व्यंग्यः क्यों परेशान हैं पाकिस्तानी क्रिकेटर्स की बीवियां और पीसीबी
चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने छह मैच खेल लिए लेकिन अब तक न कहीं से मैच फिक्सिंग की बात आई और न ही खिलाड़ियों की अनुशासनहीनता की.
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पाकिस्तानी क्रिकेट टीम ने क्रिकेट वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में पहुँचकर दुनिया को चौंका दिया. चौंकाने वाली बात ये नहीं थी कि टीम ने दो मैच हारने के बाद चार मैच जीतकर अगले दौर में जगह पक्की की. बल्कि चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने छह मैच खेल लिए लेकिन अब तक न कहीं से मैच फिक्सिंग की बात आई और न ही खिलाड़ियों की अनुशासनहीनता की. ये सब देखकर पाकिस्तानी क्रिकेटर्स की बीवियां परेशान हैं. आईपीएल में पकिस्तानी खिलाड़ियों को खेलने को मिलता नहीं. फिक्सिंग में नाम आ नहीं रहा. जाहिर है पैसे भी नहीं आ रहे होंगे. ऐसे में उन्हें अगले महीने के खर्च की चिंता सता रही है.
पाकिस्तान ने वर्ल्डकप की शुरुआत चिर-परिचित अंदाज में की. होटल देर से पहुंचने के कारण विवादों में फंसे. फिर टीम इण्डिया से हारे. कोच को गालियां दी. लेकिन उसके बाद न खिलाड़ियों ने आपस में झगड़ा किया न मैदान में. न ही किसी बुकी से संपर्क किया. खिलाड़ियों के इस रवैये से हैरान पीसीबी ने खिलाड़ियों को नोटिस भेजकर पूछा है सच-सच बताओ तुम लोग हो कौन? पीसीबी के एक आला अधिकारी ने बताया कि अब तो डर लगने लगा है ये वो टीम लगती ही नहीं. वर्ना अब तक एक-दो विवाद तो बनते ही थे. फिक्सिंग की खबरें न आने से हम और परेशान हैं. ये कहीं मैलेबू की स्मगलिंग करते न पकड़े जाएं.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम से अगर कोई खुश है तो वो हैं टीवी बनाने वाली कम्पनियाँ. क्योंकि टीम के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने पर अचानक टेलीविजन सेट्स की बिक्री बढ़ गई है. क्रिकेट प्रशंसक भी खुश हैं. लगभग सारा पाकिस्तान नए टीवी सेट्स पर मैच देख रहा है. अब अगर पाकिस्तानी खिलाड़ी कैच भी टपकाते हैं तो साफ-साफ नजर आता है. ऐसे ही एक क्रिकेट फैन ने बताया कि पाकिस्तान के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने पर खुशी भी है और डर भी. क्योंकि टीम अगर ऑस्ट्रेलिया से हार जाती है तब तो ठीक. पर ऑस्ट्रेलिया से जीतकर अगला मैच हिन्दुस्तान से खेलती है तो सबको पता है. आखिर में घर की छोटी-छोटी फेंककर मारी जा सकने वाली चीजें छुपानी पड़ेंगी.
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