलते रंग के थे. नीरज चोपड़ा ने अरशद नदीम का बचाव कर एक अच्छा संदेश देने की कोशिश की है. उम्मीद है कि हर बात में अपना नफरती एजेंडा घुसेड़ देने वाले लोगों को ये समझ में आ जाएगा. क्योंकि, टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा को गोल्ड मेडल जीतने पर भारत ही नहीं पाकिस्तान से भी बड़ी संख्या में बधाईयां मिली थीं.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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