अब विराट की टीम इंडिया की नजर, वेस्टइंडीज जीतने पर!
जुलाई में वेस्टइंडीज की धरती पर खेले जाने वाले चार टेस्ट मैच न सिर्फ टीम इंडिया बल्कि नए टेस्ट कप्तान विराट कोहली के लिए लिटमस टेस्ट साबित होंगे, क्या वेस्टइंडीज में जीतेगी टीम इंडिया?
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नए सीजन की पहली टेस्ट सीरीज खेलने के लिए टीम इंडिया ने तैयारी शुरू कर दी है. कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज फतह करने के लिए कमर कस ली है. मुख्य कोच अनिल कुंबले ने भी अपने 2 सहयोगियों के साथ नई जिम्मेदारी संभाल ली है.
टीम इंडिया का मिशन वेस्टइंडीजः
वेस्ट इंडीज दौरे की तैयारियों के लिए 29 जून से 4 जुलाई तक बैंगलोर में टीम इंडिया का कैंप लगेगा. कैंप में नए कोचिंग स्टाफ के साथ टीम इंडिया आने वाली सीरीज की तैयारी करेगी. वेस्ट इंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया 6 जुलाई को रवाना होगी.
टेस्ट सीरीज से पहले भारत को दो प्रैक्टिस मैच खेलने हैं. पहला प्रैक्टिस मैच 9-10 जुलाई और दूसरा 14-16 जुलाई को खेला जाएगा. वेस्टइंडीज के साथ चार टेस्ट मैचों की सीरीज 21 जुलाई से एंटीगा में शुरू होगी.
उपमहाद्वीप के बाहर कैप्टन कोहली का पहला टेस्ट:
विराट कोहली पहली बार भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर फुल टाइम कैप्टन के तौर पर टेस्ट सीरीज खेलेंगे. हालांकि इससे पहले वह ऑस्ट्रेलिया में बतौर कामचलाऊ कप्तान और श्रीलंका में फुल टाइम कप्तानी कर चुके हैं.
वेस्टइंडीज में खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज जीतने पर होगी कोहली ऐंड टीम की नजर! |
मगर वेस्ट इंडीज का ये दौरा विराट के लिए नई चुनौती के साथ नए अनुभव वाला भी रहेगा. इस बार विराट के साथ नई कोचिंग टीम होगी जिसमें मुख्य कोच अनिल कुंबले के साथ बैटिंग कोच संजय बांगर और फील्डिंग कोच अभय शर्मा शामिल हैं.
कमजोर विरोधी को पस्त करने का सुनहरा मौका:
इसमें कोई दोराय नहीं कि वेस्टइंडीज की मौजूदा टेस्ट टीम बेहद कमजोर है. इस टीम में कई वे जाने-माने चेहरे नजर नहीं आएंगे जो छोटे फॉर्मेट में कैरिबियन टीम के लिए धमाल मचाते हैं. हाल के दिनों में वेस्टइंडीज का टेस्ट में प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है. मौजूदा आईसीसी रैंकिग में वेस्टइंडीज की टीम आठवें नंबर पर है.
यानी दूसरे पायदान पर बैठी टीम इंडिया के पास इस बार वेस्ट इंडीज में क्लीन स्वीप करने का शानदार मौका है. टीम इंडिया 5 साल के लंबे अंतराल के बाद वेस्ट इंडीज में टेस्ट सीरीज खेलने जा रही है. 2011 में 3 टेस्ट की सीरीज को भारत ने जैसे तैसे 1-0 से जीता था, मगर इस बार विराट के पास विदेशी जमीन पर झंडा गाड़ने का सुनहरा मौका है.
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